प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस माह दूसरी बार राजस्थान की यात्रा पर जयपुर आ रहे है !!
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस माह दूसरी बार मंगलवार को राजस्थान की यात्रा पर जयपुर आ रहे है। मोदी ने इससे पूर्व विगत 9 दिसंबर को जयपुर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को भजनलाल सरकार की पहली वर्षगांठ पर सांगानेर के निकट वाटिका रोड पर दादिया गांव में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और राजस्थानवासियों को एक लाख करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यो की सौगाते देंगे। साथ ही इस राज्य स्तरीय समारोह में पूर्वी राजस्थान की महत्वाकांशी पुनर्संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी-ईआरसीपी) का शिलान्यास और नौनेरा बैराज बांध का लोकार्पण भी करेंगे। साथ ही इस खास मौके पर मोदी राजस्थान को 6500 करोड़ रुपए की लागत की चार रेल परियोजनाओं की सौगात भी देने वाले हैं। वे तीन परियोजनाओं का शिलान्यास एवं एक परियोजना को वर्चुअल लॉन्च करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री समारोह स्थल पर एक विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सोमवार को समारोह की तैयारियों का जायजा लिया और सम्बंधित पार्टी नेताओं और अधिकारियों को सभी प्रकार के आवश्यक प्रबन्ध निर्धारित समय से पूर्व करने की हिदायत दी। प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्दे नजर जयपुर के सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सभा स्थल तक जाने वाले मार्ग पर सुरक्षा, कानून और व्यवस्था एवं ट्रैफिक के माकूल प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे है। सोमवार को इसकी ट्रायल भी की गई।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के जन्मदिन और राज्य सरकार के कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा होने पर आयोजित की जा रही इस विशाल जनसभा में प्रदेश के सभी जिलों से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में होने वाली जनसभा के लिए भाजपा ने सभी बूथ को टारगेट दिया है। प्रदेश में 52 हजार बूथों में से प्रत्येक पर 10 लोगों के आने का लक्ष्य रखा गया है। जयपुर जिला प्रशासन और पुलिस आयुक्ततालय ने मंगलवार को राजधानी में भारी जन समूह को व्यवस्थित करने के लिए कमर बाँध कर समुचित व्यवस्थाऐं कर रहा है ।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को तीन घंटे जयपुर में रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार वे सुबह 10:20 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से जयपुर के लिए रवाना होंगे और जयपुर पहुंच कर 11:25 बजे वे जयपुर एयरपोर्ट से दादिया हेलीपेड के लिए रवाना होंगे। वे 11:50 बजे वे हेलीपेड से दादिया में पहुंचेंगे। वहां 10 मिनट तक वे कार्यक्रम में रहेंगे।इसके बाद वे 12 बजे ‘हर घर खुशहाली कार्यक्रम’ में भाग लेंगे तथा अपराह्न 1:30 बजे कार्यक्रम स्थल से हेलीपेड के लिए रवाना हो जाएंगे। मोदी 1:40 पर जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे ।पीएम मोदी दोपहर 3:10 बजे दिल्ली पहुंच जाएंगे।
बताया जा रहा है कि दादिया की जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों पीकेसी- ईआरसीपी के पहले चरण के तीन पैकेज का शिलान्यास होगा। प्रधानमंत्री करीब 9416 करोड़ के तीन पैकेज का शिलान्यास करेंगे। पश्चिम राजस्थान की इंदिरा गांधी नहर परियोजना (राजस्थान कैनाल) के बाद राजस्थान की इस सबसे बड़ी परियोजना से पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों के नागरिकों को पेयजल और सिंचाई का पानी मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण की लागत करीब 2395 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं प्रोजेक्ट के दूसरे चरण की लागत करीब 2330 करोड़ रुपए है और प्रोजेक्ट के तीसरे चरण की लागत करीब 4690 करोड़ रुपए है। परियोजना के अंतर्गत पहले चरण में कूल नदी पर रामगढ़ बैराज और पार्वती नदी पर महलपुर बैराज का निर्माण होगा। दूसरे पैकेज में नौनेरा पम्प हाउस से चंबल नदी तक नहरी तंत्र का निर्माण होगा। तीसरे चरण में मेज नदी पर पम्प हाउस एवं ईसरदा तक नहरी तंत्र का निर्माण होगा। पीकेसी-ईआरसीपी से पूर्वी राजस्थान के 21 जिले लाभांवित होंगे। इस परियोजना के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश और केन्द्र सरकार के मध्य एक समझौता पत्र (एमओयू ) पर हस्ताक्षर किए गए है। इस महती परियोजना के निर्माण पर 70 हजार करोड़ से ज्यादा लागत आने का अनुमान हैं। इसमें 158 छोटे-बड़े बांध तक लाइन बिछाने का काम भी शामिल है। वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्रित्व काल में बनी इस परियोजना को पूर्ववर्ती अशोक गहलोत की सरकार ने आगे बढ़ाया था और राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की माँग भी की गई थी। तब यह परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए डिजाईन थी लेकिन भजन लाल सरकार ने इसे पुनसंशोधित कर पीकेसी-ईआरसीपी परियोजना बनाई है जिसमें पूर्वी राजस्थान के 21 जिले लाभांवित होंगे। इससे परियोजना की पहले अनुमानित और डीपीआर में अंकित लागत में करीब 23 हजार करोड़ का अंतर आ गया है।
इस दौरान वे जयपुर में ऊर्जा, सड़क, रेलवे और जल से जुड़ी 46,300 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें केंद्र सरकार की 7 और राज्य सरकार की 2 परियोजनाएं शामिल हैं। वे 35,300 करोड़ रुपये से अधिक की 15 परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें केंद्र सरकार की 9 और राज्य सरकार की 6 परियोजनाएं हैं।
कार्यक्रम के दौरान जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें नवनेरा बैराज, स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन नेटवर्क और परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी परियोजनाएं, रेलवे के भीलड़ी-समदड़ी-लूणी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ खंड का विद्युतीकरण और दिल्ली-वडोदरा ग्रीन फील्ड अलाइनमेंट (एनएच-148एन) (एसएच-37ए के जंक्शन तक मेज नदी पर प्रमुख पुल) परियोजना का 12 वां पैकेज शामिल है। ये परियोजनाएं लोगों के आवागमन को आसान करने और प्रधानमंत्री के हरित ऊर्जा के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगी।
प्रधानमंत्री 9,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य तथा चंबल नदी पर नहर के माध्यम से नवनेरा बैराज से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी स्थानांतरित करने की प्रणाली की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री सरकारी कार्यालय भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामाण और पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल आपूर्ति लाइन के रेट्रोफिटिंग कार्य का भी शिलान्यास करेंगे। इसके अतिरिक्त वे लूणी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे।
इस दौरान वे जयपुर में ऊर्जा, सड़क, रेलवे और जल से जुड़ी 46,300 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें केंद्र सरकार की 7 और राज्य सरकार की 2 परियोजनाएं शामिल हैं। वे 35,300 करोड़ रुपये से अधिक की 15 परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें केंद्र सरकार की 9 और राज्य सरकार की 6 परियोजनाएं हैं।
कार्यक्रम के दौरान जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें नवनेरा बैराज, स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन नेटवर्क और परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी परियोजनाएं, रेलवे के भीलड़ी-समदड़ी-लूणी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ खंड का विद्युतीकरण और दिल्ली-वडोदरा ग्रीन फील्ड अलाइनमेंट (एनएच-148एन) (एसएच-37ए के जंक्शन तक मेज नदी पर प्रमुख पुल) परियोजना का 12 वां पैकेज शामिल है। ये परियोजनाएं लोगों के आवागमन को आसान करने और प्रधानमंत्री के हरित ऊर्जा के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगी।
प्रधानमंत्री 9,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य तथा चंबल नदी पर नहर के माध्यम से नवनेरा बैराज से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी स्थानांतरित करने की प्रणाली की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री सरकारी कार्यालय भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामाण और पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल आपूर्ति लाइन के रेट्रोफिटिंग कार्य का भी शिलान्यास करेंगे। इसके अतिरिक्त वे लूणी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे।