रविवार दिल्ली नेटवर्क
दिल्ली : इन गर्मियों में महिला अंतवस्त्रो का भरपूर सीजन होता है बावजूद इसके बाजार में न तो ग्राहक है न ही कोई डिमांड।।सदर बाजार में कुछ साल पहले तक 100 से अधिक दुकानें हौजरी की होती थी परंतु अब यह संख्या आधी ही रह गई है, ग्राहक आनलाईन खरीदारी करने लगे हैं। सदर बाजार विकास मंच, ग्राहकों को वापस लाने के लिए तीन दिवसीय सुपर सेल मेला आयोजित करने पर विचार करेगा ।
मंदी के बावजूद काटन के दाम आसमान छू रहे हैं, ब्रा-पेन्टी निर्माताओं की फैक्ट्री बंद होने के कगार पर है।
फेडरेशन ऑफ दिल्ली ट्रेड एसोसिएशनंस (रजि.) के महासचिव व हौलसेल हौजरी एसोसिएशन (रजि.) के सह-सचिव देवेन्द्र जैन ने वित्त मंत्री जी से कपास के दामों पर नियंत्रण की मांग भी की है।
एक ब्रा-पेन्टी बनाने में 10-11 कारीगरों की आवश्यकता होती है, यह पूरा एक चैन सिस्टम का कार्य है। अंतवस्त्र की सेल बढ़ाने के लिए संस्था ग्राहकों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रही है कि अंतवस्त्रो को लम्बे समय तक इस्तेमाल न करके एक नियमित अंतराल के बाद इसको बदल लिया जाए, क्योंकि समय के साथ इसमें प्रयुक्त इलास्टिक व कपड़े की गुणवत्ता घट जाती है, जिसका सीधा असर हमारी त्वचा पर पडता है।
एक जुलाई से सरकार द्वारा पालीथीन बैन ने उद्योग की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
देवेन्द्र जैन ने बताया कि फेडरेशन शीघ्र एक मीटिंग करके सरकार से इस पालीथीन बैन को कुछ और समय बढ़ाने की मांग करेगी ताकि मैन्यूफैक्चर अन्य विकल्प को अपना सके।