आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली चार पर्वत चोटियों पर देश का तिरंगा लहराने वालीं बलजीत कौर को ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ ने किया सम्मानित

  • आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली चार पर्वत चोटियों पर देश का तिरंगा लहरा चुकी हैं बलजीत कौर
  • मैं हवा बनकर हर एक चिंगारी को आग में बदल सकती हूं- बलजीत कौर
  • हमारे लिए इतने ऊंचे पर्वतों पर चढ़ने की बात को सोचना भी कठीन – अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

एक महीने से भी कम समय में आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली चार पर्वत चोटियों पर देश का तिरंगा लहराने वालीं बलजीत कौर और उनके गाइड मिंगमा शेर्पा को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा, कोषाध्यक्ष, चंद्र शेखर लूथरा सह-सचिव स्वाति माथुर, क्लब के वरिष्ठ सदस्य विजय शंकर चतुर्वेदी, मनोज शर्मा, बी.आर. चौहान, उपस्थित रहें। बलजीत कौर ने हाल ही में बहुत ही कम समय के अंतराल में माउंट ल्होत्से, माउंट अन्नपूर्णा, कंचनजंगा और माउंट एवरेस्ट जैसी विश्व प्रसिद्ध चोटियों को लगभग 58, हजार फीट ऊंचाई को फतेह किया।

अपने पर्वतीय अनुभवों को साझा करते हुए बलजीत कौर ने बताया कि कैसे पर्वत की चोटियों की तरफ बढ़ते हुए उनका कई कठिनाईओं के साथ सामना हुआ। जहां ऐसा लगा कि अब जिंदा वापस नहीं लौटेंगे। उस समय कैसे उनकी टीम में मौजूद सभी लोगों ने एक दूसरे को प्रोत्साहित किया और फिर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आगे बढ़ना शुरु किया। क्योंकि बलजीत कौर एक शुद्ध शाकाहारी हैं, तो उन्होंने बताया कि कैसे पहाड़ चढ़ते समय आलू के पराठे ही उनका मुख्य आहार बने।

बलजीत कौर ने इस तरह पर्वतों को फतेह करने वाले अपने जज्बे पर कहा कि, “यह मेरे लिए काफी गर्व की बात है कि मैने अपने देश के लिए कुछ किया। कहने के लिए जीत खिलाड़ी की होती है लेकिन जब वह कहता है कि मुझे अपने देश पर गर्व है, तब पूरे देश का सिर ऊंचा हो जाता है। मैं हमेशा इस जज्बे के साथ आगे बढ़ती हूं कि मैं हवा बनकर हर एक चिंगारी को आग में बदल सकती हूं।”

‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने बलजीत कौर और गाइड मिंगमा शेर्पा का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे लिए पहाड़ों पर चढ़ने की बात को सोचना भी बहुत कठिन है। और आप दुनिया की सबसे ऊंची चोटी के साथ कई चोटियों को एक साथ फतेह कर चुकी हैं यह सच में हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। मैं भी एक पहाड़ी हूं और मैने भी पहाड़ का जीवन जिया हुआ है। इसलिए मैं समझ सकता हूं कि यह कितना चुनौतीपूर्ण हुआ होगा।

स्वाति माथुर, सह सचिव ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ ने इस मौके पर बलजीत कौर को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बलजीत आप ऐसे ही देश के नाम को रोशन करती रहें। आप जब भी इस तरह से पर्वतों को फतेह करती हैं तो देश की नारी को अपने सपनों को पूरा करने के लिए और बल मिलता है।

वरिष्ठ सदस्य विजय शंकर चतुर्वेदी ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ ने बलजीत कौर और गाइड मिंगमा शेर्पा की विशेष रुप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मिंगमा शेर्पा जैसे लोग सही मायने में द्रोणाचार्य हैं। जोकि बलजीत कौर जैसी उत्साही पर्वतरोही उम्मीदवारों को ट्रेनिंग और पर्वत फतेह करने में मदद करते हैं।

‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ के वरिष्ठ सदस्य मनोज कुमार शर्मा ने दोनों ही गुरु और शिष्य की जोड़ी को सम्मान देते हुए कहा कि बलजीत कौर जैसी लड़कियां सही मायने में महिला सशक्तिकरण का सही उदाहरण हैं। इनके पिता एक वाहन चालक हैं, इसके बावजूद इन्होंने इतनी हिम्मत रखी और पर्वत को अपने कदमों तले किया। मैं बलजीत कौर को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ और यमुना युवक केंद्र की तरफ से बलजीत कौर और उनके गाइड मिंगमा शेर्पा को बुके और जीतो इंडिया ट्रैक शूट देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान दोनों ने ही अपने पर्वत फतेही संघर्षों और जज्बों के बारे में सभी को बताया। बलजीत कौर को ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’ और यमुना युवक केंद्र के प्रधान राजेश लांबा, संचालक अजय यादव और सभी सदस्यों ने सम्मानित किया।