
रविवार दिल्ली नेटवर्क
बस्तर : पचहत्तर दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व का आज शक्तिपीठ दन्तेवाड़ा से आई मावली माता की डोली और मां दन्तेश्वरी के छत्र की विदाई के साथ समापन हो गया। राजपरिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव ने मावली माता की डोली और मां दंतेश्वरी के छत्र की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
वहीं, पुलिस जवानों ने माई जी को इक्कीस तोपों की सलामी दी। इसके बाद मावली माता की डोली और मां दंतेश्वरी के छत्र को फूलों से सुसज्जित वाहन में रखकर दंतेवाड़ा के लिए रवाना किया गया। गौरतलब है कि बस्तर दशहरे की शुरूआत श्रावण मास की अमावस्या तिथि को पाट जात्रा विधान के साथ हुई थी।