
दीपक कुमार त्यागी
- श्रीमद्भगवद्गीता सम्पूर्ण मानवता की एकमात्र और अंतिम शरण है- महामंलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज
- शिवशक्ति धाम डासना में शिवशक्ति महोत्सव का दूसरा दिन
गाजियाबाद : शिवशक्ति धाम डासना में आज शिवशक्ति महोत्सव के दूसरे दिन का आरंभ रुद्राभिषेक और श्रीचंडी महायज्ञ से हुआ। आज ग्राम बम्हेटा की पार्षद प्रमोश यादव अपने परिवार के साथ शिवशक्ति महोत्सव की यजमान बनी। शिवशक्ति महोत्सव में रात्रि को सनातन धर्म की रक्षा और सनातन के शत्रुओं के समूल विनाश हेतु मां बगलामुखी का महायज्ञ किया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुति समर्पित की।
आज श्रीमद्भागवत कथा में भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण के जीवन पर प्रकाश डालते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि योगेश्वर श्रीकृष्ण संपूर्ण मानवता के सबसे प्रकाशवान प्रकाश स्तंभ हैं। उन्होंने मानवता को सही मार्ग पर ले जाने के लिए ही जन्म लिया था। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन धर्म की स्थापना और अधर्म के विनाश के लिए समर्पित किया। कुरुक्षेत्र जैसे युद्ध के मैदान में जहां विश्व का सबसे भयानक और विध्वंसक युद्ध होना था, वहां उन्होंने अर्जुन को माध्यम बनाकर सम्पूर्ण मानवता को श्रीमद्भगवद्गीता जैसा अदभुत ज्ञान दिया।श्रीमद्भगवद्गीता सम्पूर्ण मानवता के इतिहास में एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो स्वयं परमात्मा ने अपनी वाणी से मानव को प्रदान किया है। इसी कारण श्रीमद्भगवद्गीता सर्वकालिक और सार्वभौमिक ग्रंथ है।आज जब मानवता इस्लामिक जिहादियों के कारण अपने अस्तित्व के अभूतपूर्व संकट से गुजर रही है, तब केवल श्रीमद्भगवद्गीता ही मानवता को सही मार्ग दिखा सकती है। ये हम हिंदुओं की गलती है कि हमने श्रीमद्भगवद्गीता का उस तरह प्रचार नहीं किया जैसे कुछ अन्य लोगों ने श्रीमद्भगवद्गीता की नकल करके लिखे गए दूसरे ग्रंथों का किया और सम्पूर्ण विश्व को अन्याय और अत्याचार के गहरे कुएं में धकेल दिया।अब हिंदुओं विशेष रूप से हिंदुओं के धर्मगुरुओं को अपनी गलती का प्रायश्चित करते हुए श्रीमद्भगवद्गीता के सही अर्थों का प्रचार करके सम्पूर्ण मानवता की रक्षा का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। आज की श्रीमद्भागवत कथा के यजमान परिवार सहित हरिओम सिंह थे।