
रविवार दिल्ली नेटवर्क
मुंबई : मौलाना हसनअली राजाणी और अब्बासअली केरवाला ने दुनिया भर के मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए मुंबई के पॉश इलाके में स्थित लीलावती अस्पताल के स्थायी ट्रस्टी राजीव के मेहता से चर्चा की, जिस मे कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी और ऑन्कोलॉजी सहित दुनिया भर में रोगियों के लिए सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला। अस्पताल को नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच)² द्वारा मान्यता प्राप्त है। लीलावती अस्पताल द्वारा दी जाने वाली कुछ प्रमुख सुविधाओं और सेवाओं में कार्डियोलॉजी, चेस्ट मेडिसिन, डर्मेटोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, मनोचिकित्सा और रुमेटोलॉजी और न्यूक्लियर मेडिसिन, जनरल सर्जरी, डायग्नोस्टिक सर्विसेज और स्कैन, न्यूरोसाइंस शामिल हैं। बाल चिकित्सा, मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार विज्ञान, न्यूरो-नेत्र विज्ञान, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, बाल चिकित्सा, नेत्र विज्ञान, पल्मोनोलॉजी, कार्डियक इमेजिंग, कार्डियक पेसिंग और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी सहित स्त्री रोग, प्रसूति और प्रसूति सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जबकि मरीज विशेषज्ञों और सुविधाओं से लाभान्वित होते हैं। सस्ती चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के अवसर तलाशे जाने थे। और दुनिया भर में गृह युद्धों के दौरान घायल हुए लाखों लोग; उन्हें संयुक्त राष्ट्र तक अपनी बात पहुंचानी थी और इन असाध्य लोगों को भारत लाकर सशर्त उपचार उपलब्ध कराकर देश की सेवा करनी थी। इस मौके पर मौलाना हसन अली रजनी ने कहा कि चूंकि दुनिया कायम है और जब तक दुनिया रहेगी, इंसान दो इल्मों का पीछा नहीं छोड़ सकता। यानि कि ”ज्ञान दो हैं, एक धर्म का ज्ञान और दूसरा शरीर का ज्ञान” उन्होंने आगे कहा कि इस दुनिया में किसी की जान बचाने से बड़ी चीज कोई नहीं हैँ, जिस पर उन्होंने साफ तौर से कहा। पवित्र कुरान में कहा गया है कि जिसने एक व्यक्ति को मार डाला उसने दुनिया के सभी लोगों को मार डाला और जिसने एक व्यक्ति की जान बचाई उसने मानो पूरी दुनिया के लोगो की जान बचाई।