अजय कुमार
लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड अपराधियों को एक तरह से उल्टा करके सीधा करने की तैयारी की है। इसलिए सिपाही भर्ती व आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी) परीक्षा के पेपर लीक कराने वाले गिरोह के मुख्य सदस्य राजीव नयन मिश्रा की तलाश तेजी से चल रही है। जमानत पर छूटने के बाद वह अंडरग्राउंड हो गया है। ईडी ने नयन को नोटिस भी जारी की है। साथ ही गिरोह के सदस्यों की अपराध की काली कमाई से जुटाई गई कुछ संपत्तियों का भी पता चला है। ईडी संपत्तियों को चिन्हित करा रहा है, जिन्हें जल्द जब्त कराया जाएगा।
ईडी ने गिरोह के सदस्य रहे रवि अत्री व सुभाष प्रकाश को पुलिस रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की थी। सूत्रों का कहना है कि दोनों से पूछताछ में सामने आया है कि हरियाणा निवासी गिरोह के एक सदस्य ने अभ्यर्थियों से लगभग तीन करोड़ रुपये वसूले थे। ईडी उस सदस्य की भी तलाश कर रहा है। ईडी जल्द कुछ अभ्यर्थियों के बयान भी दर्ज करने की तैयारी में है। बता दें ईडी ने आरोपित रवि अत्री व सुभाष को बीते दिनों अपने केस में भी गिरफ्तार किया था और उन्हें पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। रवि प्रयागराज जेल तथा सुभाष मेरठ जेल में बंद है। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने पहले दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
उधर, ईडी ने छह अगस्त को दोनों परीक्षाओं का पेपर लीक कराने में शामिल रहे मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा व सुभाष प्रकाश की 1.02 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। जल्द कुछ अन्य संपत्तियां भी जब्त की जाएंगी। एसटीएफ ने सिपाही भर्ती का पेपर लीक कराने में शामिल रहे राजीव, सुभाष, रवि अत्री व अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया था। बाद में आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक कराने में भी इनकी भूमिका सामने आई थी। ईडी भी दोनों मामलों की जांच कर रहा है।
आरोपितों ने मानेसर (हरियाणा), रीवा व भोपाल (मध्य प्रदेश) स्थित रिसोर्ट में अभ्यर्थियों को बुलाकर उनसे मोटी रकम वसूली थी।