- भारत ने पिछडऩे के बाद सीरीज में बराबरी पा दिखाया उसे आता है बाजी पलटना
- कप्तान पंत बड़ी पारी खेल रंगत पा भारत को जीत दिलाने में कसर नहीं छोड़ेंगे
- भारत ने सही वक्त पर पाई लय, द. अफ्रीका के लिए रोकना होगा मुश्किलसत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ज्यादातर नौजवानों और दिनेश कार्तिक और भुवनेश्वर कुमार जैसे कुछेक पुराने योद्धाओं से सज्जित भारतीय टीम ने अनुभवी मेहमान दक्षिण अफ्रीका से 0-2 से पिछडऩे के बाद अगले दोनों मैच दमदार ढंग से जीत पांच टी-20 मैचों की क्रिकेट सीरीज में दो दो की बराबरी पा दिखाया कि उसे हारी बाजी पलटना आता है। पूरे रंग में आ चुकी भारतीय टीम की निगाहें पस्त दक्षिण अफ्रीका से अब बेंगलुरू में रविवार को सीरीज का पांचवां और अंतिम टी-20 क्रिकेट मैच भी जीतने के साथ जीत की हैट-ट्रिक पूरी कर सीरीज 3-2 से अपने नाम करने पर लगी हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच बेंगलुरू में रविवार को खेला जाने वाला यह अंतिम व निर्णायक मैच बेहद रोमांचक रहने की उम्मीद है। दरअसल भारत ने दक्षिण अफ्रीका से विशाखापट्टïम में सीरीज का तीसरा मैच 48 और राजकोट में चौथा मैच 82 रन से जीत एकदम सही वक्त पर लय पा ली है। ऐसे में मेहमान दक्षिण अफ्रीका के लिए भारत से अंतिम मैच जीत सीरीज अपने नाम करना बेहद मुश्किल होगा। कप्तान तेंबा बाउमा के कोहनी में चोट खाने और सदाबहार अनुभवी रफ्तार के सौदागर कसिगो रबाड़ा के भारत के खिलाफ अंतिम मैच के लिए दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलने को लेकर संशय से उसकी दिक्कतें और बढ़ गई हैं। भारत की नौजवान टीम ने दक्षिण अफ्रीका जिस तरह इस पांच टी-20 मैचो की सीरीज में कडी टक्कर दी उससे वह सीरीज भी अपने नाम करने की मजबूत दावेदार है।
ऋषभ पंत पूरी टी-20 सीरीज के लिए पहली बार भारत की कप्तानी मिलने पर भले ही शुरू के चार मैचों में बल्ले से बहुत कमाल नहीं दिखा सकें हों लेकिन वह अपने साथियों बल्ले और गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन कराने में जरूर कामयाब रहे हैं। ऋषभ शुरू के चार मैचों में से तीन में दक्षिण अफ्रीका के लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव महाराज और डवेन प्रिटोरियस की ऑफ स्टंप से बहुत बाहर जाती गेंद को उड़ाने के फेर में कैच थमा जिस तरह आउट हुए उससे वह खुद भी कुछ चिंतित जरूर होंगे। यदि ऋषभ इन गेंदों को छोड़ देते तो यह निश्चित रूप ‘वाइडÓ गेंद घोषित की जाती। अंतिम और निर्णायक टी-20 मैच में रविवार को खुद ऋषभ पंत जरूर बड़ी पारी खेल अपनी रंगत पाकर भारत को इसमें जीत दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर -नवंबर होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए रोहित शर्मा और केएल राहुल की सलामी जोड़ी के साथ तीसरे ओपनर के ‘इम्तिहान’ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज में दो अद्र्धशतक जडऩे के साथ रन बनाने में सबसे आगे चल रहे इशान किशन(191) , अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के जोड़ीदार के रूप में चतुर स्विंग गेंदबाज के भुवनेश्वर कुमार(छह विकेट) और गति परिवर्तन से चौंकाने वाले हर्षल पटेल(सात विकेट) तथा बतौर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (छह विकेट), आवेश खान (चार विकेट) के साथ आखिरी के पांच ओवर में दे दनादन कर दिनेश कार्तिक ने रंगत पा कर भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ को पर्याप्त विकल्प उपलब्ध कराए हैं। उपकप्तान हार्दिक पांडया (117 रन) ने भी निचले क्रम में मैच की जरूरत के मुताबिक गियर बदल कर खेल यह दर्शाया है कि वह बतौर बल्लेबाज टी-20 विश्व कप के लिए तैयार हैं लेकिन बतौर गेंदबाज उनका चार मैचों में मात्र पांच ओवर फेंक 61 रन देना जरूर उस्ताद द्रविड़ को यह सोचने को मजबूर करेगा कि क्या केवल बतौर बल्लेबाज टीम इंडिया में उनके लिए जगह बनेगी। इससे टीम इंडिया में दनादन क्रिकेट में एकादश में जगह पाने के लिए हार्दिक और दिनेश कार्तिक के बीच होड़ और तेज जाएगी। अब मौजूदा सीरीज का फैसला चाहे जो हो इसी महीने के आखिर में आयरलैंड के खिलाफ उसके घर में दो टी-20 मैचों की सीरीज मे हार्दिक पांडया भारत के कप्तान के रूप में गेंद से भी कमाल दिखा और उपकप्तान भुवनेश्वर और हर्षल पटेल बढिय़ा प्रदर्शन जारी कर टीम को सीरीज जिता कर टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह पाने की अपनी दावेदारी और मजबूत करने में कसर कतई नहीं छोड़ेंगे।
दक्षिण अफ्रीका ने दिल्ली में पहले टी-20 को भारत के 211 के बड़े स्कोर कोर रॉसी वान डेर का आखिर क्षणों में आवेेश खान की गेंद पर छूटे कैच की बदौलत पूरी की जड़ी हाफ सेंचुरी की ही बदौलत ही आखिरी ओवर में पार कर सात विकेट से जीता अन्यथा डेविड मिलर की हाफ सेंचुरी के बावजूद मेहमान टीम इसे शायद ही पार कर पाती। कटक में दूसरे टी-20 में भुवनेश्वर कुमार के चार विकेट चटकाने के बावजूद हेनरी क्लासेन की 81 रन की पारी से ही दक्षिण अफ्रीका ने भारत के १४६ रन के स्कोर को अंतिम पूर्व ओवर में चार विकेट से जीता था। भारत के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल के रंग में आने के बाद तीसरे और चौथे टी-20 में में दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन , डेविड मिलर और रॉसी वान डेर डुसेन को रनों के लिए तरसा दिया है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के लिए मेजबान भारत रोकना बेहद मुश्किल होगा।
दक्षिण अफ्रीका के लिए मौजूदा सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट डवेन प्रिटोरियस (पांच) ,ऑनरिक नॉकिया (चार विकेट) और लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव (चार विकेट ) ने चटकाए हैं। दक्षिण अफ्रीका की कसिगो रबाड़ा (2 विकेट) को विकेट लेने वाले गेंदबाज की बजाय रन रोकने वाले गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किसी भी समझ से परे है। भारत के बल्लेबाज में चाहे वह ओपनर इशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़, हार्दिक पांडया, श्रेयस अय्यर , खुद कप्तान ऋषभ पंत सभी और दिनेश कार्तिक ने जिस तरह दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ एक छोर से विकेट गिरने के बावजूद दे दनादन की रणनीति अपनाई है उससे उन्हें भारतीय बल्लेबाजों पर शुरू और आखिर के ओवर में लगाम लगाना मुश्किल ही रहा है। भारत अंतिम और निर्णायक टी-20 मैच भी इसी रणनीति पर काबिज रह कर जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह सीरीज अपने नाम करने का मौका नहीं छोड़ेगा।
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मैच का समय : शाम 7 बजे से
‘हमने रणनीति को अमली जामा पहनाने की चर्चा की और पिछले दो मैचों में हमने ऐसा ही किया और नतीजा आपके सामने है। हम बेशक टॉस की बाबत चर्चा कर सकते हैं लेकिन आमतौर पर बेहतर खेलने वाली टीम ही जीतती है। चौथे मैच में हार्दिक पांडया के भागीदारी करने और गेंदबाजों के दबाव में रहने पर दिनेश कार्तिक के उन पर प्रहार करने से बहुत खुश हूं। जहां तक मेरे खुद के प्रदर्शन की बात है तो यह कहूंगा कि मंै इसको लेकर बहुत चिंतित नहीं हूं क्योंकि निजी तौर पर खेल में सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।– ऋषभ पंत, भारत के कप्तान