राज कुमार पाल के गोल से भारत ने जापान को हरा कर हॉकी एशिया कप में जीता कांसा

भारत की रक्षापंक्ति में बीरेंद्र लाकरा, डिप्सन और यशदीप की मजबूत चौकसी

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : आक्रामक मिडफील्डर राज कुमार पाल के पहले क्वॉर्टर में उत्तम सिंह के पास पर दागे बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत पिछले चैंपियन भारत ने जापान को जकार्ता में हीरो पुरुष हॉकी एशिया कप 2022 में बुधवार को 1-0 से हराकर कांस्य पदक जीत लिया। अपने सभी धुरंधर खिलाडिय़ों को आराम देकर दर्जन पर पहली बार सीनियर टीम के लिए खेलने वाले नौजवान भारतीय हॉकी टीम भले ही अपना खिताब बरकरार नहीं रख पाई लेकिन हेड कोच ओलंपियन सरदार सिंह के मार्गदर्शन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता टीम के फुलबैक बीरेन्द्र लाकरा के अनुकरणीय खेल दिखाकर उसने सभी का दिल जीता। भारत की भुवनेश्वर में बीते बरस जूनियर विश्व कप में शिरकत करने वाली टीम के उत्तम सिंह और विष्णुकांत सिंह जैसे आधा दर्जन खिलाडिय़ों ने पहली बार सीनियर टीम के लिए खेल अपनी छाप छोड़ कर बताया कि बड़े मंच के लिए तैयार हैं। भारत ने जापान से पूल ए में 2-5 से हारने के बाद उसे सुपर 4 मैच में 2-1 से हराया था।

रक्षापंक्ति में कप्तान बीरेन्द्र लाकरा, डिप्सन टिर्की, नीलम संजीप खेस और यशदीप सिवाच ने जापान के खिलाफ मजबूती से गोलरक्षक सूरज करकेरा के साथ मिलकर भारत के किले की चौकसी की। भारत की मध्यपंक्ति में राज कुमार पाल और विष्णुकांत सिंह का कार्ति सेल्वम ने अच्छा साथ निभाया। भारत के कार्ति सेल्वम के पास पर मैच शुरू होते ही विष्णुकांत ने डी में घुसकर कर तेज शॉट जमाया लेकिन जापान की रक्षापंक्ति जैसे तैसे यह हमला नाकाम करने में कामयाब रहे। तेज तर्रार स्ट्राइकर उत्तम सिंह के मैच के सातवें मिनट में तेज फरार्ट पर राज कुमार पाल ने डी के भीतर तेज वॉली जमा भारत को 1-0 से आगे कर दिया। भारत ने पहला क्वॉर्टर खत्म होने से पहले लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन जापान के गोलरक्षक ने दोनों ही बार यह हमला नाकाम कर दिया।

भारत ने दूसरे क्वॉर्टर खत्म में आक्रामक अंदाज किया और अपनी बढ़त होने से पहले लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन जापान के गोलरक्षक ने दोनों ही बार यह हमला नाकाम कर दिया। जापान ने भी बराबरी पाने की कोशिश ेमं हमले तज कर दिए और लगातार दो पेनल्टी अर्जित किए भारत के रशर यशदीप सिवाच ने अच्छा पूर्वानुमान लगा दोनों ही बेकार कर दिए। भारत ने हाफ टाइम तक 1-0 की बढ़त कायम रखी।

भारत ने तीसरे क्वॉर्टर में बाएं छोर से हमले बोल कर अपनी बढ़त बढ़ाने की कोशिश की। जापान के कप्तान तनाका ने डी के भीतर तेज शॉट जमाया लेकिन भारत के मुस्तैद फुलबैक डिप्सन टिर्की ने मुस्तैदी दिखा गेंद को अपने गोल से बाहर कर दिया। जापान को एक और पेनल्टी कॉनर मिला लेकिन भारत की रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी से इसके रोक लिया। चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में बराबरी पाने की कोशिश में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारत के मंजीत ने इस पर गेंद को अपनी स्टिक पर रोक कर इसे नाकाम कर दिया। अबारन सुदेव के गजब के पास पर स्ट्राइकर उत्तम सिंह के फ्लिक को जापान के गोलरक्षक ताकाशी योशीकावा ने रोक गोल करने से रोक दिया। अंतिम मिनट में मनिंदर सिंह के शॉट को अंतिम मिनट में जापान के गोलरक्षक ने रोक दिया। भारत ने अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए मैच 1-0 से जीत कांसा अपने नाम किया।