भारत की निगाहें अब टी 20 सीरीज में बांग्लादेश का 3-0 से सफाया करने पर

  • भारत की चिंता अभिषेक व संजू की सलामी जोड़ी की नाकामी
  • जीतेश, तिलक, बिश्नोई व हर्षित में से किसे मिलेगा भारत की एकादश में मौका?

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विस्फोटक बल्लेबाज सूर्य कुमार की अगुआई और नए चीफ कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में भारत की निगाहें मेहमान बांग्लादेश से हैदराबाद में शनिवार को तीसरा व अंतिम टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच भी जीत सीरीज मे उसका 3-0 से सफाया करने पर लगी हैं। भारत ने बांग्लदेश से ग्वालियर में पहला टी 20 सात विकेट से और दिल्ली में दूसरा मैच 86 रन से जीत 2-0की विजयदाई बढ़त के साथ पहले ही सीरीज अपने नाम कर ली है। भारत 2019 के बाद से अपने घर में एक भी टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की कोई सीरीज नहीं हारा है। नए चीफ कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने बांग्लदेश से दो टेस्ट मैचों की क्रिकेट सीरीज 2-0 से जीती थी।भारत की टीम 2022 के बाद हैदराबाद में पहली बार टी 20 अंतर्राष्ट्रीय खेलेगी। भारत ने हैदराबाद में 2022 में जीत के लिए 187 रन औा 2019 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 209 के बडे को पार कर जीत दर्ज की थी। वहीं बांग्लादेश की टीम पहली बार हैदराबाद में राजीव गांधी इंटरनैशनल स्टेडियम में खेलेगी। हैदराबाद की पिच बड़े स्कोर के लिए जानी जाती है और भारत ने इस पर अपने पिछले दोनों मैचों में दिखाया कि इस पर बड़े लक्ष्य का पीछा करना मुमकिन है। भारत के लिए आसानी से शुरू के दोनों टी 20 जीत बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज पर कब्जा करना सुखद है।

भारत की इकलौती चिंता अभिषेक शर्मा और विकेटकीपर संजू सैमसन की सलामी जोड़ी का तेज आगाज को बड़े स्कोर में तब्दील न कर पाना है। भारत के लिए अभिषेक ने मौजूदा सीरीज के शुरू के दो मैचों कुल 31 और संजू सैमसन ने कुल 39 रन बनाए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे व आखिरी टी में क्या भारत विकेटकीपर बल्लेबाज जीतेश शर्मा को संजू सैमसन की जगह आजमाएगा? भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर क्या मयंक यादव को शनिवार को आराम दे उन्हीं की तरह दिल्ली की रफ्तार की एक और नई सनसनी हर्षित राणा को शनिवार को अपने टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज करने का मौका देंगे? भारत ने मौजूदा सीरीज के शुरू के दो मैचों में लेग स्पिनर रवि बिश्नोई, तिलक वर्मा, जीतेश शर्मा और हर्षित राणा को एकादश में मौका नहीं दिया है और अब देखना दिलचस्प होगा कि इनमें कौन कौन तीसरे और आखिरी टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए एकादश में जगह बना पाएगा। 140 टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके महमूदुल्लाह ने बांग्लादेश के लिए दिल्ली में सबसे ज्यादा 41 रन बनाए थे कहा था वह हैदराबाद में सीरीज का तीसरा व आखिरी मैच उनका आखिरी टी 20 मैच होगा। दिलचस्प होगा कि क्या बांग्लादेश महमूदुल्लाह को अंतिम टी 20 जीत के साथ विदाई दे पाएगा? बांग्लदेश जाकेर अली की जगह मेहदी हसन को हैदराबाद में सीरीज के आखिरी मैच में एकादश में शामिल कर सकता है।

नीतिश रेड्डी जैसे युवा बैटिंग ऑलराउंडर ने तूफानी अर्द्धशतक जड़ने के साथ दो विकेट चटका कर दिल्ली में दूसरे टी 20 में भारत को जीत दिला उसकी तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की पहेली को बहुत हद तक हल कर दिया है। वहीं मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने शुरू के दो टी 20 में कुल सबसे ज्यादा पांच विकेट चटका टीम इंडिया में कामयाब वापसी की है। बराबर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले भारत की रफ्तार की सनसनी मयंक यादव ने मौजूदा सीरीज के शुरू के दो मैचों में मात्र दो विकेट चटकाए हैं लेकिन उनकी रफ्तार और उछाल के सामने जिस तरह बांग्लादेश के बल्लेबाज स्ट्रोक खेलने के खुद को बचाते नजर आए है वह टीम इंडिया के चीफ कोच गंभीर के लिए जरूर शुभ संकेत है। बाएं हाथ के नौजवान अनुभवी तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के साथ अनुभवी हार्दिक पांडया , मयंक और नीतिश की चौकड़ी ने मौजूदा सीरीज में दिखाया कि तेज गेंदबाजी में भारत के पास पर्याप्त विकल्प हैं। भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने दिल्ली में सीरीज के दूसरे मैच में सात गेंदबाजों से गेंदबाजी कराई और सभी ने विकेट चटकाए। कप्तान सूर्य कुमार यादव का टीम इंडिया के पास उपलब्ध इतने विकल्पों पर खुशी दर्शाना स्वाभाविक है।

गेंदबाजी कोच के रूप में दक्षिण अफ्रीका के मॉर्ने मॉर्केल की मौजूदगी में मयंक सही लाइन लेंग्थ से भी गेंदबाजी करते नजर आए है। भारत ने दिल्ली में अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन व कप्तान सूर्य कुमार के रूप में पहले पॉवरप्ले में मात्र 41 रन पर तीन विकेट खोने के बाद नीतिश रेड्डी और रिंकू सिंह के तूफानी अर्द्धशतकों और दोनों की चौथे विकेट108 रन की तूफानी भागीदारी से 20 ओवर में नौ विकेट पर 221 रन का पहाड़ का स्कोर बनाया। यह दर्शाता है कि यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद शमी जैसे रफ्तार के सौदागरों की नियमित त्रिमूर्ति के बिना भी सूर्य कुमार यादव की अगुआई में भारत की दूसरी पंक्ति ने दिखाा की उसमें अनुभवी बांग्लादेश की टीम से निपटने का दम है।

बांग्लादेश के कप्तान नजमल हुसैन शांतो की सबसे बड़ी चिंता यह है कि भारत के खिलाफ शुरू के दोनो टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में yपरवेज हुसेन, महमूदुल्लाह, लिटन दास, तौहीद हृदय व ऑलराउंडर मेहदी हसन मिराज और खुद उन सहित उनका एक भी बल्लेबाज अर्द्बशतक तक नहीं जड़ पाया है। बांग्लादेश के लिए लेग स्पिनर रिशद हुसैन ने दूसरे मैच में तीन और तस्कीन अहमद व मुस्तफिजुर रहमान ने दो दो विकेट जरूर लिए लेकिन काफी महंगे साबित हुए।

कप्तान कहिन……

साफ संदेश, वैसा ही करो जैसा नेटस पर खेलते हुए करते हो’
‘हमने दिल्ली में दूसरे टी 20 में जब पारी के शुरू में तीन विकेट 41 रन पर खो दिए तो मैं इस स्थिति में यह देखना चाहता था कि हमारा मध्यक्रम कैसे बल्लेबाजी करता है। बल्लेबाजों के लिए संदेश एकदम साफ था वैसा ही आप वैसा ही करो जैसा नेटस पर फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हुए करते हो। मैं यह देखना चाहता था कि जब हम 170-175 रन के स्कोर का बचाव कर रहे हों तो तब हार्दिक के बिना हमारे अलग अलग गेंदबाज क्या अलग कर सकते हैं। बुधवार का दिन नीतिश का था और हमने इसीलिए उन्हें गेंद से भी मौका दिया।

-सूर्य कुमार यादव, भारत के कप्तान

‘हमने फिर पुरानी गलतियां दोहराई ’
‘हमने फिर पुरानी गलतियां दोहराई जो कि बतौर टीम कतई अच्छा नहीं है। टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला अच्छा फैसला था। हमारे गेंदबाजों ने शुरू के छह सात ओवर में अच्छी गेंदबाजी की लेकिन बाद में हम अपनी योजना को अमली जामा नहीं पहना सके। भारत को उिए शुरूआती झटकों के बाद हमें एक -दो विके चटकाने की जरूरत थी लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए। हमें जिम्मेदारी लेने की जरूरत है और क्रीज पर ज्यादा विकेट बिताने की जरूरत है।

-नजमल हुसैन शांतो, बांग्लादेश के कप्तान

मैच का समय: भारत वि.बांग्लादेश, शाम सात बजे से।