- बोली, पदक ही सभी की मेहनत का सही इनाम होगा
- सी. राष्ट्रीय चैंपियनशिप ने प्रतिभा दिखा सीनियर राष्टï्रीय टीम में वापसी का मौका दिया
- अर्जेंटीना के खिलाफ प्रो लीग मैचों में भारतीय टीम करेगी वापसी
- मां ने पड़ोसियों के तानों को दरकिनार कर हॉकी खेलने के लिए हौसला बढ़ाया
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : उदीयमान हॉकी मिडफील्डर सोनिका टांडी मूल रूप से चुरु (राजस्थान) जिले की सादूलपुर तहसील के गालड़ गांव की हैं। हॉकी की बारीकियां सोनिकाने हिसार (हरियाणा) के डीएवी स्कूल में सीखी और अपने हॉकी कौशल को राजकीय कॉलेज, हिसार में निखारा। सोनिका के पिता दौलत टांडी खुद वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं। खुद सोनिका के मुताबिक बचपन में बहुत नटखट थीं और खेल उन्हें ज्यादा अनुशासित कर देगा इसीलिए माता-पिता ने उन्हें हॉकी खेलने और इसकी ट्रेनिंग को प्रेरित किया। सोनिका की मां संतोष ने बेटी को हॉकी खेलने को लेकर पड़ोसियों तानों को दरकिनार कर उनका हॉकी खेलने के लिए हौसला बढ़ाया। सोनिका जब 9 बरस की थी तभी अनुभवी हॉकी कोच को भारत के ट्रैक सूट में देखकर भारत के लिए खेलने की ठान ली थी। सोनिका ने 2016 में सीनियर महिला राष्ट्रीय शिविर में जगह बनाई और हॉक बे, न्यूजीलैंड में वह पहली बार सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए खेली। सोनिका और 2017 में महिला हॉकी एशिया कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम की अहम सदस्य रही। सोनिका ने 2020 में न्यूजीलैड दौर के बाद राष्ट्रीय हॉकी शिविर और हॉकी से आराम लेने का फैसला किया और कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में घर में अपने साथ ही उन्होंने वक्त बिताया।
सोनिका 2022 में सोनिका फिर सीनियर भारतीय हॉकी टीम के लिए चुनी गई । सोनिका ने 2021-22 एफआईएच महिला हॉकी प्रो लीग में भारत की नुमाइंदगी की और वह इसमें अब तक पांच मैचों में एक गोल कर चुकी है। अब भारत को अगले महीने १से 17 जुलाई तक स्पेन और नीदरलैंड की संयुक्त में मेजबानी में होने15वें एफआईएच सीनियर महिला हॉकी विश्व कप में शिरकत करनी है। सोनिका को उम्मीद है कि भारतीय महिला हॉकी टीम इस साल जुलाई में एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में पदक जीतने में जरूर कामयाब रहेगी। सोनिका कहती हैं, ‘ हम सभी खिलाड़ी पिछले करीब एक बरस से शिविर में जमकर कड़ी मेहनत कर रही है। हमारी टीम सीनियर एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में टीम में पदक जीतना चाहती है और इसमें पदक ही हमारी सभी की मेहनत का सही इनाम होगा।’
सोनिका ने उम्मीद जताई कि बेल्जियम से उसके घर में एफआईएच महिला हॉकी प्रो लीग में 1-2 और 0-5 से हारने से के बाद अर्जेंटीना के खिलाफ 18और 19 जून को रॉटरडम(नीदरलैंड) में खेले जाने वाले मैचों में भारतीय टीम वापसी करेगी। सोनिका ने कहा, ‘हम बेल्जियम के खिलाफ इन दो मैचों में हार के बाद कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं। बेल्जियम के खिलाफ दो मैचों से हमने बहुत अनुभव हासिल किया। हम अर्जेंटीना के खिलाफ मैचों के लिए अपनी रणनीति पर मेहनत कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हम वापसी कर अर्जेंटीना के खिलाफ बढिय़ा प्रदर्शन करेंगे।’
वह बताती हैं, ‘ मैं कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण अपने परिवार के साथ रहना, चाहती थी क्योंकि मुझे हॉकी पर ध्यान लगाने में खासी दिक्कत पेेश आ रही थी। मैं अपनी टीम की साथियों और हॉकी इडिया के कोचिंग स्टाफ की आभारी हूं कि सभी ने ऐसे मुश्किल वक्त में मेरा समर्थन किया और साथ निभाया। हर कोई मेरे संपर्क में रहा और टीम में वापसी के लिए मेरी हौसलाअफजाई करता रहा। इससे मुझे बहुत मदद मिली।
2021 में सीनियर राष्टï्रीय हॉकी चैंपियनशिप से सोनिका ने हॉकी में वापसी का फैसला किया। सोनिका कहती हैं, ‘ सीनियर राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप ने मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने और सीनियर राष्ट्रीय हॉकी टीम में वापसी का मौका दिया। मैं शुक्रगुजार हूं कि मैं फिर हॉकी मैदान पर लौटी। मुश्किल में साथ निभाने वाले हर किसी की मैं आभारी हूं।’