
- “महावीर गाथा” के माध्यम से अहिंसा, सत्य और करुणा का संदेश-श्री विजेंद्र गुप्ता
- मानवता को दिशा देने वाले महावीर स्वामी के आदर्शों का स्मरण
- दिल्ली विधानसभा में आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक चेतना का संगम
हरीश शर्मा
दिल्ली विधान सभा में भगवान महावीर स्वामी के 2624वें जन्म कल्याणक एवं 2550वें निर्वाण महोत्सव के पावन उपलक्ष्य पर एक भव्य आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम “भगवान महावीर गाथा” का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष माननीय श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भगवान महावीर का जीवन और उनकी शिक्षाएँ सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रकाशपुंज हैं।
विधानसभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता जी को ‘कर्मयोगी सम्मान’ से विभूषित किया गया। श्री विजेंद्र जी को तिलक, माला और प्रशस्ति चिन्ह भेंट किया गया। श्री विजेंद्र जी के प्रशस्ति चिन्ह में लिखा गया कि “वे सद्भाव, न्याय और अहिंसा के हैं आदर्शों को सशक्त करते हैं, राष्ट्र की सेवा में उनकी निष्ठा प्रेरणादायक है।”
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने श्री मुनि महाराज को राजकीय अतिथि के दर्जा से सम्मानित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट उपस्थित रहे। जैन समाज के अनेक विशिष्टजन तथा श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल हुए।
इस अवसर पर राष्ट्रसंत परमाचार्य श्री 108 प्रज्ञा सागर जी मुनिराज का पावन सान्निध्य प्राप्त हुआ, जिन्होंने भगवान महावीर के सिद्धांतों – अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अनेकोंतवाद – पर गूढ़ व प्रेरणादायक प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि भगवान महावीर का संदेश आज के समय में और भी अधिक प्रासंगिक है, जब समाज को शांति, सहिष्णुता और करुणा की अत्यधिक आवश्यकता है।
अपने उद्बोधन में अध्यक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि “महावीर गाथा” जैसे आयोजनों से हमारी सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम मिलता है। उन्होंने कहा, “महावीर स्वामी का संदेश केवल धार्मिक नहीं बल्कि मानवीय और सामाजिक विकास का आधार है। हमें उनके सिद्धांतों को जीवन में अपनाकर एक शांतिपूर्ण और समरस समाज की ओर बढ़ना चाहिए।”
उन्होंने आयोजन समिति – भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव समिति एवं सकल जैन समाज दिल्ली – को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी और यह आश्वासन भी दिया कि दिल्ली विधान सभा भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को पूर्ण समर्थन देती रहेगी।
कार्यक्रम के उपरांत विशेष वात्सल्य भोज की भी व्यवस्था की गई थी, जिसमें सभी अतिथियों ने सहभागिता की।