भारत व जर्मनी के बीच दो मैचों की सीरीज में रोमांचक व उत्कृष्ट हॉकी की उम्मीद

Exciting and excellent hockey expected in the two-match series between India and Germany

  • भारत स्ट्रक्चर व छोटे छोटे पासों के साथ आगे बढ़ने की रणनीति से उतरेगा
  • भारतीय टीम में वापसी करने वाले ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार कसौटी पर
  • मनदीप ,दिलप्रीत व शिलानंद की वापसी से भारत की अग्रिम पंक्ति में है धार
  • निगाहें भारत और जर्मनी के नौजवान खिलाड़ियों पर रहेंगी

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दुनिया के सबसे बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर और फुलबैक हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत और ओलंपिक रजत पदक विजेता व विश्व कप चैंपियन जर्मनी के बीच यहां बुधवार और बृहस्पतिवार को दो मैचों की द्विपक्षीय सीरीज में रोमांचक और उत्कृष्ट हॉकी देखने की उम्मीद है । दोनों देशों के बीच 2013 से हुए 19 मैचों में आठ फिलहाल एफआईएच रैंकिंग में पांचवें नंबर पर काबिज भारत ने और दुनिया की दूसरे नंबर की टीम जर्मनी ने सात मैच जीते हैं जबकि चार ड्रॉ रहे। दक्षिण अफ्रीकी उस्ताद क्रेग फुल्टन की भारतीय पल्टन ने अपने चिर परिचित कलात्मक हॉकी के साथ खासतौर पर ‘स्ट्रक्चर’और मजबूत रक्षण के बीच आदर्श तालमेल बैठा कर ही पेरिस ओलंपिक में कांसे के साथ हुलुनबुइर(चीन) में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी खिताब रिकॉर्ड पांचवीं बार जीता है। भारत भले ही जर्मनी से 2024 के पेरिस ओलंपिक सेमीफाइनल मे भले 2-3 से हार गया था लेकिन उसने 2020 के टोक्यो ओलंपिक में उसे पिछड़ने के बाद जिस तरह 5-4 से हरा जीत दर्ज की उससे यहां बुधवार को भी दुनिया की शीर्ष पांच में शामिल दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है। एक दिलचस्प बात यह है कि दो मैचों की पीएफसी हॉकी सीरीज के मैच मेजर ध्यानचंद नैशनल स्टेडियम में खेले जाए जाएंगे। दद्दा ध्यानचंद की कप्तानी में उनके द्वारा दागे तीन गोल से भारत ने 1936 में बर्लिन ओलंपिक में जर्मनी को फाइनल में 8-1से हराकर लगातार तीसरी बार स्वर्ण पदक जीता था।दद्दा ध्यानचंद (570 अंतर्राष्ट्रीय गोल) के बाद हरमनप्रीत सिंह (205 अंतर्राष्ट्रीय गोल) अब भारत के लिए गोल दागने में दूसरे नंबर हैं।

भारत मजबूत रक्षण, मैन टू मैन मार्किंग में जोरदार जवाबी हमले बोलने में यकीन रखने वाली जर्मनी के खिलाफ `स्ट्रक्चर व कलात्मक छोटे छोटे पासों के साथ आगे बढ़ने की रणनीति की रणनीति पर यकीन कर उतरेगा। दरअसल भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने साफ किया कि दो टेस्ट मैचों की हॉकी सीरीज उन्हें अपने नए खिलाड़ियों को आजमाने कर आंकने का मौका देगी। जर्मनी यहां दरअसल जिस टीम के साथ भारत के खिलाफ दो मैचों की सीरीज खेलने आई है उसमें 2024 पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली टीम की बजाय अंडर 21 विश्व कप चैंपियन के ज्यादा खिलाड़ी हैं। जर्मनी की जो टीम भारत के खिलाफ इस हॉकी सीरीज में खेलेगी वह कमोबेश वही है जो की प्रो लीग में खेलेगी। दरअसल एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के उत्तम सिंह, बॉबी सिंह धामी और ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह के चोटिल होने के कारण जर्मनी के खिलाफ दो मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में नही हैं।

यौन शोषण के आरोपों से मुक्त होने के बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले फुलबैक ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार कसौटी पर होगे। एफआईएच रैंकिंग में आज नए जमाने की हॉकी में शीर्ष दस में शामिल कोई भी टीम किसी भी टीम को हरा सकती है ऐसे मे भारत और जर्मनी के बीच बुधवार को यहां मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में मुकाबला लगभग बराबरी का नजर आ रहा है। निगाहें भारत और जर्मनी के नौजवान खिलाड़ियों पर रहेंगी। भारत के तुरुप के आक्रामक मिडफील्डर हार्दिक सिंह अभी भी फिट नहीं हैं और इसीलिए भारत की मध्यपंक्ति की जिम्मेदारी उपकप्तान आक्रामक मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद, अनुभवी मनप्रीत सिंह, नीलकांत शर्मा और शमशेर सिंह पर रहेगी। भारत के पास विष्णुकांत सिंह और राजिंदर सिंह के रूप में दो उदीयमान मिडफील्डर हैं। खासतौर पर विष्णुकांत सिंह ने आक्रामक मिडफील्डर के रूप में बहुत उम्मीदें जगाई हैं।

हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारत ने जर्मनी के खिलाफ दो मैचों की सीरीज के लिए चुनी 22 सदस्यीय टीम में पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता टीम के गुरजंट सिह, राज कुमार पाल,ललित उपाध्याय को आराम देकर उनकी जगह दिलप्रीत सिंह और शिलानंद लाकरा जैसे खिलाड़ियों को लबे अंतराल के बाद फिर शामिल करने के साथ स्ट्राइकर आदित्य अर्जुन लालगे और मिडफील्डर राजिंदर सिंह को पहली पर टीम में शामिल किया है।भारत के लिए फ्रीमैन के रूप में सुमित वाल्मीकि ने खुद को चीफ कोच फुल्टन और कप्तान हरमनप्रीत का तुरुप का इक्का साबित किया। सुमित अपने भारतीय किले की हिफाजत के साथ मौके मिलने पर प्रतिद्वंद्वी टीम के किले को बिखेर गोल करने की अपनी क्षमता के कारण जर्मनी के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अग्रिम पंक्ति में फिलहाल चोट से बाहर उत्तम सिंह की जगह अनुभवी स्ट्राइकर मनदीप की वापसी से अभिषेक नैन व सुखजीत सिंह के साथ लबे कद के दिलप्रीत सिंह और शिलानंद लाकरा जैसे स्ट्राइकरों की वापसी से भारत की अग्रिम पंक्ति में पर्याप्त धार दिखाई दे रही है।यौन एशियन चैंपियंस ट्रॉफी उत्तम सिंह, अरिजित सिंह हुंदल और राज कुमार को भारत ने जर्मनी के खिलाफ दो मैचों की हॉकी सीरीज के लिए आराम दिया है।

जर्मनी के खिलाफ यह दो मैचों की हॉकी सीरीज नौजावान स्ट्राइकर आदित्य अर्जुन लालगे और राजिंदर सिंह के साथ भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी करियर के आगाज का मौका तो होगा ही शिलानंद लाकरा और दिलप्रीत सिंह के लिए फिर से जैसे स्ट्राइकर के लिए फिर से राष्ट्रीय टीम के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने का मौका होगा। यह दिलचस्प होगा कि ड्रैग फ्लिकर लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर रहने के बाद अंतर्राष्ट्रीय मंच पर वापसी के लिए कितने तैयार हैं। सदाबहार गोलरक्षक पीआर श्रीजेश के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने के बाद गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा के लिए यह खुद को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी के बड़े मंच के लिए तैयार करने का मौका होगा।


जर्मनी के खिलाफ दो मैचों की हॉकी सीरीज के लिए भारत की 22 सदस्यीय टीम :
गोलरक्षक : कृष्ण बहादुर पाठक , सूरज करकेरा।
रक्षापंक्ति : जर्मनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, संजय, सुमित , नीलम संजीप खेस।
मध्पंक्ति : मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद(उपकप्तान), विष्णुकांत सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, मोहम्मद रहील मौसीन, राजिंदर सिंह।
अग्रिम पंक्ति : मनदीप सिंह,अभिषेक नैन, सुखजीत सिंह,आदित्य अर्जुन लालगे, दिलप्रीत सिंह, शिलानंद लाकरा।
मैच का समय: भारत वि. जर्मनी, दोपहर बाद तीन बजे से।

भारत वि. जर्मनी हॉकी : एक नजर आंकड़ों पर
कुल मैच : 107
भारत ने जीते 26, जर्मनी ने जीते 27, ड्रॉ 27
गोल : भारत ने किए 175, जर्मनी ने 230
सबसे बड़ी जीत
भारत ने जर्मनी को बर्लिन ओलंपिक में 8 -1 से हराया।
जर्मनी ने भारत को मांट्रियल ओलंपिक में 7 -1से हराया।
भारत और जर्मनी आखिरी पांच मैच
भारत जीता : 3, जर्मनी जीता 2
ओलंपिक : 13 मैच खेले
भारत ने जीते 5, जर्मनी ने जीते 5, ड्रॉ 3
हॉकी विश्व कप : खेले 8
जर्मनी ने जीते 4, भारत ने जीते 2, ड्रॉ 2
चैंपियंस ट्रॉफी : मैच खेले 16
भारत जीता 4, जर्मनी जीता 9, ड्रॉ 3
एफआईएच प्रो लीग : मैच खेले 5
भारत ने जीते 4, जर्मनी ने जीता 1