भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में पहले टेस्ट से शुरू होगी अग्नि परीक्षा

India's litmus test will begin with the first Test against Australia in Perth

  • भारत को अब डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचने के लिए टेस्ट सरीज की 4-0 से जीतनी होगी
  • भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उम्मीदें विराट, ऋषभ व यशस्वी पर टिकीं
  • ध्रुव जुरेल, पड्डीकल और रेड्डी को मिल सकता है एकादश में मौका
  • भारत के सामने यक्ष प्रश्न पर्थ में पहले टेस्ट के लिए सही एकादश चुनने का

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : नियमित कप्तान रोहित शर्मा अपने बेटे के जन्म के कारण भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में शुक्रवार से शुरू हो रहे पांच टेस्ट मैचों की क्रिकेट सीरीज के पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हैं। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले नौजवान बल्लेबाज शुभमन गिल का अभ्यास में अंगूठा टूट जाने के कारण खेलना तय नहीं है। अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने घुटने के ऑपरेशन के बाद खेलना शुरू कर दिया और उन्हें फिर से टेस्ट के लिए मैच फिट होने के लिए चयनकर्ता अभी और परखना चाहते हैं। कभी भारत की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा की बाबत राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने सोचना छोड़ अब आगे बढ़ चुके हैं। केएल राहुल और 18 सदस्यीय टीम में शामिल अभिमन्यु ईश्ववरन ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ इंडिया ए के लिए खेल नाकाम रहे। सरफराज खान भी रनों के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज एक शतक को छोड़ जूझते नजर आए। निजी कारणों से पहले टेस्ट बाहर नियमित कप्तान रोहित शर्मा और उनक समव्यस्क विराट कोहली , रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल चारों दिग्गज अब 36 बरस या इससे पार हैं और सभी के टेस्ट ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की सांझ करीब दिखाई दे रही है। मेहमान न्यूजीलैंड टीम से अपने घर में तीन टेस्ट की सीरीज में 0-3 से हार ने भारत की आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की राह खासी मुश्किल कर दी है।

भारत की मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पर्थ में पहले टेस्ट से ही अग्नि परीक्षा शुरू हो जाएगी। भारत को अब डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचने के लिए पांच टेस्ट सीरीज की 4-0 से जीतनी होगी अन्यथा उसकी किस्मत का फैसला उसके हाथ में नहीं बल्कि बाकी टीमों के नतीजों जा टिकेगा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया से पिछली चार-चार टेस्ट मैच की पांच में लगातार चार सीरीज 2-1 से जीती हैं। पिछली चार में से अपने घर में भारत ने दो टेस्ट सीरीज जीतने के साथ ऑस्ट्रेलिया को दो बार उसके घर में शिकस्त दी है। भारत के पास ऑस्ट्रेलिया से लगातार तीसरी बार उसके घर में टेस्ट सीरीज जीत कर डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्थान बनाने का मौका है।ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम को उसके घर में हराना बेशक मुश्किल है लेकिन नामुमकिन कतई नहीं है। भारत इस बीच ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में मात्र एक बार 2014 में टेस्ट सीरीज तब 0-2 से हारा था जब उसके तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने ब्रिस्बेन में दूसरे टेस्ट में अपने करियर का आगाज किया था। भारत के लिए ये आंकड़े जरूर उसका हौसला बढ़ाने के लिए अच्छे हैं लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराने और पर्थ में रफ्तार के सौदागरों की मुफीद पिच पर उसके खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जीत के साथ आगाज करने के लिए उसकी उम्मीदें हाल ही में रंगत पाने के लिए जूझने के बावजूद उसकी धरती पर सबसे कामयाब रहे बल्लेबाज विराट कोहली के साथ इस समय रंग में चल रहे सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और कार दुघर्टना के बाद दूसरा जीवन पाने वाले ऑस्ट्रेलिया में खासे कामयाब और पिछली टेस्ट सीरीज की जीत के हीरो रहे ऋषभ पंत पर जा टिकीं हैं। विराट कोहली के पहले टेस्ट के बाद पिछली सीरीज में निजी कारणों से स्वदेश लौटने के बाद अजिंक्य रहाणे के मार्गदर्शन में पुजारा के साथ शुभमन गिल , ऋषभ पंत और वाशिंगटन सुंदर जैसे युवा खिलाड़ी ने जीवट दिखा बाजी बाजी पलट भारत को टेस्ट सीरीज 2-1 से जिताई थी। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों कप्तान पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क के साथ उसके तेज गेंदबाजों की त्रिमूर्ति की अहम कड़ी जोश हेजलवुड ने कहा कि वह इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि इस बार भारतीय टीम में गेंदबाजों को थका कर पस्त करने वाले चेतेश्वर पुजारा नहीं है। ऐसे में अपने धैर्य से ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के खिलाफ केएल राहुल और ध्रुव जुरैल में चेतेश्वर पुजारा की तरह क्रीज पर धैर्य दिखाने की क्षमता है।

रोहित की गैरमौजूदगी में पर्थ में पहले टेस्ट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में मोहम्मद सिराज के साथ बाकी तेज गेंदबाजों में -आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा और नीतिश रेड्डी में चाहे दो या एक कोई भी खेले उनके मार्गदर्शन की जिम्मेदारी रहेगी। भारत के सामने यक्ष प्रश्न पर्थ में पहले टेस्ट के लिए सही एकादश चुनने का रहेगा। विराट कोहली अब क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट (टेस्ट में 29, वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 50 और टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में एक) में कुल 538 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल कर सचिन तेंडुलकर ( कुल 664 अंतर्राष्ट्रीय मैच 100 शतक, 51 टेस्ट, 49 वन डे इंटरनैशनल) के बाद कुल 80 शतक जड़ सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ने में दूसरे नंबर पर हैं। भारत को ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हरा पांच टेस्ट की सीरीज जीत डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखनी है तो विराट कोहली को अपना पुराना जलवा दिखाना होगा विराट ने बीते पांच बरस में मात्र दो शतक जड़े हैं और उनकी औसत टेस्ट में औसत 55 से कम हो करीब 48 ही रह गई है। यह भारत की खुशकिस्मती है कि विराट जब मात्र 23 बरस की उम्र में सबसे पहले 2012 में ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज खेलने गए तो वह मुश्किल हालात में अपनी अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे थे। विराट कोहली ने 2024 में छह टेस्ट में दो अर्द्धशतक सहित कुल 250 रन बनाए हैं। विराट कोहली ने अपने आदर्श दुनिया के सर्वकालीन बल्लेबाजों में एक भारत के सचिन तेंडुलकर की तरह ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ छह टेस्ट शतक जड़े हैं जबकि उन्होंने यह कारनामा 13 टेस्ट खेल कर किया वहीं सचिन ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 20 टेस्ट खेलने पड़े। विराट यदि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में पहले या इससे अगले चार टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक और टेस्ट सेंचुरी जड़ते हैं तो वह सचिन को शतक जड़ने में पीछे छोड़ देंगें और ऑस्ट्रेलिया में दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा सात सेंचुरी जड़ने के ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग की बराबरी कर लेंगे।

विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट की सीरीज में एक अर्द्धशतक सहित कुल 93 रन बनाए। बीते पांच बरस में विराट की कोहली 61 पारियों में33.45रहीहै और उन्होंने केवल तीन शतक जड़े हैं लेकिन इससे पहले के पांच बरस में उनकी औसत 89 पारियों में 62.78 रन थी और उन्होंने 20 शतक जड़े थे। अपनी पिछली पांच पारियों में चार में वह दस गेंद भी नहीं खेले और मिचेल सेंटनर जैसे औसत दर्जे के बाएं हाथ के स्पिनर के खिलाफ जूझते नजर आए और अपनी पिछली दस पारियों में मात्र एक बार 100 के पार पहुंचे। अपनी इन सभी खामियों को दूर करने के लिए पर्थ में ओपटस स्टेडियम में उन्होंने बिना किसी तरह की हड़बड़ी दिखाए नेट पर ज्यादा वक्त बिताया। विराट के हाल ही के टेस्ट क्रिकेट के आंकड़े चाहे जैसी भी तस्वीर पेश करें लेकिन उनका एक दशक से ज्यादा लंबा क्रिकेट करियर इस बात की गवाही देता है कि उन्हें मुश्किलों के बीच राह बनाना आता है।

रोहित शर्मा के पहल टेस्ट के लिए उपलब्ध न होने पर यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल के ही भारत की पारी शुरू करने , देवदत्त पड्डीकल के तीसरे नंबर पर और ध्रुव जुरेल के छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखने की उम्मीद है। भारतीय टीम में अभिमन्यु ईश्वरन भी है लेकिन इंडिया ए के लिए खेलते हुए वह जिस तरह नाकाम रहे हैं उनके एकादश में जगह मिलने की उम्मीद नहीं है। विराट कोहली का चौथे और ऋषभ पंत का पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करना तय है और छठे नंबर पर सरफराज की जगह ध्रुव जुरेल को एकादश में जगह मिलनी पक्की नजर आ रही है। जुरेल ने खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया की तेज उछाल वाली पिचों पर तेज गेदबाजों को खेलने के लिए मजबूत तकनीक दिखाई है।मेलबर्न की तेज पिच पर इंडिया ए के लिए उनके दोनों पारियों में अर्द्बशतक उनका एकादश में स्थान पाने का दावा मजबूत करते हैं। मॉर्केल खुद के दक्षिण अफ्रीका के लिए ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ उसकी पिचों को खेलने के अनुभव को भारतीय तेज गेंदबाजों के साथ बांट कर उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। मॉर्केल प्रसिद्ध कृष्णा, हर्षित राणा के साथ एक छोर से बल्लेबाजों को बांध रखने वाले नीतिश रेड्डी से बहुत उम्मीदें है। बड़ा सवाल यह रहेगा कि भारत मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुमराह, सिराज के साथ नीतिश रेड्डी, हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाशदीप के रूप में किन और एक या दो और तेज गेंदबाज के साथ उतरेगा? जिस तरह अपने तेज बुमराह और सिराज के साथ गेंदबाजों को 21 बरस के ऑलराउंडर नीतिश रेड्डी से राहत दिलाने की आस मॉर्केल कर रहे हैं उससे उनका भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट करियर का आगाज करना लगभग पक्का लग रहा है। नीतिश रेड्डी इंडिया ए के लिए बतौर तेज गेंदबाज केवल एक चिकेट ही चटकाया। मार्केल का कहना है कि शुभमन गिल के अंगूठे में चोट के कारण उन्हें एकादश में शामिल करने की बाबत फैसला पर्थ में शुक्रवार को पहला टेस्ट शुरू होने से पहले ही लिया जाएगा। यदि गिल फिट नहीं हुए तो फिर भारत देवदत्त पड्डीकल को तीसरे नंबर पर और ध्रुव जुरेल को बतौर खालिस बल्लेबाज छठे नंबर पर उतारने की सोच सकता है। ऐसे में कप्तान रोहित के उपलब्ध न होने पर भारत शीर्ष क्रम में सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के जोड़ीदार के रूप में केएल राहुल को ही उतारेगा। कर्नाटक के 24 बरस के देवदत्त पड्डीकल ने भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में टेस्ट करियर का आगाज किया और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर 65 रन बनाए थे और घरेलू क्रिकेट में खेलने का खासा लंबा अनुभव है और पहले से छठे नंबर पर कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं और ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ इंडिया ए के लिए खेलते हुए मेकॉल में दूसरी पारी में 88 रन की सबसे बड़ी खेल कर सीरीज में सबसे ज्यादा 181 रन बनाए थे। पड्डीकल ने मंगलवार और बुधवार को भारतीय टीम के साथ खासा अभ्यास भी किया

वहीं ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ रांची में अपना दूसरा टेस्ट खेल इंग्लैंड के खिलाफ 39 औार 90 रन की पारियां खेल भारत को जिता मैन ऑफ द‘ मैच रहे थे। मेलबर्न में इंडिया ए के लिए अनआफिशियल टेस्ट की दोनों पारियों में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ 80 और 68 रन की पारियां खेल खुद को पर्थ में पहले टेस्ट के लिए सरफराज खान को पीछे छोड़ कर भारत की एकादश में छठे नंबर पर खालिस बल्लेबाज के रूप में स्थान पान का मजबूत दावा पेश किया है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आखिरी बार टेस्ट सीरीज 2014 -15 में तब जीती थी जब तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने उसके लिए ब्रिस्बेन में टेस्ट करियर का आगाज किया था। हेजलवुड ने माना कि भारत की टेस्ट टीम में कई नए खिलाड़ियों क साथ पर्थ में उतरेगी और उन पर बढ़िया प्रदर्शन का दबाव जरूर होगा लेकिन वे सभी प्रतिभासम्पन्न खिलाड़ी है।

ऑस्ट्रेलिया की टीम में बाएं हाथ के तीन बल्लेबाजों – सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, ट्रेविज हेड औरविकटकीपर बल्लेबाज अलेक्स कैरी की मौजदूगी में ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन के ही एकादश में खेलने की संभावना ज्यादा है। नेटस पर भी ओपटस स्टेडियम में रवींद्र जडेजा ने गेंदबाजी नहीं लेकिन बल्लेबाजी का अभ्यास जरूर किया। वहीं 2021 में पहले टेस्ट में मात्र 36 रन पर ढेर होने और शर्मनाक हार के बाद गाबा (ब्रिस्बेन) में चौथे व आखिरी टेस्ट में भारत को जीत के लिए दूसरी पारी में अंतिम दिन 324 रन और बनाने थे। 23 बरस के ऋषभ पंत क्रीज पर पांचवें नंबर पर जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तब भारत को जीत के लिए 161 रन की जरूरत थी और 43 ओवर बाकी थे और दूसरे छोर से विकेट गिरते गए और ओवर निकलते गए लेकिन ऋषभ पंत का बल्ला ऐसा बोला कि उन्होंने हेजलवुड की गेंद पर क्रीज छोड़ चौका जड़ 89* की पारी खेल कर भारत की दूसरी पारी के स्कोर को सात विकेट पर 329 रन पहुंचा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन विकेट से चौथा व आखिरी टेस्ट जिताने के साथ सीरीज भी 2-1 से जिता दी और इस जीत में उनके साथ शुभमन गिल ने 91 रन की तेज पारी खेली थी। भारत के नजरिए से ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 2018 और 2021 की टेस्ट सीरीज में वहां सात टेस्ट खेल कर एक शतक और दो अर्द्धशतक सहित कुल 624 रन बनाने वाले ऋषभ पंत की कार दुघर्टना के बाद ‘दूसरा जीवन‘ पाने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ घर में शतक के साथ टेस्ट क्रिकेट में वापसी खासी सुखद है। भारत के बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलिया के कप्तान किमंस, स्टार्क हेजलचुड जैसे तेज गेंदबाजों के साथ अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के खिलाफ सकारात्मक बल्लेबाजी करने की जरूरत होगी।

वहीं उस्मान ख्वाजा, नाथन मैक्सिवनी , मिचेल मार्श, मरनस लबुशेन स्टीव स्मिथ और अलेक्स कैरी जैसे मजबूत शीर्ष क्रम से सज्जित ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों से निपटने के लिए भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप/प्रसिद्ध कृष्णा, नीतिश रेड्डी और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक इकाई के रूप में धैर्य से गेंदबाजी की जरूरत होगी। तेज पिच को देख भारतीय तेज गेंदबाजों को रो बह उसके खिलाफ बेवजह बाउंसर करने से बचना होगा। पर्थ पर भले ही ऑस्ट्रेलिया ने पिछले चारों टेस्ट जीते हैं लेकिन भारत इस रिकॉर्ड को पलटने का दम रखता है।
पहला टेस्ट, पर्थ (सुबह 7.30 बजे से)