विराट कोहली जैसा बेहतरीन बल्लेबाज हमारी भारतीय टीम के लिए बेहद अहम : गंभीर

A great batsman like Virat Kohli is very important for our Indian team: Gambhir

विराट कोहली जानते हैं अपने रन बनाने की योजना

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 51 शतक जड़ने वाले विराट कोहली ने अपने बल्लेबाजी कौशल, प्रतिद्वंद्वी टीम के फील्डरों के बीच से दरार खोज तेज एक एक ,दो -दो रन दौड़ने के साथ मौका मिलते ही तड़ाक से चौका जड़ने की कूवत से बतौर बल्लेबाज खुद को क्रिकेट में भारत ही नहीं दुनिया का सर्वश्रेष्ठ चेज मास्टर साबित किया है। विराट कोहली निर्विवाद रूप से वन डे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के अपने आदर्श सचिन तेंडुलकर के बाद बेशक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। विराट कोहली बल्लेबाजी करते हुए विकेट के बीच तेज दौड़ 36 बरस की उम्र में भी भारत ही नहीं संभवत: दुनिया के सबसे तेज दौड़ कर रन लेने वाले बल्लेबाज हैं। विराट की विकेटों के तेज दौड़ रन लेने की क्षमता के दुनिया के सर्वकालीन महानतम बल्लेबाज सुनील गावसकर, भारत के पूर्व ओपनर व मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर, उनके समकालीन और भारत के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में हार के बाद वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और हेड कोच रहे रवि शास्त्री,कपिल देव व अनिल कुंबले, पूर्व टेस्ट ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू और कभी उनके आलोचक रहे भारत के पूर्व टेस्ट बल्लेबाज संजय मांजरेकर से लेकर दुनिया का लगभग हर पूर्व और मौजूदा टेस्ट खिलाड़ी आज उनका मुरीद है। वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने में विराट कोहली (301 मैच, 289 पारी, 14180 रन, 51 शतक, औसत 58.11,स्ट्राइक रेट 93. 35 ) सर्वकालीन महानतम बल्लेबाज अपने आदर्श भारत के सचिन तेंडुलकर (463 मैच, 452 पारी, 49 शतक, 18426 रन, औसत 44.83,स्ट्राइक रेट 86. 83) और श्रीलंका के कुमार संगकारा(404 मैच,14234 रन, 25 शतक, औसत 41.98,स्ट्राइक रेट 78. 86) के बाद तीसरे नंबर पर हैं। मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में एक शतक और एक अर्द्धशतक सहित विराट कोहली सेमीफाइनल सहित चार मैचों में 217 रन बना एक शतक जड़ने वाले इंग्लैंड के बेन डकेट (227 रन), तीन मैचों में भारत को छोड़ सेमीफाइनल सहित दो शतक जड़ने वाले न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र ( 226 रन) और एक शतक जड़ने वाले इंग्लैंड के जो रूट (225 रन) के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने में चौथे नंबर पर हैं।

विराट कोहली के पास मजबूत न्यूजीलैंड यानी कीवी टीम के अब रविवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल में पर कतर कर भारत को बार खिताब जिताने का मौका है।

विराट कोहली की 84 रन की बेहतरीन पारी की बदौलत दुबई में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया पर चार विकेट से जीत के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा, ‘ वन डे क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाज विराट कोहली जानते हैं अपने रन बनाने की योजना। हम चाहे पहले बल्लेबाजी कर रहे हों या बाद लक्ष्य का पीछा कर रहे हों, विराट उसी के मुताबिक योजना बना खुद को बहुत जल्दी उसी के मुताबिक ढाल लेते हैं। विराट का वन डे क्रिकेट का शानदार रिकॉर्ड उनके दुनिया का बेहतरीन बल्लेबाज होने की गवाही देता है। विराट जैसा बेहतरीन बल्लेबाज हमारी भारतीय टीम के लिए बेहद अहम है। जब आप भारत के लिए 300 वन डे से अतर्राष्ट्रीय मैच खेलते हैं और तो बेशक आप कभी किसी तरह के स्पिनरों के खिलाफ आउट भी होंगे। विराट मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में एक शतक भी जड़ चुके हैं और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन की पारी भी खेल चुके हैं। ऐसे में भारत के लिए 300 से ज्यादा वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले विराट के लेग स्पिनर के खिलाफ आउट होने पर बहुत चर्चा बेमानी है।’

विराट ने बताया,वह सबसे बेहतर चेजर क्यों : गावसकर
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर ने कहा, ‘ विराट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल पिच पर बहुत समझबूझ से खेल कर 84 रन की बेहतरीन पारी खेल बताया वह वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन चेजर क्यों हैं। विराट की ताकत मैच के मिजाज के मुताबिक खेलना है।’

विराट यकीनन सबसे बेहतर चेजर : स्मिथ
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान उनके समकालीन स्टीव स्मिथ ने कहा, ‘विराट कोहली मेरी निगाह में निर्विवाद रूप से यकीनन सबसे बेहतर चेजर हैं। वह हमारी ऑस्ट्रेलिया के टीम के खिलाफ भी कई बार रनों के लक्ष्य का पीछा करने के अपने कौशल को दिखा चुके हैं। विराट मैच को आखिर तक ले जाकर भारत को जिताना जानते हैं।’

भारतीय टीम को मैच जिताने में विराट सबसे आगे : सिद्धू
पूर्व ओपनर नवजोत सिद्धू ने विराट की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए 84 रन की पारी की बाबत कहा, ‘बहुतेरे क्रिकेटरों ने वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मे बहुत रन बनाए, लेकिन सवाल है कि आपने अपनी टीम को कितने मैच जिताए। बतौर बल्लेबाज आपके लिए रिकॉर्डों से ज्यादा अहम है अपनी टीम को मैच जिताना। अपनी भारतीय टीम को मैच जिताने में विराट सबसे आगे हैं। विराट इतने प्रतिबद्ध क्रिकेटर हैं वह अपने देश के लिए शीशे पर चल सकते है। विराट का जन्म ही खुशियां बिखेरने के लिए हुआ है और उन्हें बल्लेबाजी करता देख मैं 100 किलोमीटर पैदल भी चल सकता हू।’

विराट बैकफुट पर बहुत बढ़िया खेले : मांजरेकर
संजय मांजरेकर ने कहा, ‘विराट ने अब फिर से विश्वास से बैकफुट पर अपने शॉट खेलने शुरू कर दिए हैं। अब वन डे में आखिरी के दस यानी 40 से 50 वें ओवर के भीतर 30 गज के घेरे के भीतर पांच फील्डर रख सकती है और जब हम खेलते तो तब चार फील्डर ही इस घेरे में रखे जा सकते थे। विराट के सामने दिक्कत थी कि स्पिनर के खिलाफ उनके लिए स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था और अब वह इस परेशानी से निकल चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में अपनी पारी में विराट बैकफुट पर बहुत बढ़िया खेले और बराबर क्षेत्ररक्षकों के बीच से गेंद को निकाल रन दौड़ने में सफल रहे। विराट ने दाएं ओर बाएं दोनों ओर क्षेत्ररक्षकों के बीच से गेंद निकाली।’

विराट हालात को हर समय काबू में रखते हैं : कुंबले
वहीं भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुम्बले ने कहा, ‘विराट शायद ही कोई गलती करते हैं। खासतौर रन रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वह पूरे शिद्दत से पूरे नियंत्रण के साथ खेले। वह भारत के द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के लिए 265 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैक्सवेल को दिए मौके को छोड़ कर पूरे नियंत्रण से खेले और आश्वस्त दिखे। महज इस पारी में ही नहीं पर जब जब रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरते हं तो और शायद ही कभी ऐसा लगता है कि उन्होंने नियंत्रण खोया । विराट हालात को हर समय काबू में रखते हैं।’