शिमला के बाजारों में तहबाजारी के लिए ब्लू लाइन लगाने का काम शुरू

The work of installing blue line for street marketing in the markets of Shimla has started

रविवार दिल्ली नेटवर्क

शिमला : नगर निगम शिमला अवैध कब्जाधारियों पर शिकंजा करने जा रही है. नगर निगम शिमला ने बाजारों में वेंडिंग जोन पर ब्लू लाइन से मार्किंग करने का काम शुरू कर दिया है.

पहले चरण में सीटीओ चौक से लोअर बाजार के मध्य हिस्से तक ब्लू लाइन से मार्किंग की जा रही है. पहले चरण में 51 दुकानों की मार्किंग का काम पूरा हुआ है. आने वाले दिनों में पूरे बाजार में मार्किंग का यह काम पूरा होगा. ब्लू लाइन से मार्किंग के बाद सिर्फ चिन्हित स्थानों पर ही वेंडर अपना सामान बेच सकेंगे.

अवैध कब्जाधारियों पर नगर निगम शिमला कार्रवाई अमल में लाएगा. VO – नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में ब्लू लाइन से मार्किंग का काम शुरू हो गया है. जल्द ही सब जगह मार्किंग का काम पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हाल ही में नगर निगम शिमला ने इसे लेकर एक विशेष हाउस बुलाया था. इस हाउस में वेंडिंग पॉलिसी पर विस्तृत चर्चा हुई थी. विशेष हाउस से पहले वेंडिंग जोन में बैठ रहे तहबाजारियों के चुनाव भी करवाए गए और इन्हें भी बैठक में शामिल किया गया.

सुरेंद्र चौहान ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर पहले से ही नगर निगम शिमला काम कर रहा है. इस काम को तेजी से पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने संजौली को नॉन वेंडिंग जोन घोषित करने की भी बात कही है. नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की ओर से भी वेंडिंग पॉलिसी बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में काम कर रही है.

इसके अलावा नगर निगम शिमला ने भी ब्लू लाइन से मार्किंग का काम शुरू किया है. उन्होंने बताया कि शिमला में 1 हजार 67 स्ट्रीट वेंडर तहबाजारी की पर्ची काट रहे थे, लेकिन जब नगर निगम की स्टेट ब्रांच ने ग्राउंड पर जाकर देखा तो वास्तव में 531 वेंडर ही पाए गए हैं. शिमला में अब 5×3 फुट का स्थान मार्क किया जा रहा है, जिसमें वेंडर अपना सामान बेच सकेंगे.