
दीपक कुमार त्यागी
- जंतर-मंतर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के धरने के विरोध में वहां जाकर सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ करने का आह्वान किया था ‘यति नरसिंहानंद गिरी महाराज’ ने
- डॉक्टर उदिता त्यागी व पिंकी चौधरी सहित महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के साथियों के पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
- अनिल चौधरी, सचिन सिरोही तथा कई अन्य हिंदूवादियों ने जंतर-मंतर पर अपना विरोध दर्ज कराया
गाजियाबाद : गाजियाबाद का विश्व प्रसिद्ध शिवशक्ति धाम, डासना आज एकबार फिर से पुलिस छावनी बनने से सुर्खियों में रहा। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने आरोप लगाया कि अपमान हताशा और निराशा ने आज उनके 27 वर्ष के संघर्ष की हत्या कर ही दी, आज सुबह जब वह अपने साथियों के साथ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के धरने का विरोध करने दिल्ली जंतर-मंतर जा रहे थे, तब पुलिस ने डासना देवी मंदिर को छावनी बना करके उन्हें रोक दिया। जिसके बाद महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने बयान दिया कि अब देश मोदी जी,अमित शाह जी और योगी जी के मजबूत हाथों में है और सनातन धर्म तरह-तरह के जगद्गुरुओं, आचार्यों, महामण्डलेश्वरों और दंडी स्वामियों के योग्य हाथों में है। ऐसे में हम तो आज तक बेकार ही परेशान हुए हैं। इसीलिए अब वो केवल हवन यज्ञ और सनातन वैदिक ज्ञानपीठ के निर्माण का कार्य करेंगे।
शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि उन्होंने 17 मार्च को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मौलाना मदनी के दिल्ली जंतर-मंतर पर आतंक फैलाने का विरोध करने के लिए वहां सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आह्वान किया था, जिसे केंद्र और यूपी सरकार ने विफल कर दिया और डॉक्टर उदिता त्यागी व पिंकी चौधरी जैसे उनके समर्थकों को घर ने नजरबंद कर दिया, शिवशक्ति धाम डासना को पुलिस छावनी बना दिया। लेकिन इतने प्रतिबंधों के बाद भी महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के आह्वान पर अनिल चौधरी, सचिन सिरोही सहित उनके अनेक शिष्य जंतर-मंतर दिल्ली पहुंचे, जहां पुलिस उन लोगों को गिरफ्तार करके किसी अज्ञात स्थान पर ले गई।