यशस्वी और विराट कोहली के शतकों से भारत ने बनाई बेहद मजबूत पकड़

With centuries from Yashasvi and Virat Kohli, India established a very strong hold

  • जीत के लिए 534 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 12 पर खोए तीन विकेट
  • बुमराह ने दूसरी पारी में मैक्सिवनी व लबुशेन को, सिराज ने कमिंस को आउट किया

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के नौजवान सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी के पर्थ में खेले जा रहे पहले क्रिकेट टेस्ट की दूसरी पारी में अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक जड़ बताया कि आने वाला कल उनका है। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में तीन टेस्ट मैच की सीरीज 0-3 से हार के बाद खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग जैसे पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों के निशाने पर रहे किंग विराट कोहली ने रविववार को तीसरे दिन पर्थ में 30 वां अविजित टेस्ट शतक जड़ कर अपने आलोचकों को करार जवाब दिया। यशस्वी और विराट के बेहतरीन शतकों की बदौ़लत भारत ने अपनी दूसरी पारी रविवार को तीसरे दिन का खेल खत्म होने से करीब आधा घंटा पहले 134.3 ओवरों में छह विकेट पर 487 रन बना कर समाप्त घोषित करने के साथ पहले टेस्ट पर अपनी बेहद मजबूत पकड़ बना ली।

पहली पारी में 46 रन की बढ़त हासिल करने वाले भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने दूसरी पारी में पारी में 534 रन का बेहद मुश्किल लक्ष्य रखा। भारत के कप्तान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहर बरपाते हुए सलामी बल्लेबाज नाथन मैक्सिवनी (0 रन, 4 गेंद) और मरनस लबुशेन (3 रन, 5 गेंद) को एलबीडब्ल्यू आउट कर और मोहम्मद सिराज ने कप्तान पैट कमिंस (2 रन, 8 गेंद) को विराट कोहली के दूसरे स्लिप में कैच ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में उसके तीन विकेट 4.3 ओवर में 12 रन पर निकाल कर उसकी हालत खस्ता कर दी। तीसरे दिन का खेल बंद होने के समय सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा 9 गेंद खेल कर क्रीज पर थे।

चायकाल के आधे घंटे बाद गेंदबाजों के पैरों के निशाना से हुई टूट फूट से पड़े निशान पर गिर कर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान तेज गेंदबाज पैट कमिंस की कुछ गेंदों खतरनाक ढंग से उछली और ऑफ स्पिनर नाथन लियोन कुछ गेंद तेजी से स्पिन होकर विकेटकीपर अलेक्स कैरी को छका बाउंड्री के पार निकली। पिच के इस मिजाज से भारत के बल्लेबाज विराट कोहली और वाशिंगटन सुंदर को कुछ दिक्कत जरूर पेश आई लेकिन इससे मेजबान ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरने से पहले ही यह अहसास हो गया था इस पर बल्लेबाज खेल आगे बढ़ने के साथ और मुश्किल हुआ भी।

यशस्वी जायसवाल (161 रन, 297 गेंद, तीन छक्के, 15 चौके) की केएल राहुल ((77 रन,176 गेंद, पांच चौके) की पहली विकेट की 201 रन तथा विराट कोहली (अविजित 100 रन, 143 गेंद, दो छक्के, आठ चौके) की वाशिंगटन सुंदर (29 रन, 94 गेंद, एक छक्का) के साथ छठे विकेट की 89 रन तथा नीतिश रेड्डी (38 रन, 27 गेंद, दो छक्के, तीन चौके) के साथ सातवें विकेट की 77 रन की अटूट भागीदारी से भारत ने अपनी दूसरी पारी में पहाड़ का स्कोर खड़ा कर पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया की पकड़ से करीब-करीब बाहर कर दिया। विराट कोहली ने कामचलाउ लेग स्पिनर मरनस लबुशेन की गेंद को स्वीप कर चौका जड़ अपना ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ अपना सातवां टेस्ट शतक पूरा कर इंग्लैंड के वाल्टर हैमंड के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। अब विराट कोहली से ऑस्ट्रेलिया में उसके घर सबसे ज्यादा नौ शतक जड़ने वाले विदेशी बल्लेबाज जैक हॉब्ज ही हैं। विराट के शतक पूरा करते ही कप्तान जसप्रीत बुमराह ने भारत की दूसरी पारी घोषित कर दी।

भारत ने लंच और चायकाल के बीच जायसवाल (161 रन), देवदत्त पड्डीकल(25 रन, 71 गेंउ, 2 चौके), ऋषभ पंत (1 रन, चार गेंद) और ध्रुव जुरैल (1 रन, 6 गेंद) के रूप में चार विकेट मात्र 84 रन जोड़ कर गंवाएं और तब ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज भारत की दूसरी पारी जल्द समेटते लगे थे। भारत ने चायकाल के समय दूसरी पारी मे पांच विकेट पर 359 रन बना अपनी कुल बढ़त 405 कर ली थी और तब विराट कोहली 74 गेंद खेल कर एक छक्के और दो चौकों की मदद से 40 और वाशिंगटन सुंदर 41 गेंद खेल कर एक छक्के की मदद से 14 रन बनाकर खेल रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए लंच और चायकाल का सत्र सबसे संतोषजनक रहा।

यशस्वी जायसवाल ने तीसरे दिन 90 और केएल राहुल ने 62 रन से आगे खेलना शुरू कर भारत की दूसरी पारी एक विकेट पर 172 रन से पूरे विश्वास के साथ आगे शुरू की। यशस्वी और केएल राहुल ने सुबह पहले घंटे के खेल में बहुत संभल कर बल्लेबाजी की। यशस्वी जायसवाल ने सुबह के चौथे ओवर में बेहद सधी और कंजूसी से गेंदबाजी कर रहे तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड के बाउंसर को फाइन लेग के उपर से खेल छक्का जड़ ऑस्ट्रेलिया में अपना पहले ही टेस्ट खेलते हुए दूसरी पारी में पहला शतक पूरा किया। यशस्वी ने अपना शतक 205 गेंद खेल कर तीन छक्कों और आठ चौकों की मदद से पूरा किया। केएल राहुल ने अगले ओवर में मिचेल स्टार्क की गेंद को ऑफ साइड में ड्राइव कर दो रन यशस्वी के साथ 200 रन जोड़ भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। तभी केएल राहुल (77 रन) ने स्टार्क के इसी ओवर की आखिरी मिडल स्टंप पर पड़ कर जरा बाहरी निकलती को ड्राइव करने की कोशिश की और गेंद उनके बल्ले का बेहद महीन किनारा लेकर विकेटकीपर अलेक्स कैरी के हाथों में ला पहुंची और भारत ने पहले 63 वें ओवर में पहला विकेट 201 रन पर खोया। यह ऑस्ट्रेलियाई धरती पर किसी भी विदेशी टीम की छठी पहली विकेट की सबसे बड़ी भागीदारी थी। केएल राहुल और यशस्वी की भागीदारी में ज्यादा रन बेशक यशस्वी ने बनाई लेकिन क्रीज पर दूसरे छोर से केएल राहुल ने बड़े भाई की सही वक्त पर सही सलाह देकर गलत और बेवजह आक्रामक स्ट्रोक खेलने से रोक कर उनका मार्गदर्शन किया। भारत ने लंच तक अपनी दूसरी पारी में एक िवकेट पर 275 रन बनाए। तब यशसवी जायसवाल 141 और देवदत्त पड्डीकल 25 रन बनाकर खेल रहे थे। लंच के बाद हेजलवुड की पहली ही गेंद को पड्डीकल (25 रन) ने आगे जाकर खेला लेकिन गेंद उनके बल्ले का मोटा किनारा लेकर उछली और दूसरी स्लिप में स्टीव स्मिथ ने उनका कच लपक लिया और भारत ने दूसरा विकेट 274 पर खो दिया। पड्डीकल ने आदट होने से पहले यशस्वी के साथ दूसरे विकेट के लिए 74 रन की अच्छी भागीदारी की।

2001 के बाद भारत के ही राहु़ल द्रविड़ के 2003 में एडिलेड में 2009 में क्रिस गेल के वाका में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में छक्के साथ अपना शतक पूरा करने के बाद यशस्वी जायसवाल ऑस्ट्रेलिया मे यह कारनामा करने वाले पहले विदेशी बल्लेबाज बन गए। यशस्वी जायसवाल ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट खेलते हुए छक्के साथ शतक जड़ने वाले एम एल जयसिम्हा (1968, ब्रिस्बेन) और सुनील गावसकर (1977, ब्रिस्बेन ) तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए। यह भी एक दिलचस्प संयोग है कि ऑस्ट्रेलिया में उसके घर में अपना पहला टेस्ट खेलते हुए भारत के इन तीनों बल्लेबाजों ने शतक दूसरी पारी में जड़े हैं। यशस्वी जायसवाल ने अपने 150 रन मिचेल स्टार्क की गेद को डी पॉइंट पर ड्राइव कर एक रन दौड़ कर अपने 150 रन पूरे किए। विराट कोहली ने मिचेल मार्श के आठवें ओवर की पहली नो बॉल पर एक रन दौड़ भारत को 300 रन के पार पहुंचाया।

जायसवाल को 51 रन पर जीवनदान मिला और 151 रन भी उनका एक बेहद मुश्किल कैच छूटा। यशस्वी जायसवाल (161 रन) ने तेज गेंदबाज मिचेल मार्श की ऑफ स्टंप के शॉर्ट वाइड गेंद को स्कवॉयर कट करने की कोशिश में स्टीम स्मिथ को बैकवर्ड पॉइंट पर स्टीव स्मिथ को कैच थमा और भारत ने लंच के बाद अपना दूसरा और तीसरा विकेट 313 रन पर पारी के 93 वें खोया। ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन ने ऋषभ पंत (1) को हवा में मात दी वह क्रीज छोड़ उनकी गेंद को उड़ाने निकले और विकेटकीपर अलेक्स कैरी ने उन्हें स्टंप कर दिया और भारत ने अपना चौथा विकेट 320 रन पर गंवा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने तीन ओवर में सात रन के भीतर पहले यशस्वी और फिर ऋषभ पंत के विकेट सात रन के भीतर ले राहत की सांस ली। भारत ने लंच के बाद पहले घंटे में तीन विकेट गंवाए। ध्रुव जुरैल (1, रन, 6 गेंद) ने पैट कमिंस की भीतर आती गेंद को फ्लिक करने से चूके और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया और इस जुरेल ने रिव्यू लिया लेकिन बेकार गया। भारत ने आठ रन के भीतर तीन विकेट खो दिए और उसका स्कोर पांच विकेट पर 321 रन हो गया। चायकाल के बाद वाशिंगटन सुंदर(29) ने ऑफ स्पिनर नाथन लायन की गेंद को स्लॉग स्वीप करने की कोशिश में बोल्ड और भारत ने 126 वें ओवरमें छठा विकेट 410 रन पर खोया।