फ़ायर ब्रांडेड नेताओं के होते हुए भाजपा को अग्निवीरों की जरुरत ही नहीं है

अरुण कुमार चौबे

अग्निवीरों को तो भाजपा को लोकसभा, विधानसभा और राज्यसभा के चुनावों का प्रत्याशी बनाना चाहिए, भाजपा को सुरक्षित रखने के लिये भाजपा के पक्ष के बयान वीर नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ ही बहुत है. समाचार चैनलों पर भाजपा के प्रवक्ताओं के सामने राजनीतिक विरोध करने वालों की बोलती बंद हो जाती है. कई बार तो समाचार चैनलों के ऐंकर भी भाजपा प्रवक्ताओं का खुलकर पक्ष लेते देखे सुने जाते हैं. समाचार चैनलों के ऐंकर भी भाजपा के प्रवक्ताओं से डरते है. तीखे चुभते सवाल भाजपा के प्रवक्ता को छोड़ कर अन्य किसी भी दूसरे राजनीतिक दल के प्रवक्ताओं से पूछते हैं. मंत्री से या भाजपा के किसी भी नेता से तीखे चुभते सवाल पूछने का साहस समाचार चैनलों के ऐंकर नहीं कर पाते हैं. भाजपा के पास फ़ायर ब्रांडेड नेताओं की भरमार है. फ़ायर ब्रांडेड नेताओं के होते हुए भाजपा को अग्निवीरों की जरुरत ही नहीं है. भाजपा के सामने तो अग्निवीरों की वीरता भी कमतर है. भाजपा तो लगातार अपने राजनीतिक विरोध करने वालों से लड़ती ही रहती. अग्निवीर आज भड़क रहे हैं कल ठंड़े पड़ जाएंगे. भाजपा के वीर काँग्रेस सहित दूसरे सभी दलों से लगातार लड़ते हैं और लड़ते रहेंगे. अग्निवीर हार मान सकते हैं परंतु भाजपा वीर कभी भी हार मानते ही नहीं हैं. हार को भी जीत में बदल देते हैं. देश में भाजपा के वीरों से बढ़कर कोई भी नहीं है. मुख्यमंत्री कह गए हैं कि जीत भाजपा की होना चाहिये वरना उदघाटन नहीं कर पाओगे. समझदारों के लिये इशारा बहुत है. भाजपा शुभ कामना और सराहना की पात्र है.