मैं बल्लेबाजी क्रम में उपर नीचे बल्लेबाजी करने का अभ्यस्त हो गया हूं : केएल राहुल

I have become used to batting up and down the order: KL Rahul

बीते करीब एक बरस से मुझे बाउंड्री जड़ने की अपनी क्षमता बेहतर करने में मदद मिली

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल को भारतीय क्रिकेट टीम का प्रबंधन जरूरत और टीम संयोजन के मुताबिक पारी का आगाज कराने से लेकर छठे नंबर तक जरूरत के मुताबिक बराबर अलग अलग नंबर पर आजमाता रहा है। केएल राहुल ने टीम इंडिया के हित में बराबर अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव को लेकर शिकायत नहीं की है। केएल राहुल अब मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में बाएं और दाएं के बल्लेबाज के संयोजन के चलते अब भारत के लिए छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। केएल राहुल क्रीज पर उतरते ही टीम इंडिया की जरूरत के मुताबिक दे दनादन कर चौके-छक्के भी जड़ रहे हैं। केएल राहुल ने भारत की ऑस्ट्रेलिया पर दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी में जीत के बाद कहा, ‘मैं अपने दिल की बाबत कहूं तो मुझे बेशक शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना पसंद है। टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ भारत की पारी का आगाज नई गेंद का झेलने के बाद आप जानते है नई लाल गेंद के सामने खेलने उतरना कितना चुनौतीपूर्ण है। मैंने ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ टेस्ट में भारत की बल्लेबाजी का आगाज किया और अब दुबई में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में निचले क्रम में बल्लेबाजी करना कुछ अलग महसूस होता है। आप देखेंगे कि सफेद गेंद से बीते चार पांच बरस से क्रिकेट बस ऐसे ही खेली जा रही है। ऐसे में मैं बल्लेबाजी क्रम में उपर नीचे इस तरह बल्लेबाजी करने का अभ्यस्त हो गया हूं। मैं मध्यक्रम और बल्लेबाजी में मुझे जो भी रोल दिया जाता है, वहां बल्लेबाजी कर खुश हूं। मेरा मानना है कि इससे मुझे अपने खेल को और बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली। बीते करीब एक बरस से मुझे बाउंड्री जड़ने की अपनी क्षमता बेहतर करने में मदद मिली। श्रीलंका में हमने उसके खिलाफ जो आखिरी वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैख खेला उसमें मैंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी की। मैं इसीलिए जानता था कि मुझे किस नंबर पर बल्लेबाजी करनी है और हमें बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाज की जरूरत है।’

केएल राहुल मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दुबई में जब अक्षर पटेल के आउट होने पर बल्लेबाजी के लिए तब भारत को 15 ओवर में 85 रन की जरूरत थी और मुश्किल पिच पर छह विकेट बाकी थे। तब ऑस्ट्रेलिया को जीत की हल्की उम्मीद थी। तब केएल राहुल ने 34 गेंदों में दो छक्कों और दो चौकों की मदद से अविजित 42 रन बना भारत को जीत के साथ फाइनल में स्थान बनाया। ‘

केएल राहुल से भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दिला फाइनल में पहुंचाने के बाद जब उनके बल्लेबाजी क्रम को लेकर अनिश्चितता की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा,‘ सच कहूं तो 2020 से मैंने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की और बहुत लोग भूल गए कि मैं किस नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा हूं। जब भी बल्ले से बढ़िया प्रदर्शन करता तो तो फिर वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज से ब्रेक शुरु हो जाता है और फिर हम चार पांच महीने के बाद फिर वन डे अंतर्राष्ट्रीय के लिए उतरते है तो फर यह सवालिया नियाना लग जात है कि वह एकादश में कैसा खेलूंगा और कहां फिट होंउंगा। अक्सर मैं बैठ कर सोचता हूं कि मैं और क्या कर सकता हूं। रोहित पिले तीनदचारदबरस से हमारे कप्तानहं और उन्होंने मुझे जब भी मुझे खेलने को कहा, में खेला और मैंने महसूस किया कि मैंने अपनी भूमिका निभाई।‘