एचआईएल ने मुझे भारतीय पुरुष टीम में जगह बनाने में मदद की
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : पिछले लगातार दो ओलंपिक में कांसा जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सबसे अनुभवी स्ट्राइकरों में से एक ललित उपाध्याय यूपी रुद्राज के लिए पुरुष हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) में अब से एक हफ्ते से भी कम में राउरकेला में वेदांता कलिंगा लांसर्स के लिए खेलने उतरने की तैयारी में जुटे हैं। ललित उपाध्याय अपने शुरुआती बरसों में अपना खेल को निखार उसे आकार देने भारतीय हॉकी टीम में जगह देने के लिए संघर्ष करने का श्रेय एचआईएल को देते हैं। ललित उपाध्याय कहते हैं, ’ हॉकी इंडिया लीग शुरू में भारतीय हॉकी खिलाड़ियों के लिए बड़ा मंच था। एचआईएल ने हमें अपनी प्रतिभा दिखा कर सीधे भारतीय हॉकी टीम में जगह बनाने का मौका दिया। एचआईएल ने हमें जो वित्तीय और पेशेवर सहारा दिया और हॉकी की एक अलग पहचान बनाने में अपनी भूमिका निभाई। एचआईएल ने हमें उन धुरंधर हॉकी खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मुहैया कराया जिन्हें हमने केवल टीवी पर ही देखा था। ऐसे धुरंधर हॉकी खिलाड़ियों के साथ खेलने के साथ हमारा आत्मविश्वास बढ़ा ही इससे हम प्रतिस्पर्द्धी माहौल में खेलने के लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार कर पाए।पहली एचआईएल के शुरू होने बाभारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन बेहतर हुआ। अब सात बरस के अंतराल के बाद एचआईएल के फिर से शुरू होने भारतीय हॉकी को शीर्ष पर पहुंचने के साथ वहां बने रहने में भी मदद मिलेगी।‘
एचआईएल में ललित उपाध्याय की यात्रा 2013 के संस्करण में कलिंगा लांसर्स के साथ शुरू हुई। ललित उपाध्याय बताते हैं, ’ एचआईएल ने मुझे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना कौशल दिखाने और भारतीय पुरुष हॉकी टीम में जगह पाने की राह बनाने में मदद की। मैं 2013 में भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के लिए 2013 के विश्व कप के लिए बाहर था लेकिन कलिंगा लांसर्स के लिए मैंने यूपी टीम के खिलाफ अपना एक सर्वश्रेष्ठ गोल किया। यह उस सीजन का सर्वश्रेष्ठ गोल में से एक था और इसी गोल की बदौलत मेरा 2014 में हेग में हुए हॉकी विश्व कप के लिए भारतीय सीनियर पुरुष हॉकी टीम में चयन हो गया। एचआईएल के लिए दूसरी सबसे खुशनुमा 2017 का सीजन था। तब मैंने कलिंगा लांसर्स के लिए खेलते हुए यादगार गोल अपनी टीम को एचआईएल खिताब जिताने में मदद की। तब हमारी कलिंगा लांसर्स की टीम ने कई बेहद करीबी मैच खेले जो कि शूटआउट तक खिंचे। तब यूपी विजाडर्स के खिलाफ सेमीफाइनल में मैंने भारत की मजबूत दीवार कहे जाने वाले गोलरक्षक पीआर श्रीजेश को छका कर गोल किया। एचआईएल में मेो लिए सबसे यादगार क्षण वह था जब कलिंगा लांसर्स ने मुझमें भरोसा बनाए रखते हुए रिटेन किया। वह भरोसा आश्वस्त करने वाला था।‘
31 बरस के ललित उपाध्याय एचआईएल 2024-25 में भारत के भरोसेमंद सेंटर हाफ हार्दिक सिंह की कप्तानी में सिमरनजीत सिंह औा नीदरलैंड के लार्स बालक, फ्लेरिस वूरटलबोएर और ब्रिटेन के सैम वार्ड जैसे अंतर्राष्ट्रीश हॉकी खिलाड़ियों के लिए यूपी रुद्राज के लिए खेलेंगे। ललित उपाध्याय , हार्दिक और सिमरनजीत जैसे भाातीय धुरंधर हॉकी खिलाड़ी भारतीय हॉकी खिलाड़ियों की अगली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर खुद राउरकेला में यूपी रुद्राज के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने के मकसद से उतरेंगे। ललित उपाध्याय ने कहा, ’अपनी एचआईएल में अपनी नई टीम यूपी रुद्राज के साथ तालमेल बैठाने में मुझे कुछ वक्त जरूर लगेगा लेकिन टूर्नामेंट के आगे बढ़े के साथ हमारी टीम की जुगलबंदी बेशक बेहतर होगी। हमारी यूपी रुद्राज फ्रेंचाइजी पूरी तरह हमारे साथ। हमारी यूपी रुद्राज का कोचिंग स्टाफ हमारा मार्गदर्शन कर हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए हमारा मार्गदर्शन करेगा।