संविधान दिवस भी राजनीति से अछूता नहीं रहा

Constitution Day was also not untouched by politics

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

संविधान दिवस के अमृत दिवस पर देश की राजधानी नई दिल्ली में कई सरकारी, गैर सरकारी और राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया लेकिन संविधान दिवस भी राजनीति से अछूता नहीं रहा। एक तरफ केंद्र सरकार ने संविधान को अंगीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने पर अगले एक साल तक इससे जुड़े कार्यक्रमों को चलाने की शुरुआत की है तो दूसरी तरफ विपक्ष की ओर से कांग्रेस पार्टी ने अगले दो महीनों तक संविधान रक्षक अभियान चलाने की घोषणा की है तथा कहा है कि यह अभियान 26 जनवरी 2025 तक चलाया जाएगा।

संविधान दिवस पर सुप्रीम कोर्ट में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपात काल की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे संविधान ने आजादी के बाद के कालखंड में अनेक चुनौतियों का बखूबी सामना किया है। साथ ही देश के सामने आई हर समस्या से सफलता पूर्ण निबटा भी है । मोदी ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में अब संविधान पूरी तरह लागू हुआ है। पहली बार वहां संविधान दिवस मनाया गया। उन्होंने कहा कि देश को नई न्याय व्यवस्था दी गई है,जो त्वरित न्याय करे। प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी और लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पर्व का स्मरण कराया। उन्होंने कहा कि आगे भी संविधान हमें रास्ता दिखाएगा। मोदी ने कहा कि आज 26/11 की भी बरसी है। देश के दुश्मनों को बक्शा नहीं जाएगा और हम हर आतंकी संगठन को मुंहतोड़ जवाब देंगे।

संविधान दिवस समारोह में डॉ आंबेडकर का स्मरण करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के सपने नई ऊंचाई पर पहुंचे है। देश में10 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन जारी किए गए है। हमने सीनियर नागरिकों को डिजिटल इंडिया से जोड़ा है। अब वे घर बैठे पैसे निकाल सकते हैं। मिशन इंद्रधनुष के जरिए टीकाकरण को आसान किया गया है। सबको बिजली का कनेक्शन देकर उनके जीवन को रोशन किया गया है। आज 4 करोड़ भारतीयों को पक्का घर मिला है और 12 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को नल से जल दिया है ।

संविधान दिवस के मौके पर केंद्र सरकार ने संविधान को अंगीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने पर अगले एक साल तक इससे जुड़े कार्यक्रमों को चलाने की शुरुआत की। इसकी शुरुआत पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू , उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यसभा और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और दोनों सदनों के सांसद गण भी मौजूद थे। संविधान की 75 वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए एक स्मारक सिक्का और एक विशेष डॉक टिकट भी जारी किया गया। इसके अलावा संविधान का संस्कृत और मैथिली भाषाओं में विमोचन हुआ तथा भारतीय संविधान की ऐतिहासिक यात्रा पर एक लघु फिल्म की प्रस्तुति भी की गई।

उधर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित संविधान रक्षक अभियान में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 10 सालों में नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान संविधान को कुचलने और कमजोर करने की तमाम साजिश रची गई है।मल्लिकार्जुन खरगे ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की। राहुल गांधी ने अपने चिर परिचित अंदाज में एक बार फिर संविधान की किताब दिखाते हुए लोगों से सवाल पूछा कि जिस संविधान ने देश के हर नागरिक को बराबरी का अधिकार दिया है क्या मौजूदा दौर में उसे वह अधिकार मिल रहा है? राहुल गांधी ने भारतीय संविधान को सत्य और अहिंसा की किताब कहते हुए इसे गांधी, शिवाजी, फूले और बुद्ध की विचारधारा से प्रेरित बताया, जबकि बीजेपी, आरएसएस और सावरकर की सोच को संविधान की सोच से विपरीत बता दिया।

कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की मौजूदा सरकार दलितों, आदिवासियों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को उसके हक से वंचित रखने की विचारधारा पर काम कर रही हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा संविधान की मूल भावना के साथ सभी तबके के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने का काम किया है और आगे भी करती रहेगी।

राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना और आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत के बैरियर से ऊपर ले जाने की अपनी बात को एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि बीजेपी-आरएसएस कुछ भी कर ले जाति जनगणना और 50 प्रतिशत आरक्षण के बैरियर को हर हाल में खत्म करके रहेंगे। जाति जनगणना को इसी लोकसभा में पास कराने के लिए सरकार पर दबाव भी बनाया जाएगा। राहुल गांधी ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू किए गए जाति आधारित जनगणना की जबरदस्त तारीफ की और यह कहा कि बहुत जल्दी जनगणना की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।उसके बाद तमाम पॉलिसीज इसी जनगणना के आंकड़ों के आधार पर बनाएगी, इससे ‘जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी’ का लक्ष्य पूरा हो पाएगा, राहुल ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर सबसे पहले जाति आधारित जनगणना कराने का वादा भी कर दिया ।

संविधान दिवस के बहाने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राहुल गांधी की ही तर्ज पर उद्योगपति गौतम अडानी को आड़े हाथों लेते हुए उन पर हाल ही में सम्पन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए पैसा बांटने का गंभीर आरोप लगा दिया. इसके अलावा खरगे ने सार्वजनिक मंच से पहली बार ईवीएम मशीन को पूरी तरह से प्रतिबंधित करके बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर दी। हमको ईवीएम से चुनाव नहीं चाहिए, खरगे ने कहा कि छोटे तबकों के लोगों का जो वोट कांग्रेस को मिल रहा है वो सब फिजूल जा रहा है।

हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई नेता दबी जुबान में ईवीएम पर शंका जता रहे थे लेकिन आज संविधान दिवस के मौके पर मल्लिकार्जुन खरगे ने बैलेट पेपर से चुनाव करने को लेकर देशभर में एक बड़े जन आंदोलन की घोषणा भी कर दी है, इसके लिए कांग्रेस पार्टी विपक्ष की अन्य पार्टियों के साथ भी चर्चा करेगी।

अब यह देखना होगा कि संविधान दिवस के वर्ष पर्यन्त आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में इसी प्रकार आरोप प्रत्यारोप जारी रहेंगे अथवा सभी राजनीतिक दल संविधान की भावना अनुरूप मिल कर आगे बढ़ेंगे?