
- गंभीर ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैच दुबई में कराने को अनुचित लाभ बताने की बात खारिज की
- उम्मीद फाइनल में हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलेंगे
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के पाकिस्तान के साथ कड़वे सियासी रिश्तों के चलते आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट में भारत के सभी मैच तटस्थ दुबई में कराने को खासतौर पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक एथरटन व नासिर हुसैन, कुछ पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों और ऑस्ट्रेलिया के नियमित चोट के चलते फिलहाल बाहर कप्तान पैट कमिंस(बाद में बयान से पलटी मारने वाले) ने इसे भारत को अनुचित लाभ बताया। भारत के इन आलोचकों का कहना था कि इससे भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में शिरकत कर रही किसी भी अन्य टीम की बजाय खुद को दुबई की पिचों के मुताबिक खेलने के लिए ढालने और एक ही जगह डेरा डाल कर खेलने का लाभ मिला है। भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर ने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैच दुबई में कराने को भारत को अनुचित लाभ बताने की बात खारिज की । गंभीर ने भारत के इन आलोचकों को आड़े हाथों लिया है। भारत के चीफ कोच गंभीर ने हमेशा से शिकायत करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा,अब तो बड़प्पन दिखाओ।
गंभीर ने कहा, ‘सबसे पहले भारत के इन आलोचकों को मालूम होना चाहिए दुबई हमारे लिए किसी भी अन्य टीम की तरह तटस्थ स्थान है। हम दुबई में इससे पहले बराबर नहीं खेले हैं। मुझे याद नहीं पड़ता कि हम चैंपियंस ट्रॉफी से दुबई में आखिरी बार कब खेले थे। हकीकत तो यह है कि हमने दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के अपने मैच खेलने की कोई योजना नहीं बनाई थी। हमारी योजना पाकिस्तान अथवा अन्य किसी भी अन्य जगह खेलने पर अपनी 15 सदस्यीय टीम में दो खालिस स्पिनरों को चुनने की ही थी क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी उपमहाद्वीप मे हो रही है। ऐसा नहीं था कि हम स्पिनरों का जाल बुनना चाहते थे। आप यदि देखें तो हमने अपने शुरू के दो मैचों में एक ही खालिस स्पिनर को चुना। हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में दो खालिस स्पिनरों को चुना। यह कहा गया कि ऐसे मे हमें इसका अनुचित लाभ और इस तरह की अन्य बातों पर बहस शुरू हो गई। हमें किस तरह का अनुचित लाभ? हमने दुबई में एक दिन भी अभ्यास नहीं किया। हम आईसीसी एकेडमी में अभ्यास कर रहे हैं। आईसीसी एकेडमी और दुबई की स्थितियां एकदम अलग हैं। कुछ लोग जो हमेशा बस शिकायत ही करते रहते हैं और उन्हें वाकई बडप्पन दिखाने की जरूरत है। मुझे लगता है कि ऐसा कुछ नहीं था कि दुबई में खेलने का हमें कोई अनुचित लाभ मिला।’
भारत केचीफ कोच गंभीर ने कहा,‘ हमने दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी में बेदाग क्रिकेट खेली और हमें इसमें अभी एक और मैच यानी फाइनल खेलना है। हम जानते है हम एक बढ़िया वन डे टीम है और सबसे अहम बात यह है कि अब पूरी चैंपियंस ट्रॉफी में जिस तरह खेले। हमारी टीम में हमेशा टीम देश के लिए कुछ खास करने की भूख, प्रतिबद्धता और उत्सुकता रहती है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आप बराबर बेहतर करन की कोशिश करते हैं। आप कभी यह नहीं कहते हैं कि आप सभी कसौटियों पर खरे उतर चुके हैं। फिर चाहे वह बल्लेबाजी हो क्षेत्ररक्षण या फिर गेंदबाजी, बेहतर करने की गुंजाइश हमेशा रहती है। हमने अभी भी अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया है। हमें अभी एक और मैच यानी फाइनल खेलना है और उम्मीद है इसमें हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलेंगे। मैं इसी तरह का इनसान हूं कि मैं प्रदर्शनों कभी संतुष्ट नहीं होता हूं। हम बराबर बेहतर करना चाहते हैं। हम विनम्र बने रहना वाहते हैं पर मैदान पर पूरी शिद्दत से खेलना चाहते हैं और मैदान से बाहर भी विनम्र बने रहना चाहते हैं। हम अपनी भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में इस तरह का माहौल और संस्कृति बना कर पूरी तरह ईमानदार बना रहना चाहते हैं, जिससे की हम चैंपियंस ट्रॉफी में अपने बाकी एक मैच यानी फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखा सके।’