
मात्र चार खालिस बल्लेबाज ही हैं चेन्नै की कमजोर कड़ी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : पुराने योद्धा 43 बरस के विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन और नौजवान ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में पिछले सीजन में पांच जीत के साथ नेट रन में आरसीबी से पिछड़ पांचवें स्थान पर रह प्ले ऑफ से चूकने वाली चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) अब भी रविचंद्रन अश्विन , रवींद्र जडेजा बूढ़े शेरों के साथ भारतीय मूल के न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र और श्रेयस गोपाल जैसे अपने स्पिन ऑलराउंडरों के बूते दुनिया की सबसे महंगी 2025 की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 22 मार्च से शुरू हो रहे 18 वें सीजन में कुल छठी बार खिताब जीतने उतरेगी। चेन्नै ने अब तक कुल-2010, 2011, 2018, 2021, 2023-धोनी की कप्तानी मे पांचों आईपीएल खिताब जीते हैं उनमें से दो पिछले चार सीजन में जीते हैं। अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके भारत के ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने लंबे अरसे के बाद फिर से अपनी शहर चेन्नै के लिए फिर से खेलते दिखेंगे। कहने को चेन्नै की टीम में इस बार कई नए चेहरे जरूर हैं लेकिन हकीकत में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर विजय शंकर और इंग्लैंड के सैम करेन के रूप में ये सभी ऐसे पुराने धुरंधर हैं जो कि अतीत में कई आईपीएल टीमों में खेल चुके हैं। चेन्नै ने कलाई के स्पिनर के रूप में अफगानिस्तान के 20 बरस के नूर अहमद पर तुरुप के इक्के के रूप में दांव खेला है। चेन्नै ने खासतौर पर ऑलरउंडरों पर भरोसा जताया है और उसकी टीम में खालिस बल्लेबाजी के रूप में कप्तान ऋतुराज गायकवाड़, डेवॉन कॉनवे, राहुल त्रिपाठी के रूप में मात्र चार खालिस बल्लेबाज हैं और यही शायद उसकी कमजोर कड़ी है।
दीपक हुड्डा, रचिन रवींद्र, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन,विजय शंकर, सैम करेन के रूप में ऐसे बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजी भी कर लेते हैं। इसे आप इस तरह भी कह सकते है कि ये सभी ऐसे गेंदबाज हैं जो जरूरत पड़ने पर बल्ला भी भांज सकते है। वह आईपीएल में चेन्नै सुपर किंग्स के धोनी 43 बरस की उम्र में आज भी चेन्नै सुपर किंग्स ही नहीं आईपीएल के सबसे बेहतरीन चेजमास्टर में से हैं ही वह दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग में कुल 264 मैच खेल 84*के सर्वोच्च स्कोर और 24 अर्द्धशतकों के साथ 5243रन बनाए हैं। धोनी ने चेन्नै सुपर किंग्स के लिए 234 मैच खेल 22 अर्द्धशतकों की मदद से 4669 रन बनाए हैं। रनों का पीछा करते हुए 77 मैचो मे छह अर्द्धशतकों सहित 1233 रन बना आईपीएल में अपनी टीम को जीत दिलाई है। एक दिलचस्प बात है कि पिछले करीब पांच आईपीएल से बराबर यही कहा जाता यह धोनी का आखिरी सीजन होगा लेकिन वह हर बार लोगो के कयासों को झुठलाते हुए बराबर खेलते दिखाई देते हैं। बेशक वह पिछले साल आईपीएल को उनके आखिरी होने की चर्चाओं के बीच खेल दिख जाते हैं लेकिन यह हकीकत है कि यह है कि उनका शरीर जरूर अब थकता दिखाई दे रहा है।
चेन्नै सुपर किंग्स के लिए बड़ा सवाल यह रहेगा कि राहुल त्रिपाठी अब केकेआर से जुड़ चुके अजिंक्य रहाणे और क्रिकेट को अलविदा कह चुके रॉबिन उथप्पा की जगह तीसरे नंबर पर कितने कामयाब रहेंगे। चेन्नै के लिए एक बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या वह न्यूजीलैंड के डेवॉन कॉनवे व रचिन रवींद्र की बाएं हाथ की सलामी जोड़ी से पारी का आगाज कराएगा और कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को तीसरे नंबर पर उतरेगा। दरअसल चेन्नै की कोशिश रवीद्र जडेजा, अश्विन, रचिन, लेग स्पिनर गोपाल और दीपक हुड्डा की कामचलाउ ऑफ स्पिन के बूते खासतौर पर अपने घरेलू मैदान पर अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों को घेरने की रहेगी।
बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, विजय शंकर, दीपक हुड्डा, जैमी ओवरटन और सैम करेन की खासतौर पर गेंदबाजी के बूते ही चेन्नै सुपर किंग्स खिताब की कोशिश खिताब जीतने की होगी। बल्ले से खासतौर पर शिवम दुबे दे पारी के बीच के ओवर में खेल का रुख पलटने में सक्षम हैं ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन व सैम करेन व विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी पारी के आखिर में कुछ ही गेंदों में मैच की तस्वीर बदलने का दम जरूर रखते हैं लेकिन सवाल यह है कि कितना?