रविवार दिल्ली नेटवर्क
भोपाल : मुंबई से सीतापुर जा रही 12107 लोकमान्य तिलक-सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में महिला यात्री ने बेटे को जन्म दिया। गर्भनाल नहीं कटने की वजह से मां-बेटे दोनों की जान पर बन आई। ट्रेन के भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंचने पर, रेलवे हॉस्पिटल की टीम ने कोच में जाकर महिला और नवजात को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की। गर्भनाल काटकर महिला और बच्चे की जान बचाई। व्हीलचेयर और स्ट्रेचर की मदद से महिला को ट्रेन से उतारकर हमीदिया अस्पताल भेजा गया। यहां से इलाज मिलने के बाद परिवार एम्बुलेंस से कानपुर के लिए रवाना हो गया।
धनीराम और उनकी पत्नी पूजा देवी कानपुर के ही रहने वाले हैं। दोनों ट्रेन के स्लीपर कोच S-6 में यात्रा कर रहे थे। भुसावल और भोपाल के बीच तड़के 3.30 बजे पूजा को लेबर पेन होने लगा। महिला यात्रियों ने डिलीवरी कराई। ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ ने भोपाल मंडल के वाणिज्य नियंत्रण कक्ष में इसकी सूचना दी। यह भी बताया कि गर्भनाल अभी तक नहीं कटा है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि सूचना मिलते ही उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) जावेद अंसारी को निर्देश दिए गए। रेलवे अस्पताल भोपाल से डॉ. आशा चमनिया के नेतृत्व में मेडिकल टीम को बुलाया गया। ट्रेन भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर सुबह 5.58 बजे पहुंची। रेलवे स्टाफ और मेडिकल टीम पहले से ही तैयार थी।