अपस्किलिंग, रिस्किलिंग और रिइंवेंशन वक्त की दरकार: मेजर जनरल

Upskilling, reskilling and reinvention are the need of the hour: Major General

  • तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की ओर से बिल्डिंग ए लीगेसीः द रोल ऑफ सिन्सेरिटी, कमिटमेंट एंड डेडीकेशन इन लास्टिंग सक्सेस पर लीडरशिप टाक सीरीज सेशन 10 में इंडियन आर्मी के रिटायर्ड मेजर जनरल अजय चतुर्वेदी ने की शिकरत

रविवार दिल्ली नेटवर्क

इंडियन आर्मी के रिटायर्ड मेजर जनरल अजय चतुर्वेदी ने कहा, स्टुडेंट्स को जीवन में दीर्घ कालीन सफलता को निष्ठा, प्रतिबद्धता, ईमानदारी और समर्पण महत्वपूर्ण हैं। छात्र जीवन के बाद जब स्टुडेंट्स प्रोफेशनल लाइफ में प्रवेश करते हैं तो इन गुणों के बूते ही किसी भी समस्या का त्वरित समाधान कर सकते हैं। उन्होंने तेजी से बदलती दुनिया में व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए अपस्किलिंग, रिस्किलिंग और रिइंवेंशन को अपनाने की आवश्यकता पर गहनता से प्रकाश डाला। रिटायर्ड मेजर जनरल चतुर्वेदी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की ओर से बिल्डिंग ए लीगेसीः द रोल ऑफ सिन्सेरिटी, कमिटमेंट एंड डेडीकेशन इन लास्टिंग सक्सेस पर लीडरशिप टाक सीरीज सेशन 10 में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। इससे पूर्व रिटायर्ड मेजर जनरल अजय चतुर्वेदी ने बतौर मुख्य वक्ता, वीसी प्रो. वीके जैन ने बतौर मुख्य वक्ता, टिमिट के डीन प्रो. विपिन जैन, एसोसिएट डीन प्रो. अमित कंसल आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके ऑडी में लीडरशिप टाक सीरीज सेशन 10 का शुभारम्भ किया। टाक सीरीज के दौरान सवाल-जवाब का दौर भी चला। अंत में मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

रिटायर्ड मेजर जरनल चतुर्वेदी ने निष्ठा, प्रतिबद्धता, ईमानदारी और समर्पण की उदाहरणों के साथ विस्तार से व्याख्या की। उन्होंने बताया, ये गुण स्टुडेंट्स को सफलता और सकारात्मक जीवन जीने में हमेशा मदद करते हैं। अपने संदेश को स्पष्टता से प्रकट करने के लिए मेजर चतुर्वेदी ने ऐतिहासिक और समकालीन महान व्यक्तित्वों जैसे- सिखों के दसवें गुरू गुरु गोविंद सिंह, महान पराक्रमी महाराणा प्रताप, महान दार्शनिक चाणक्य, मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, सुपर 30 के संस्थापक श्री आनन्द कुमार, नौशेरा के शेर बिग्रेडियर मो. उस्मान, पर्यावरण योद्धा चामी मुर्मू आदि के उदाहरण भी स्टुडेंट्स के समक्ष प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में डॉ. मनोज अग्रवाल, डॉ. विभोर जैन, डॉ. नितिन अग्रवाल, डॉ. पंखुड़ी अग्रवाल, डॉ. वरुण कुमार सिंह। संचालन असिस्टेंट डायरेक्टर एकेडमिक्स डॉ. नेहा आनन्द ने किया।