हमारे संबंध ऐसे कि बातचीत के लिए हमें ट्रांसलेटर की जरुरत नहीं , प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान पुतिन ने कही बड़ी बात …
पीएम मोदी 22 अक्तूबर को ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में शरीक होने रूस की दो दिवसीय यात्रा पर कजान शहर पहुंचे जहां उनका बेहद भव्य स्वागत किया गया । वे रूस की अध्यक्षता में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने यहां पहुंचे। कजान पहुंचने के बाद उनकी मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हुई , दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई । बैठक के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने कुछ ऐसा कह दिया जिसे सुन वहां मौजूद हर कोई मुस्कुराने पर मजबूर हो गया । खुद पीएम मोदी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएं और माहौल बेहद सकारात्मक हो गया । यह घटनाक्रम दोनों नेताओं के बीच समय के साथ मजबूत होते संबंधों को भी दर्शाता है ।
जानिये पुतिन ने क्या कहा जो मोदी हंसने लगे …
दरअसल, द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी स्वदेशी भाषा हिंदी और राष्ट्रपति पुतिन रूसी भाषा में अपनी बातें रख रहें थे । दोनों की कही गई बात को वहां मौजूद ट्रांसलेटर अनुवाद कर रहे थे । इसी बीच पुतिन ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा, भारत और रुस के संबंध इतने मजबूत हैं कि मुझे लगता है कि आप मेरे द्वारा कही बातें बिना ट्रांसलेटर की मदद से भी बखूबी समझ सकते हैं । पुतिन के कथन पर वहां मौजूद हर किसी के चेहरे पर जहां मुस्कुराहट थी वहीं पीएम मोदी खुद भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएं और खिलखिला कर हंसने लगे ।
पुतिन ने क्या कहा ?
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को और नई दिल्ली के संबंध काफी विशेष हैं और समय के साथ और मजबूत हो रहें हैं । इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले तीन महीनों में मेरा रूस का यह दूसरा दौरा है, जो दोनों देशों के बीच की गहरी साझेदारी और दोस्ती को दर्शाता है । आपको बता दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल जुलाई में बी रूस की यात्रा पर गए थे जिस दौरान कैमलिन में राष्ट्रपति पुतिन ने उनका जौरदार स्वागत किया था, इतना ही नहीं खुद गाड़ी ड्राइव करके उन्हें अपने आधिकारिक आवास की सैर तक कराई थी ।
रूस यूक्रेन युद्ध सुलझाने में भारत निभा सकता है महत्वपूर्ण किरदार
अपने इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने युद्ध के हालातों के संदंर्भ में अपनी बात पुतिन के समक्ष रखते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से ही होना चाहिए । पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकाला जाएं एक बार फिर इस पर जोर देते हुए कहा हम शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली का पूरी तरह समर्थन करते हैं । पीएम मोदी ने ब्रिक्स समित को संबोधित करने के दौरान कहा कि यह ग्रुप युद्ध को नहीं बल्कि डायलॉग और डिप्लोमेसी को समर्थन करता है । उन्होंने इस मंच से आतंकवाद और आतंकी फंडिंग के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को उनके शानदार स्वागत और आवभगत के लिए आभार भी व्यक्त किया ।