भारत के लिए अब अफगानिस्तान के खिलाफ भी जीत बेहद जरूरी

  • भारत को जीतना है तो कप्तान छेत्री, कोलाको और आकाश को तालमेल दिखाना होगा
  • हेड कोच स्टीमैक बोले,सुरेश, आकाश, रोशन, अनवर है हमारे ‘गुप्त अस्त्रÓ
  • अफगानिस्तान के खिलाफ मैच खेलने को लेकर कतई भयभीत नहीं
  • कप्तान सुनील छेत्री बोले, अफगनिस्तान के खिलाफ गलती गुंजाइश बहुत कम

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान सुनील छेत्री के दो गोल से भारत की फुटबॉल टीम कंबोडिया पर 2023 एएफसी एशियन कप क्वॉलिफायर में 2-0 से जीत से आगाज करने के बाद अब कोलकाता में ही शनिवार को अफगानिस्तान के खिलाफ अहम बड़े मैच के लिए विश्वास से भरी नजर आ रही है। भारत के लिए एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफायर करने के लिए अफगानिस्तान के खिलाफ शनिवार को मैच जीतना बेहद जरूरी है। भारत के चीफ कोच इगोर स्टीमैक भी अपने खिलाडिय़ों को अफगानिस्तान के खिलाफ मैच की अहमियत की बाबत बता चुके हैं। अफगानिस्तान के कई खिलाड़ी विदेशी फुटबॉल लीग में खेलते हैं और पूरे साथ खेलते हैं। अफगानिस्तान की टीम में बढिय़ा फुटबॉल कौशल के साथ मुश्किल से निकल कर खेलने की कूवत है। भारत को अफगानिस्तान के खिलाफ जीतना है तो खुद कप्तान स्ट्राइकर सुनील छेत्री तथा मिडफील्डर ब्रेंडन फर्नांडीज और डिफेंडर आकाश मिश्र, लिस्टन कोलाको और सुरेश सिंह और रोशन सिंह को वैसा ही परस्पर तालमेल वाला खेल दिखाना होगा जैसा कि कंबोडिया के खिलाफ खेला था। भारत के लिए एक अच्छी बात यह है कि अफगानिस्तान की टीम मजबूत खिलाडिय़ों के बावजूद अपने पहले मैच में हांगकांग से 1-2 से हार गई थी। कई विदेशी खिलाडिय़ों के जुडऩे से हांगकांग की टीम और मजबूत हो गई है।

भारत के हेड कोच इगोर स्टीमैक ने कहा, ‘मैं अपनी भारतीय टीम के हर फुटबॉलर का आभार जताना चाहूंगा। मैंने अपनी टीम के खिलाडिय़ों से बस यही मांगा था कि वे टीम पर गोल न होने और खुद करें और कंबोडिया के खिलाफ उन्होंने यही किया। हमारी भारतीय टीम कंबोडिया के खिलाफ और गोल करती तो मैं और ज्यादा खुश होता। फिर भी मैं अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हूं। हम कंबोडिया के खिलाफ 4-0 से जीतते तो यह आदर्श नतीजा होता। हमें गोल करने के कहीं ज्यादा स्पष्टï मौके मिले। हम कंबोडिया से जीतते इसके लिए हमें एक बार फिर कप्तान स्ट्राइकर सुनील छेत्री का आभारी होना चाहिए। मैंने लिस्टन, उदांत, आशिक और साहल से कंबोडिया के खिलाफ गोल करने की उम्मीद की थी और इन सभी को गोल करना शुरू करना होगा। हर मैच कुछ अलग अनुभव देता है। यह इस पर निर्भर करता है कि खिलाड़ी कितनी जल्दी खुद को हालात के मुताबिक ढालते है। बेशक अफगानिस्तान के खिलाफ मैच एक अलग मैच होगा। हम अफगानिस्तान के खिलाफ मैच खेलने को लेकर कतई भयभीत नहीं हैं। हमारे सभी नौजवान खिलाड़ीराष्टï्रीय टीम के लिए जूझने को तैयार हैं। सुरेश, आकाश, रोशन, अनवर-ये सभी हमारे गुप्त अस्त्र हैं। हमारी टीम के ये सभी नौजवान खिलाडिय़ों बेखौफ हैं और राष्टï्रीय टीम के लिए हमें ऐसे ही खिलाडिय़ों की जरूरत है। अभी मात्र एक तिहाई काम ही पूरा हुआ है। अभी और सुधार की जरूरत है। बतौर कोच मैं अपनी प्रतिद्वंद्वी टीमों की खामियों का आकलन कर अपने खिलाडिय़ों को बता सकता हूं। हमें इसे मैदान पर अमली जामा पहनाने की जरूरत है।’

वहीं कोलकाता में कंबोडिया के खिलाफ दो गोल भारत को जीत दिलाने वाले कप्तान सुनील छेत्री ने भी टीम के हेड कोच स्टीमैक की राय से इत्तफाक जताया। सुनील छेत्री ने कहा, ‘अफगनिस्तान के खिलाफ गलती गुंजाइश बहुत कम है। हमारे लिए कंबोडिया के खिलाफ जीतना जरूरी था। फिर भी मैं यही कहूंगा कि हम और बेहतर कर सकते थे। हम विडियो देखकर रणनीति बनाएंगे। नए फॉर्मेट के मुताबिक हर टीम को बस एक मैच खेलना है और इसीलिए गलती की गुंजाइश बहुत है। क्वॉलिफायर्स में जीत के साथ आगाज करना बहुत मायने रखता है। स्थितियां कतई आसान नहीं थी और खासी उमस थी। हमारे लिए अगले मैच के लिए यह सबक है।’