इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने का सिलसिला जारी है।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
बाहरी उत्तरी जिले के समयपुर बादली थाने में तैनात एएसआई कृष्ण चंद चोरी के एक मामले में क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने के लिए शिकायतकर्ता से 25 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था।
24 अक्टूबर 2024 को विजिलेंस हेल्पलाइन नंबर 1064 पर शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे थाना समयपुर बादली में दर्ज एक ई-एफआईआर में मशीनरी चोरी का आरोपी बनाया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, यह मशीनरी उपकरणों को लेकर एक व्यावसायिक विवाद था। एएसआई कृष्ण चंद इस मामले का जांच अफसर है। शिकायतकर्ता एफआईआर को रद्द करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय गया। न्यायालय ने इस टिप्पणी के साथ मामले का निपटारा कर दिया कि याचिकाकर्ता सभी संबंधित दस्तावेज जांच अधिकारी को दे। जांच अधिकारी के संतुष्ट होने पर क्लोजर रिपोर्ट फाइल की जाएगी। शिकायतकर्ता सभी दस्तावेजों के साथ जांच अधिकारी एएसआई कृष्ण चंद के पास गया। एएसआई कृष्ण चंद ने दस्तावेजों के आधार पर और मामले की योग्यता के अनुसार कार्य करने के बजाए मामले को बंद करने/रद्द करने के लिए 35000 रुपए रिश्वत की मांग की।
24 अक्टूबर की शाम को एएसआई कृष्ण चंद ने शिकायतकर्ता से थाने की दूसरी मंजिल पर स्थित अपने कमरे में रिश्वत के 25 हजार रुपए लिए और रिश्वत के पैसे अपनी पैंट की जेब में रख लिए।
विजिलेंस टीम, जो दूर से सारी गतिविधियों पर नज़र रख रही थी, उसने तुरंत कार्रवाई की और एएसआई कृष्ण चंद को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उसकी जेब से रिश्वत की रकम बरामद हुई।
भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की लगातार धरपकड़ के बावजूद दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार थम नहीं रहा।
सीबीआई ने 24 अक्टूबर को उत्तर पश्चिम जिले में माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को बैंक अकाउंट डी-फ्रीज करने के लिए शिकायतकर्ता से आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा ।
सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। भ्रष्टाचार का आलम ये है कि इन निरंकुश, बेखौफ पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी। इस मामले में बुराड़ी थाने के एसएचओ अजीत सिंह को लाइन हाज़िर किया गया था।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को एक महिला से मकान का निर्माण कार्य जारी रखने देने की एवज़ में तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
बीट में तैनात सिपाही अमित ने रिश्वत न देने पर महिला के मकान का निर्माण कार्य रोक देने और उसे तुड़वा देने की धमकी दी।