रविवार दिल्ली नेटवर्क
बिछाए गए जाल में फंस गई मादा तेंदुआ, वन विभाग ने सुरक्षित निकालकर छोड़ी जंगल में
जोगिंद्रनगर : वन मंडल जोगिंद्रनगर के तहत आने वाली फॉरेस्ट रेंज उरला का है मामला ट्रेंकुलाईज्र गन की मदद से बेहोश करनी पड़ी मादा तेंदुआ, 5 घंटे तक चली प्रक्रिया डीएफओ जोगिंद्रनगर कमल भारती ने की मामले की पुष्टि एंकर – वन मंडल जोगिंद्रनगर के तहत आने वाली फॉरेस्ट रेंज उरला के सझेड़ गांव में एक मादा तेंदुआ बिछाए गए जाल में फंस गई। सझेड़ गांव ग्राम पंचायत नौहली के तहत आता है। घटना मंगलवार 1 अक्तूबर की है।
मिली जानकारी के अनुसार यह जाल लोगों ने अपने खेतों की तरफ आने वाले जंगली जानवरों के लिए लगाया था लेकिन इसमें पिछले कल एक मादा तेंदुआ फंस गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना आरओ उरला शिवम रत्न को दी। शिवम रत्न सीनियर वेटनरी ऑफिसर दीपक वर्मा, रिटायर्ड प्रोफेसर राजेंद्र किश्तवारिया, बीओ कमल किशोर, फारेस्ट गार्ड नरेश कुमार, राम कृष्ण और चौकीदार दुर्गा दास के साथ शाम करीब 4 बजे मौके पर पहुंचे। ट्रेंकुलाइज्र गन की मदद से मादा तेंदुआ को बेहोश किया गया और उसके बाद इसे सड़क किनारे लाकर पूरा मेडिकल परीक्षण किया गया तथा फर्स्ट एड दी गई। स्वास्थ्य जांच में यह मादा तेंदुआ पूरी तरह से ठीक पाई गई। लगाए गए जाल से मादा तेंदुआ के शरीर पर कोई जख्म नहीं हुआ था सिर्फ चमड़ी पर ही निशान पड़े थे। इसके बाद इस मादा तेंदुओं को रात 9 बजे सुनसान जंगल में सुरक्षित छोड दिया गया। डीएफओ जोगिंद्रनगर कमल भारती ने इसकी पुष्टि की है।