सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत की जूनियर टीम की कप्तान ज्योति सिंह ने अपनी टीम के खिताब बरकरार रखने पर बेहद खुश नजर आई। मुझे खुशी है कि ट्रेनिंग की हमारी मेहनत अंतत: रंग लाई। हमने पूरे टूर्नामेंट में एक भी गलती नहीं की। मुझे अपनी जूनियर टीम की साथियों के उच्च स्तर पर बढ़िया प्रदर्शन पर फख्र है। फाइनल में चीन की जूनियर टीम का सामना बड़ी चुनौती था और हमने मैदान पर पूरी शिद्दत से खेल कर ट्रॉफी घर लाने में कामयाब रहे। दीपिका ने तो शानदार प्रदर्शन कियर ही ही कणिका सिवाच, मुमताज खान और सुनीलिता टोपो ने अग्रिम पंक्ति में कर दीपिका को गोल वर्षा में मदद की। अपनी अग्रिम पंक्ति के प्रदर्शन पर इससे ज्यादा फख्र नहीं कर सकती।
सभी की मदद के बिना खिताब जीतना मुश्किल था : दीपिका सहरावत
12 गोल कर जूनियर महिला हॉकी एशिया कप की टॉप स्कोरर रही भारत की ऑलराउंडर दीपिका सहरावत ने कहा, ‘मैं खुश हूं कि मैं इतने गोल कर पाई लेकिन यह मेरी टीम की साथियों की मदद के बिना मुमकिन नहीं था। हमारी जूनियर हॉकी टीम की सभी खिलाड़ियों ने शिविर में बहुत मेहनत की। हमारी जूनियर टीम में सभी की मदद के बिना हमारे लिए जूनियर महिला हॉकी एशिया कप खिताब जीतना मुमकिन नहीं था। अन्य सभी साथी फॉरवर्ड का टीम को पेनल्टी कॉर्नर दिलाने के लिए आभार और इसी के चलते मैं पेनल्टी कॉर्नरों को गोल में बदल पाई। हमारी कुछ नौजवान खिलाड़ियों में गजब की क्षमता है मुझे पूरा यकीन है कि वे टीम की कामयाबी को आगे बढ़ाएंगी।’