‘राम’ के साथ ‘हरा भरा’ होगा राजस्थान

Rajasthan will be 'green' with 'Ram'

प्रधानमंत्री ने राजस्थान में ऊर्जा, सड़क, रेलवे और जल से संबंधित 46,300 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जयपुर के समीप दादियाँ गाँव में राजस्थान की भजन लाल शर्मा की भाजपा सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर आयोजित भव्य समारोह ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ में पीकेसी-पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना करार के साथ ही ऊर्जा, सड़क, रेलवे और जल से संबंधित 46,300 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस मौके पर प्रधानमन्त्री मोदी ने प्रायः सूखा और अकाल का सामना करने वाले रेगिस्तान प्रधान राजस्थान में पानी के महत्व की चर्चा करते हुए पीकेसी-पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना से प्रदेश के 21 जिलों के लाभान्वित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार के साथ तथा यमुना जल को प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र में पहुँचाने हरियाणा सरकार के साथ किए समझौतों की अपने ढंग से व्याख्या की तथा मंच पर उपस्थित राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की ओर संकेत करते हुए कहा कि राजस्थान का ‘रा’ और मध्य प्रदेश के ‘म’ से बने ‘राम’ के साथ से तथा हरियाणा के ‘ह’ और राजस्थान के ‘रा’ से प्रदेश के ‘हरा भरा’ होने में कोई सन्देह नहीं है तथा अब सभी को मिल कर इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को बिना किसी रुकावट के समय पर पूरा करने पर प्राथमिकता से ध्यान देना होगा। प्रधानमन्त्री ने मंच से घोषणा की कि भारत सरकार राजस्थान के सर्वांगीण विकास के लिए केन्द्रीय मदद देने में कोई कोर कसर बाक़ी नहीं रखेगी।

प्रधानमन्त्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत जयपुर के इष्ट देव गोविन्द देव जी को प्रणाम करने के साथ ही राजस्थानी भाषा में ‘म्हारों सब भाई बहनों ने राम-राम सा’ के साथ की । उन्होंने भजन लाल शर्मा की भाजपा सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर प्रदेश की जनता और राज्य सरकार और भाजपा की पूरी टीम को अपनी ओर से खूब खूब बधाई दी। उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उनके कारण ही हम आज का यह दिन देख पा रहें है। प्रधानमन्त्री ने विशाल जनसभा में भारी संख्या में जुटे लोगों विशेष कर महिलाओं के बड़ी संख्या में आने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ ही राजस्थान विधानसभा के उप चुनाव में भाजपा को मिली जीत के लिए प्रदेश्वासियों का आभार जताया।

मोदी ने अपनी हाल की जयपुर यात्रा और राइजिंग राजस्थान समिट 2024 के उद्घाटन अवसर को याद करते हुए कहा कि उसमें दुनिया भर के कई निवेशक मौजूद थे और उन्हें ख़ुशी है कि आज एक बार फिर राजस्थान की विकास यात्रा में भागीदार बनते हुए वे 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं राजस्थान में पानी के क्षेत्र में आ रही बाधाओं का उचित समाधान प्रदान करेंगी और राजस्थान को भारत के सबसे बेहतर संपर्क वाले राज्यों में से एक बनाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में होने वाले इन विकास कार्यों से अधिक निवेशक आकर्षित होंगे, रोजगार के असीमित अवसर पैदा होंगे, पर्यटन क्षेत्र मजबूत होगा और राजस्थान के किसानों, महिलाओं तथा युवाओं को लाभ होगा।

मोदी ने पिछले एक साल में मुख्यमन्त्री भजनलाल और उनकी टीम द्वारा राजस्थान में पूरे जोश एवं उत्साह के साथ बिना रुके किए गए कार्यों की भी सराहना की। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में जनता की सेवा और सुशासन का यह सिलसिला हमनें भैरोंसिंह शेखावत जी के समय से ही शुरू किया था जिसे बाद में वसुंधरा राजे ने आगे बढ़ाया और अब भजन लाल शर्मा भी इस सिलसिले को मजबूत बनाने आगे ले जा रहें है। प्रधानमन्त्री मोदी ने कहा कि स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत जी ने हम जैसे कितने ही भाजपा कार्यकर्ताओं को उँगुली पकड़ आगे बढ़ाया है। उन्होंने काफ़ी अर्से बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का नाम भी सार्वजनिक रूप से लेकर एक नया सन्देश दिया।

प्रधानमंत्री ने पानी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राजस्थान में जहां कई क्षेत्रों में वर्षा का पानी नहीं मिलने से भयंकर सूखा पड़ता है जबकि अन्य क्षेत्रों में नदियों के बाढ़ का पानी बिना किसी उपयोग के समुद्र में बह जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोड़ने की कल्पना की थी और इसके लिए एक विशेष समिति भी बनाई थी। नदियों को जोड़ने का लक्ष्य नदियों से अतिरिक्त पानी को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में प्रवाहित करना था जिससे बाढ़ और सूखा दोनों समस्याओं का एक साथ समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस दृष्टिकोण का समर्थन किया था, लेकिन पिछली सरकारों ने कभी भी पानी की दिक्कतों को कम करने का लक्ष्य नहीं रखा बल्कि इसके बजाय राज्यों के बीच जल विवादों को बढ़ावा दिया। इसके कारण राजस्थान को बहुत नुकसान हुआ, जिसका असर सबसे अधिक महिलाओं और किसानों पर पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के अपने कार्यकाल में गुजरात और राजस्थान के विभिन्न भागों में नर्मदा का पानी सतह पर लाने के अपने प्रयासों को भी याद किया, जबकि तत्कालीन सरकार ने इसमें भी बाधा डालने का प्रयास किया था। उन्होंने बताया कि उनके निरंतर प्रयासों से राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों को लाभ हुआ और भैरोंसिंह शेखावत और जसवंत सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने उनके इन प्रयासों की सराहना की। मोदी ने बताया कि यह इन नेताओं की मेरे प्रति उदारता का ही प्रमाण था कि दोनों वरिष्ठ नेताओं ने मेरे इन प्रयासों के लिए गाँधीनगर आकर मेरा सम्मान किया। मोदी ने उस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि जालौर, बाड़मेर, चूरू, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर और हनुमानगढ़ जैसे जिलों को अब नर्मदा का पानी मिल रहा है।

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) में देरी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार विरोध और बाधाओं के बजाय सहयोग और समाधान में विश्वास करती है। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रख उनकी सरकार ने ईआरसीपी को न केवल मंजूरी दी है बल्कि इसका विस्तार भी किया है। मोदी ने बताया कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में उनकी सरकारें बनते ही, पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना पर एक समझौता हुआ, जो चंबल नदी और उसकी सहायक नदियों पार्वती, कालीसिंध, कुनो, बनास, बनास, रूपारेल, गंभीरी और मेज आदि नदियों को आपस में जोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक ऐसे दिन की कल्पना करते हैं जब राजस्थान को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा और विकास के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना के लाभों पर प्रकाश डालते हुए, श्री मोदी ने कहा कि यह राजस्थान के 21 जिलों को सिंचाई और पीने का पानी उपलब्ध कराएगी और राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों के विकास को गति देगी। मोदी ने कहा कि आज इसरदा लिंक परियोजना की आधारशिला रखी गई और ताजेवाला से शेखावाटी तक पानी लाने के लिए भी समझौता हुआ, जिससे हरियाणा और राजस्थान दोनों को लाभ होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जल्द ही राजस्थान के शत-प्रतिशत घरों में नल का पानी उपलब्ध होगा।

प्रधान मंत्री मोदी ने भजन लाल सरकार और राज्य की जनता को प्रदेश सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा होने पर बधाई देते हुए कहा कि वे इस कार्यक्रम में आए लाखों लोगों का आशीर्वाद पाने के लिए भाग्यशाली हैं। मोदी ने राजस्थान के विकास कार्यों को नई दिशा और गति देने के लिए किए गए प्रयासों के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री शर्मा और उनकी टीम की सराहना करते हुए कहा कि आगामी कई वर्षों के विकास के लिए पहला वर्ष एक मजबूत नींव के रूप में कार्य करता है। आज का कार्यक्रम न केवल सरकार के एक वर्ष पूरे होने का प्रतीक है, बल्कि यह राजस्थान की चमक और राजस्थान के विकास के उत्सव का भी प्रतीक है।

मोदी ने प्रदेश में विकास की मजबूत नींव रखने के लिए भैरों सिंह शेखावत के नेतृत्व वाली राजस्थान की पिछली सरकारों और सुशासन की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए वसुंधरा राजे सिंधिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि भजनलाल शर्मा की वर्तमान सरकार सुशासन की विरासत को और मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में किए गए कार्यों से इसकी झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में किए गए कार्यों और परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों, महिलाओं, मजदूरों, विश्वकर्मा और घुमंतू जनजातियों के विकास के लिए कई फैसले लिए गए। पिछली सरकार की पहचान के रूप में पेपर लीक, रोजगार घोटाले जैसी बुराइयों को उजागर करते हुए श्री मोदी ने कहा कि इन सभी से युवाओं को नुकसान हुआ है और अब मौजूदा सरकार ने इन समस्याओं को दूर करने की प्रक्रिया शुरू की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की मौजूदा सरकार ने पिछले एक साल में रोजगार के हजारों अवसर भी पैदा किए हैं और नौकरियों के लिए परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित कर नियुक्तियां भी की जा रही हैं। पिछली सरकारों के कार्यकाल में राजस्थान के लोगों को पेट्रोल और डीजल के लिए अन्य राज्यों की तुलना में अधिक भुगतान करना पड़ता था लेकिन अब मौजूदा सरकार के तहत लोगों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत मिली है। श्री मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में पैसा जमा करती है और राजस्थान सरकार भी किसानों की सहायता के लिए अतिरिक्त धनराशि प्रदान कर रही है।

मोदी ने कहा,राजस्थान में सौर ऊर्जा की काफी संभावनाएं हैं और यह इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन सकता है। हमने सौर ऊर्जा को बिजली बिलों को शून्य करने का साधन बनाया है। केंद्र सरकार द्वारा संचालित – पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, जो छतों पर सौर पैनल लगाने के लिए 78,000 रुपये प्रदान करती है। सौर ऊर्जा सेउत्पादित बिजली का उपयोग घर में किया जा सकता है और अतिरिक्त बिजली सरकार द्वारा खरीदी जाती है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि इस योजना के लिए 1.4 करोड़ से अधिक परिवारों ने पंजीकरण कराया था और लगभग 7 लाख घरों में पहले ही सौर पैनल प्रणाली स्थापित हो चुके है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में 20,000 से अधिक घर इस पहल में शामिल हैं । इन घरों ने सौर ऊर्जा का उत्पादन शुरू कर दिया है जिससे उनके बिजली बिलों में बचत हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार न केवल छतों पर बल्कि खेतों में भी सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए सहायता प्रदान कर रही है। पीएम कुसुम योजना के तहत, राजस्थान सरकार आने वाले समय में सैकड़ों नए सौर संयंत्र लगाने की योजना बना रही है। मोदी ने कहा कि जब हर परिवार और किसान ऊर्जा उत्पादक बन जाएगा, तो इससे बिजली से आमदनी भी पैदा होगी और हर घर की आय बढ़ेगी।

मोदी ने कहा,हम राजस्थान को सड़क, रेल और हवाई यात्रा के मामले में सबसे अधिक संपर्क युक्त (कनेक्टेड) राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।उन्होंने बताया कि दिल्ली, वडोदरा और मुंबई जैसे प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के बीच स्थित राजस्थान अपने लोगों और युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बना रहा है और इन तीन शहरों को राजस्थान से जोड़ने वाला नया एक्सप्रेस वे देश में सबसे बेहतरीन एक्सप्रेसवे में से एक होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेज नदी पर एक बड़े पुल के निर्माण से सवाई माधोपुर, बूंदी, टोंक और कोटा जिलों को लाभ होगा, जिससे इन जिलों के किसानों की दिल्ली, मुंबई और वडोदरा के प्रमुख बाजारों तक पहुंच आसान हो जाएगी। इससे जयपुर और रणथंभौर टाइगर रिजर्व तक पर्यटकों की पहुंच भी आसान हो जाएगी। हमारा प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों का समय बचे और उनकी सुविधा बढ़े। मोदी ने बताया कि जामनगर-अमृतसर आर्थिक गलियारा, जब दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा, तो राजस्थान वैष्णो देवी मंदिर से जुड़ जाएगा। इससे उत्तर भारत के उद्योगों को कांडला और मुंद्रा बंदरगाहों तक सीधी पहुंच मिलेगी।इससे राजस्थान में परिवहन क्षेत्र को बड़े गोदामों की स्थापना से लाभ होगा, जिससे युवाओं के लिए अधिक रोजगार सृजित होंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जोधपुर रिंग रोड जयपुर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। शहर में अनावश्यक यातायात कम होगा, जिससे जोधपुर आने वाले पर्यटकों, व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए यह आसान हो जाएगा।

मोदी ने कहा कि राजस्थान में उनकी सरकार ने बिजली क्षेत्र में कई समझौते किए हैं, जिससे किसानों को सबसे अधिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने की योजना उन्हें रात भर सिंचाई करने की मजबूरी से मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान में आधुनिक विकास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को लाभ मिलेगा। ये प्रयास एक विकसित राजस्थान के निर्माण में योगदान देंगे, जिससे भारत के विकास में तेजी आएगी।

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की इस माह दूसरी बार राजस्थान आने और मुख्यमन्त्री तथा उनकी टीम की पीठ थपथपाते से भजन लाल शर्मा का आत्म विश्वास सातवें आसमान पहुँचा हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में यह आत्म विश्वास राजस्थान को और कितना अधिक आगे बढ़ा पायेगा?