गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान विधानसभा की सात सीटों के लिए अगले महीने संभावित उप चुनावों की तैयारियों के मध्य मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा प्रदेश में आगामी 9 से 11 दिसम्बर तक जयपुर में होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के लिए इन्वेस्टर रोड शो के माध्यम से विदेशी निवेशकों और प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान आने का न्यौता देने के लिए एक बार फिर से विदेश यात्रा पर गए हैं। अपनी छह दिवसीय जर्मनी और यूके की यात्रा के लिए वे रविवार देर रात नई दिल्ली से रवाना होकर म्यूनिख पहुँच गये है। इसके पहले मुख्यमंत्री शर्मा दक्षिण कोरिया और जापान की यात्रा पर भी गये थे।
राजस्थान की भजन लाल सरकार द्वारा पिछले एक महीने में दिल्ली, मुंबई, सियोल दक्षिण कोरिया, जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी, कतर की राजधानी दोहा और सिंगापुर में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं, इस व्यापक आउटरीच के परिणामस्वरूप राजस्थान सरकार को अब तक 12.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव से जुड़े एमओयू करने में सफलता हासिल की हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा पिछलें दिनों हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधान सभा चुनावों के लिए भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार कार्यों में व्यस्त रहें थे लेकिन इस बीच वे अपनी सरकार के कार्यकाल के पहले ही वर्ष में आयोजित किए जा रहें ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024के आयोजन को सफल बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को लेकर गंभीर रहें तथा समीक्षा बैठकों में इसकी प्रगति की जानकारी लेते रहें हैं। इसके अलावा वे महत्वाकांक्षी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (पीकेसी-ईआसीपी ) को धरातल पर उतारने के प्रयासों के प्रति भी कटिबद्ध दिखें है। विदेश यात्रा पर जाने और भाजपा कौर समिति की बैठक में राजस्थान की सात उप चुनाव वाली सीटों के उम्मीदवारों का फाइनल पैनल तैयार करने से पूर्व उन्होंने गुजरात की डायमंड सिटी सूरत में केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री सी आर पाटिल के साथ बैठक कर पीकेसी-ईआसीपी को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री प्रदेश में विधान सभा उप चुनावों से पहले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024‘ और पीकेसी-ईआसीपी के लिए एक आदर्श वातावरण बनाना चाहते है ताकि प्रदेश के मतदाताओं के मन में राज्य सरकार के प्रति अनुकूल मत बने और हरियाणा में उनको पार्टी को मिली विजय का लाभ राजस्थान के उप चुनावों में भी लिया जा सकें। हालाँकि कांग्रेस अब मुद्दों के आधार पर भजन लाल सरकार को घेरने के साथ साथ लगातार विधान सभा उपचुनाव में अपनी जीत के दावे कर रही है,जबकि भाजपा का हरियाणा विधान सभा चुनाव जीतने के बाद ज़बरदस्त आत्म विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जर्मनी और यूके की छह दिवसीय यात्रा के दौरान म्यूनिख और लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान’ निवेशकों के रोड शो और ‘राइजिंग राजस्थान’ पर्यटन सम्मेलनों को सम्बोधित कर विदेशी निवेशकों, कॉरपोरेट जगत और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को प्रदेश में निवेश को आमंत्रित करेंगे।मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के साथ विदेश गये राज्य सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, राजस्थान के डिस्कॉम्स की अध्यक्ष और जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा, उद्योग विभाग और ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट्स के आयुक्त रोहित गुप्ता और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण शामिल हैं।
अपनी विदेश यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व वाला यह प्रतिनिधिमंडल कंस्ट्रक्शन, मोबिलिटी, ऑटोमोबाइल, स्टार्टअप, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई, पर्यटन, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य प्रसंस्करण, सार्वजनिक परिवहन, ग्रीन हाइड्रोजन, अक्षय ऊर्जा, इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों की कंपनियों से मुलाकात करेगा और उन्हें राजस्थान में मौजूद निवेश की असीम संभावनाओं की जानकारी देते हुए निवेशकों को जयपुर में आगामी 9 से 11 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट- 2024 में शामिल होने का न्यौता देगा। यह प्रतिनिधिमंडल वहां के प्रमुख व्यापारिक घरानों और कंपनियों से भी मुलाकात करेगा और उन्हें राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित करेगा।
इस दौरे में, राजस्थान में निवेश के अवसरों की जानकारी देने के लिए जर्मनी और यूके स्थित कंपनियों और व्यापारिक घरानों के साथ मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की कई बैठकें होने जा रही हैं, जिनमें अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स, नॉफ इंजीनियरिंग, एसएफसी एनर्जी एजी, जेसीबी, रिन्यू पावर, स्यानकॉनोड जैसी कंपनियों से मुलाकात आदि कार्यक्रम शामिल है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाला यह दल जर्मनी के म्यूनिख में बवेरियन स्टेट चांसलरी के प्रमुख और संघीय मामलों के राज्य मंत्री डॉ. फ्लोरियन हरमैन से भी मुलाकात करेगा। वहीं, ब्रिटेन की अपनी यात्रा के दौरान यह प्रतिनिधिमंडल राजस्थान में निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से यूनाइटेड किंगडम के कुछ चुने हुए सांसदों से मिलेगा।
राजस्थानी मूल के लोगों को अपने प्रदेश तथा जन्म भूमि से जोड़ने के प्रयासों के तहत, यह प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा में अनिवासी राजस्थानी समुदाय के सदस्यों और अप्रवासी भारतीयों से भी मुलाकात करेगा। इसके लिए म्यूनिख में अनिवासी राजस्थानी समुदाय के कुछ चुनिंदा लोगों के साथ बैठक रखी गयी है, वहीं, लंदन में ‘राइजिंग राजस्थान’ अप्रवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
इधर राज्य के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह शेखावत ने राइजिंग राजस्थान मेगा सम्मेलन के सफल रहने का विश्वास जताया हैं तथा कहा कि हमारा उद्देश्य राजस्थान को निवेश फ़्रेण्डली स्टेट बनाना है। राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जयपुर में हुई अर्बन सेक्टर प्री समिट में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निकट स्थित राज्य के प्रमुख ऑद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी को गुरुग्राम की तर्ज पर विकसित किया जाना चाहिए। इसका गुरुग्राम के विकल्प के तौर पर विकास किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार अपने कार्यकाल के प्रथम वर्ष में ही राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 तरह का आयोजन कर रही है,ताकि निवेश के समझौता को धरातल पर उतारा जा सके और निवेशकों को भी इसके लिए पर्याप्त समय मिल सके ।राजस्थान में 5 या 6 साल में एक बार इस तरह के आयोजन किए जाते रहे हैं लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में पहले साल में ही यह आयोजन कर रही है इसके लिए राजस्थान सरकारने इस बार नया मेकैनिज्म तैयार किया है।
उन्होंने बताया कि सरकारी अधिकारी निवेशकॉ के पीछे लगेंगे।राज्य में जल्द निवेश हों इसके लिए प्रयास किया जाएगा।निवेश के लिए जरूरी स्वीकृतियां, सरकार की जिम्मेदारी होगी तथा निवेशक को सरकारी कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी.दल।
उन्होंने कहा कि आज नेट जीरो प्रोजेक्ट्स विकसित किए जाने की जरूरत है। दुर्भाग्यवश जयपुर की द्रव्यवती नदी परियोजना अब तक अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सकी। इस नदी में अहमदाबाद के रीवर फ्रंट की तरह स्वच्छ जल बहना था लेकिन अब तक यह हो नहीं पाया है। यह जिम्मेदार एजेंसियों के लिए सोचने का विषय है कि इसमें देरी क्यों हों रही हैं ? शहरों में प्रभावी ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम होना जरूरी है। बिल्डिंग बायलॉस में इस तरह का संशोधन किया जाए कि हर मकान में कुछ हिस्सा पौधारोपण के लिए रिजर्व हो। हमें नगरीय निकायों को सुदृढ़ करने की जरूरत है। रूटीन के मैटर सरकार तक नहीं आने चाहिए। सरकार का काम सिर्फ पॉलिसी फ्रेमवर्क का ही होना चाहिए।
बहरहाल अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में जयपुर में आगामी 9 से 11 दिसम्बर तक जयपुर में होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के देश विदेश में किए जा रहें प्रयास धरातल पर कितने कारगर साबित होंगे?