राजी रहीम की हैट-ट्रिक से मलयेशिया ने भारत से मैच 3-3 गोल से ड्रॉ खेला

  • भारत के लिए विष्णुकांत, सुनील और नीलम खेस ने किया एक-एक गोल
  • ड्रॉ के साथ भारत के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार
  • भारत और द. कोरिया का सुपर 4 मैच ड्रॉ रहा तो दोनों फाइनल में

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी ड्रैग फ्लिकर राजी रहीम की पेनल्टी कॉर्नर पर शानदार हैट-ट्रिक के बावजूद पिछली उपविजेता मलयेशिया जकार्ता में पुरुष हॉकी एशिया कप में मौजूदा चैंपियन भारत के खिलाफ रविवार को अपना बेहद रोमांचक सुपर 4 मैच बमुश्किल तीन-तीन गोल से ड्रॉ करा पाई।ं अनुभवी एस वी सुनील की अगुआई में पवन राजभर , विष्णुकांत सिंह और उत्तम सिंह सहित भारत की नौजवान अग्रिम पंक्ति की आखिरी दो क्वॉर्टर में परस्पर छोर बदलने की रणनीति कारगर रही। बदली रणनीति से 0-2 से पिछडऩे के बाद विष्णुकांत और नीलम संजीप खेस के पेनल्टी कॉर्नर पर और एसवी सुनील के मैदानी गोल से भारत ने 3-2 की बढ़त ले जीत की उम्मीद भी जगा दी। मलयेशिया खुशकिस्मत रही राजी रहीम ने खेल खत्म होने से चार मिनट पहले अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल से मैच तीन तीन गोल से ड्रॉ कराने में सफल रही।

दक्षिण कोरिया ने मलयेशिया से अपना पहला सुपर 4 मैचं 2-2 से ड्रॉ कराने के बाद रविवार को जापान को 3-1 से हराया । भारत और दक्षिण कोरिया के सुपर 4 में दो दो मैचों में एक- एक जीत और एक -एक ड्रॉ से समान रूप से चार चार अंक है। भारत ने रविवार को ड्रॉ के साथ फाइनल में पहुंचने की उम्मीद बरकरार रखीं। अंतिम सुपर 4 मैच भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मंगलवार को होगा। भारत और दक्षिण कोरिया यदि यह मैच ड्रॉ भी खेले तो दोनो के समान रूप से तीन -तीन मैचों से पांच पांच अंकों के साथ फाइनल में पहुंच जाएंगे। ऐसे में यदि पिछली उपविजेता मलयेशिया की टीम अपना अंतिम सुपर चार मैच जीतती भी है तो भी उसके चार अंक रह जाएंगे और वह फाइनल की होड़ से बाहर हो जाएगी। मलयेशिया को फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखने के लिए जापान के खिलाफ बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी।

मलयेशिया के स्ट्राइकर अब कमल अजारी और अशरान हमसानी के साथ आक्रामक सेंटर हाफ राजी रहीम ने परस्पर तालमेल से खेल कर भारत के गोल पर बराबर दबाव बनाया। ड्रैग फ्लिकर राजी रहीम ने 12 वें मिनट के पहले पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल से मलयेशिया ने अपना खाता खोला। राजी रहीम ने दूसरे क्वॉर्टर के छठे मिनट में तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर जब मलयेशिया की बढ़त 2-0 कर दी तो मैच भारत की पहुंच से बाहर जाता लगा। अनुभवी स्ट्राइकर एस वी सुनील का अनुभव हाफ टाइम के बाद तीसरे क्वॉर्टर में भारत की अग्रिम पंक्ति के काम आया। एसवी सुनील के बढिय़ा अभियान पर भारत ने तीसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। इस पर नीलम संजीप खेस के फ्लिक पर मलयेशिया के गोलरक्षक हफीजुद्दीन ओथमैन के पैड से लगकर लौटती गेंद डी के भीतर बाएं खड़े विष्णुकांत सिंह ने तेज उंचे फ्लिक से गोल में डाल भारत को एक-एक की बराबरी दिला दी। भारत ने इसके बाद लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और इस डिप्सन टिर्की के दोनों फ्लिक को मलयेशिया के गोलरक्षक ने रोका और तीसरे पर रिबाउंड पर सुनील गोल करने और अपनी टीम को बराबरी दिलाने से चूके। आखिरी क्वॉर्टर के आठवें मिनट में पवन राजभर के बेहतरीन पास पर अनुभवी सुनील ने मैदानी गोल कर भारत को दो दो की बराबरी दिला दी। ड्रैग फ्लिकर नीलम संजीप खेस ने चौथे पेनल्टी कर अचूक ड्रैग फ्लिक से गोल कर भारत को 3-2 से आगे कर दिया। अगले ही मिनट ही राजी रहीम ने अंतिम पेनल्टी को गोल में बदल कर मलयेशिया को तीन तीन की बराबरी दिला। खेल खत्म होने से कुछ ही पहले रेफरल पर मलयेशिया ने पेनल्टी कॉर्नर की मांग की जिसे विडियो अंपायर ने अमान्य कर दिया।