- सुनील छेत्री की अगुआई में लगातार दूसरी बार किया क्वॉलिफाई
- फिलिस्तीन की जीत ने अंतिम ग्रुप मैच से पहले से दे दी भारत को खुशी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : फिलिस्तीन की फिलीपीन पर मंगलवार को अपने ग्रुप बी के अंतिम मैच में 4-0 से बड़ी जीत से करिश्माई स्ट्राइकर कप्तान सुनील छेत्री की अगुआई वाली भारतीय फुटबॉल टीम का हांगकांग के खिलाफ ग्रुप डी के अंतिम मैच से पहले ही 2023 एएफसी एशियन कप फुटबॉल चैंपियनशिप में स्थान पक्का हो गया। फिलीस्तीन की इस जीत ने भारत को कोलकाता में अंतिम ग्रुप मैच से पहले ही एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई करने की खुशी दे दी। भारतीय फुटबॉल टीम ने कुल पांचवीं बार एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया। सुनील छेत्री की कप्तानी में भारतीय फुटबॉल ने लगातार दूसरी बार एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया है। भारत ने इससे पहले 2019 में भी सुनील छेत्री की ही कप्तानी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया था।
भारत और हांगकांग के ग्रुप डी के अंतिम मैच से पहले समान रूप से दो -दो मैचों में दो -दो जीत से छह छह अंक थे। अंतिम ग्रुप मैच से पहले भारत (+३) की टीम हांगकांग (+४) के बराबर अंक होने के बावजूद उससे अपने कमतर अंक गोल अंतर के कारण दो मैचों के बाद दूसरे स्थान पर थी। फिलीपीन की टीम मंगलवार की हार से ग्रुप बी में तीन मैचों से चार अंक के साथ दूसरे स्थान पर रह गई और इससे भारत (दो मैच, छह अंक) का हांगकांग के खिलाफ अंतिम ग्रुप डी मैच से पहले ही एशियन कप में स्थान पक्का हो गया हो गय। भारत का इससे हांगकांग के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच मात्र औपचारिकता ही बन गया। एशियन कप के तीसरे और अंतिम क्वॉलिफाइंग राउंड में 24 टीमों को चार- चार टीमों के छह ग्रुप में बांटा गया था और इनसे से छह ग्रुप विजेताओं के साथ दूसरे स्थान पर रहने वाली पांच सर्वश्रेष्ठï को टीमों सहित कुल 11 टीमें पहले ही क्वॉलिफाई कर चुकी 13 टीमों के साथ कुल 24 टीमें 2023 एएफसी एशियन कप में खेलेंगी।
भारत ने पहली बार 1964 में एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया और तब इसमें कुल चार टीमों ने शिरकत की थी। भारत तब इंदर सिंह और के. अल्पराजू के एक एक गोल से दक्षिण कोरिया को 2-0 से और इंदर सिंह, सुकुमार समाजपति और चुन्नी गोस्वामी के एक -एक गोल से हांगकांग को 3-0 से हरा उपविजेता रहा और तब वह मात्र एक मैच इस्राइल से 0-2 से हारा था। इस्राइल ने तब अपने तीनों मैच जीत खिताब जीता था। भारत ने इसके ठीक दो दशक बाद 1984 में एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया लेकिन तब वह ग्रुप चरण से सिंगापुर, संयक्त अरब अमीरात, ईरान और चीन से चारों मैच हार आगे नहीं बढ़ पाया। भारत की टीम ने 2011 में भाईचुंग भूटिया की अगुआई में एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया लेकिन तब ऑस्ट्रेलिया से 0-4, बहरीन से 2-5 और दक्षिण कोरिया से 1-4 से हार के साथ ग्रुप चरण में ही उसकी चुनौती खत्म हो गई थी। 2019 में एएफसी कप के लिए क्वॉलिफाई करने के साथ ग्रुप मैच में थाईलैंड को मौजूदा कप्तान सुनील छेत्री की कप्तानी में उनके दो, अनिरुद्ध थापा और जेजे ललपेखलुआ के एक -एक गोल से 4-0 से हराया था। भारत तब संयुक्त अरब अमीरात से 0-2 से तथा अंतिम ग्रुप मैच में बहरीन से आखिरी क्षण में गोल खा कर अगले चरण में प्रवेश से चूक गया था।