ट्रंप ने शेयर किया मोदी का पॉडकास्ट वीडियो

Trump shared Modi's podcast video

अजय कुमार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन घंटे लंबे पॉडकास्ट को शेयर किया है। यह पॉडकास्ट रविवार (16 मार्च) को प्रधानमंत्री मोदी और प्रसिद्ध अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के बीच एक गहरे और विचारशील इंटरव्यू के रूप में जारी किया गया था। इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने 2002 के गुजरात दंगों, भारत-चीन और भारत-पाकिस्तान रिश्तों, और अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के साथ संबंधों पर खुलकर अपनी बात रखी। जैसे ही ट्रंप ने इस पॉडकास्ट को शेयर किया, यह दुनियाभर में वायरल हो गया और इसे प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन के रूप में देखा जाने लगा।

ट्रंप ने सोमवार सुबह (भारतीय समयानुसार) पीएम मोदी के इस इंटरव्यू को ट्रुथ सोशल पर साझा किया। इसमें पीएम मोदी ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बारे में बात करते हुए कहा कि यह स्थिति विचारधाराओं के मतभेदों का परिणाम नहीं है, बल्कि यह आतंकवादी मानसिकता के कारण उत्पन्न हुई है। इसके बाद उन्होंने ट्रंप के साथ अपने संबंधों पर भी चर्चा की और उन्हें एक साहसी व्यक्ति के रूप में चित्रित किया। पीएम मोदी ने कहा कि ट्रंप हमेशा अपने फैसले खुद लेते हैं और वे अमेरिका के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग रहते हैं। उन्होंने ट्रंप के समर्पण को उस समय भी महसूस किया जब 2020 के चुनाव प्रचार के दौरान एक बंदूकधारी ने उन्हें गोली मारने की कोशिश की थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बारे में भी बात की और कहा कि ट्रंप अब पहले से कहीं अधिक तैयार और स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप के पास अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक सुपरिभाषित और स्पष्ट रोडमैप है, जो उन्हें उनके उद्देश्यों की ओर ले जाएगा। पीएम मोदी ने अपनी हालिया अमेरिका यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें ट्रंप की टीम के कई प्रमुख सदस्य, जैसे उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड, विवेक रामास्वामी, और एलॉन मस्क से मिलने का अवसर मिला। मोदी ने इन मुलाकातों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने महसूस किया कि ट्रंप ने एक मजबूत और सक्षम टीम बनाई है, जो उनके दृष्टिकोण को पूरी तरह से लागू करने में सक्षम है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सितंबर 2019 में ह्यूस्टन में आयोजित “हाउडी मोदी” कार्यक्रम का भी जिक्र किया, जिसमें ट्रंप उनके साथ मंच पर उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि उस दिन ट्रंप ने दर्शकों के बीच बैठकर उनका भाषण सुना था, जो उनकी विनम्रता को दर्शाता है। मोदी ने कहा, “यह उनके शानदार भाव थे, जब मैं मंच से बोल रहा था, और वह श्रोताओं में बैठे थे।” प्रधानमंत्री ने यह भी याद किया कि अमेरिकी सुरक्षा व्यवस्था उस समय पूरी तरह से हड़बड़ाहट में आ गई थी जब उन्होंने ट्रंप से स्टेडियम में दर्शकों का अभिवादन करने के लिए खचाखच भरे स्टेडियम का दौरा करने को कहा। हालांकि, ट्रंप बिना किसी हिचकिचाहट के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।

मोदी ने कहा, “उनकी पूरी सुरक्षा टीम सकते में आ गई थी, लेकिन मेरे लिए वह क्षण दिल को छू लेने वाला था। इससे यह पता चला कि इस आदमी में हिम्मत है। वह अपने फैसले खुद लेते हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने उस पल में मुझ पर और मेरे नेतृत्व पर भरोसा किया कि वह मेरे साथ भीड़ के बीच चलने को तैयार हो गए।” यह पल प्रधानमंत्री मोदी के लिए न केवल एक राजनीतिक अनुभव था, बल्कि यह उनके और ट्रंप के बीच की मजबूत और व्यक्तिगत मित्रता को भी उजागर करता है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ट्रंप के प्रति उनके सम्मान और उनके दृढ़ नेतृत्व के प्रति आस्था को स्पष्ट करता है। मोदी ने ट्रंप के दूसरे कार्यकाल को लेकर जो आशावादी दृष्टिकोण व्यक्त किया, वह यह दिखाता है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति के दृष्टिकोण को लेकर सकारात्मक सोच रखते हैं। ट्रंप की टीम और उनके नेतृत्व के प्रति मोदी का विश्वास एक मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का संकेत है, जो भारत और अमेरिका के रिश्तों को और भी प्रगाढ़ बना सकता है।

इस पॉडकास्ट ने न केवल भारतीय राजनीति में, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी एक नई चर्चा का माहौल बना दिया है। मोदी और ट्रंप के बीच की दोस्ती और उनके व्यक्तिगत संबंधों ने यह साबित किया है कि वैश्विक राजनीति केवल विचारधाराओं पर नहीं, बल्कि व्यक्तिगत विश्वासों और रिश्तों पर भी निर्भर करती है। इस पॉडकास्ट के वायरल होने के बाद, यह साफ है कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच का समर्थन और आपसी सम्मान वैश्विक मंच पर चर्चा का विषय बन चुका है।