भारत के सामने आक्रामक इंग्लैंड को रोकने की मुश्किल चुनौती

  •  उस्ताद द्रविड़ को बनानी होगी इंग्लैंड के स्टोक्स व बैरिस्टो को रोकने की रणनीति
  • रोहित को खेलने को लेकर असमंजस बना भारत की परेशानी
  • विराट, पुजारा, बुमराह ,शमी के साथ पंत को उठाना अपने खेल का स्तर
  • रोहित नहीं खेले तो बुमराह संभालेंगे टीम इंडिया की कप्तानी
  • भारत की संतुलित एकादश चुनने के लिए द्रविड़ को करनी होगी मशक्कत

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर असमंजस भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से एजबेस्टन (बर्मिंघम) में शुरू हो रहे पुनर्निधारित पांचवें क्रिकेट मैच में सबसे बड़ी परेशानी बन गया है। यह टेस्ट दरअसल बीते बरस सितंबर में मैनचेस्टर में खेला जाने था लेकिन तब कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते रद्द कर दिया था। भारत तब चार टेस्ट मैचों की समाप्ति पर लॉडर्स और ओवल के टेस्ट जीत 2-1 से आगे था। तब से अब तक काफी कुछ बदला चुका है। अब दोनों टीमों के कप्तान और चीफ कोच बदल जा चुके हैं। भारत की कप्तानी रोहित शर्मा को और चीफ कोच की जिम्मेदारी अब राहुल द्रविड़ को मिल चुकी है। वहीं इंग्लैंड की कप्तानी जो रूट से बेन स्टोक्स और क्रिस सिल्वरवुड से चीफ कोच की जिम्मेदारी ब्रेंडन मैकुलम को मिल चुकी है। नए चीफ कोच मैकुलम और कप्तान स्टोक्स की जुगलबंदी में इंग्लैंड ने आक्रामक अंदाज में खेल मेहमान न्यूजीलैंड टीम का तीन टेस्ट की सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ किया। भारत के लिए ऐसे में पुनर्निधारित एजबेस्टन के पांचवें टेस्ट में आक्रामक अंदाज में खेल रहे इंग्लैंड को रोकने की मुश्किल चुनौती होगी। उस्ताद मैकुलम के खुल कर खेलने के दर्शन का नतीजा है कि खुद कप्तान स्टोक्स और दनादन क्रिकेट के माहिर जॉनी बैरिस्टी ने मुश्किल में सेंचुरी जड़ इंग्लैड को न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत दिलाई उससे भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ को मेजबान टीम से निपटने के लिए इन दोनों को रोकने की रणनीति बनानी होगी।

भारत के चीफ कोच द्रविड़ ने कहा, ‘हम पिछली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे। इस साल हम फिलहाल तीसरे स्थान पर हैं और खासे कामयाब रहे हैं। हम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज में 2-1 आगे हैं। हमें ध्यान अपनी क्रिकेट पर लगाना है। हम इससे चिंतित होने की जरूरत है कि इंग्लैंड किस अंदाज में खेल रहा है। हम अपनी प्रतिद्वंद्वी टीमों के 20 विकेट ले कर टेस्ट जीतने में कामयाब रहे हैं। हम सकारात्मक क्रिकेट खेल रहे हैं। हमने टेस्ट मैच को तवज्जो दी है और इस टेस्ट के लिए जितना मुमकिन था उतनी बेहतरीन तैयारी की है।’

केएल राहुल के चोट के चलते बाहर होने और कप्तान रोहित के भी फिटनेस को लेकर जूझने के कारण खेलने में अनिश्चय के कारण भारत को इंग्लैंड से एजबेस्टन में पांचवां टेस्ट जीतना तो पूर्व कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे उसके अनुभवी खिलाडिय़ों के साथ नवोदित ऋषभ पंत और शुभमन गिल को अपने खेल का स्तर उंचा उठाना होगा। इतिहास गवाह है कि भारत अभी तक एजबेस्टन में मेजबान इंग्लैंड से कोई टेस्ट जीत नहीं पाया है। भारत को इंग्लैंड को सीरीज में दो-दो की बराबरी पाने से रोक सीरीज अपने नाम करनी है तो उसे एजबेस्टन में पांचवां टेस्ट जीतना होगा या कम से ड्रॉ कराना ही होगा। दरअसल एजबेस्टन में भारत ने सात टेस्ट खेले हैं और इनमें 1986 में बस एक टेस्ट ड्रॉ खेलने को छोड़ कर बाकी सभी छह टेस्ट मैच पारी सहित बड़े अंतर से हारे हैं।

भारत के तीनों फॉर्मेट के कप्तान रोहित का कोरोना का दूसरा टेस्ट भी पॉजिटिव आने के बाद उनके फिट हो इस अहम टेस्ट में खेलने की संभावना बेहद कम है। चीफ कोच राहुल द्रविड़ भी रोहित को लेकर संभल कर जवाब देते हुए कहते हैं कि रोहित को इस टेस्ट में खेलने का कोरोना टेस्ट नेेगेटिव तो आना ही चाहिए। इंग्लैड के खिलाफ इस टेस्ट मैच के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आधिकारिक रूप से किसी को उपकप्तान नियुक्त नहीं किया है।इंग्लैंड के खिलाफ रोहित यदि नहीं खेले तो फिर श्रीलंका के खिलाफ उपकप्तान रहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के भारत की कप्तानी संभाल उसकी नैया किनारे लगाने की उम्मीद है। बुमराह ऐसे में भारत के 38 वें कप्तान और कपिल देव के बाद यह जिम्मेदारी संभालने वाले देश के पहले तेज गेंदबाज।

रोहित के फिट होने को लेकर चल रहे असमंजस में चीफ कोच राहुल द्रविड़ को सबसे ज्यादा माथापच्ची भारत की संतुलित एकादश को लेकर करनी पड़ेगी। भारत के लिए लीस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच में 70 रन की बढिय़ा पारी खेलने वाले केएस भरत, आखिरी समय पर टीम से जोड़ गए मयंक अग्रवाल तो हैं ही चेतेश्वर पुजारा से भी नौजवान ओपनर शुभमन गिल के साथ पारी का आगाज कराने का विकल्प है। पुजारा अतीत में वक्त जरूरत भारत की पारी का आगाज कर चुके हैं। मयंक को भले ही इस टेस्ट से पहले बमुश्किल दो अभ्यास सत्र मिले लेकिन वह इंग्लैंड की पिचों के मिजाज से खासे वाकिफ हैं। मात्र दो अभ्यास सत्र के बाद मयंक से इंग्लैंड के रफ्तार के सौदागर जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और नवोदित मैथ्यू पॉटस के तूफान को जीवट के साथ झेलने की उम्मीद करना बहुत वाजिब तो नहीं होगा लेकिन मौजूदा हालात में वही सबसे बेहतर विकल्प नजर आते हैं। भारत बल्लेबाजी में तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा पर ही भरोसा करे या फिर हनुमा विहारी पर। चेतेश्ेवर पुजारा को राष्टï्रीय चयनकर्ताओं ने मेहमान श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज से बाहर रखा था। ऐसे भी संकेत है कि यह पुजारा का विदाई टेस्ट भी हो सकता है। पुजारा ने भारत को पिछले साल लॉडर्स में दूसरे और ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारियों में बेहतरीन बल्लेबाजी कर जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया था। चिंता पुजारा की लीस्टरशर में अभ्यास मैच में नाकामी को लेकर है। विराट कोहली के अपने नियत चौथे नंबर पर ही बल्लेबाजी करने उतरने की उम्मीद है। पिछले चार टेस्ट में भारत के लिए श्रेयस अय्यर ने एक शतक और तीन अद्र्धशतक जड़े हैं। भारत के पास बतौर बल्लेबाज ऋषभ पंत छठे नंबर पर हैं। साथ ही शार्दूल ठाकुर ने पिछले साल गेंद के साथ बल्लेबाजी में निचले क्रम में उपयोगी पारियां खेल कर बाजी पलटी थी और उनसे फिर ऐसे ही प्रदर्शन को दोहराने की आस है।

भारत की ओर से नई गेंद से जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की अनुभवी जोड़ी के साथ बड़ा सवाल तीसरे सीमर को लेकर रहेगा। पिछले साल इंग्लैड में बतौर सीमर जिस तरह से मोहम्मद सीरीज ने कहर ढाहा उससे वही तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में भारत की एकादश में जगह पाने के मजबूत दावेदार हैं। ओवल में उमेश यादव ने दूसरे टेस्ट में जो रूट सहित इंग्लैड के सभी बल्लेबाजों को खासा परेशाप कर छह विकेट चटकाए । कप्तान रोहित को खेलने को लेकर चलते अनिश्चय के चलते बल्लेबाजी में जरूरी संतुलन के मद्देनजर चार तेज गेंदबाजों को उतारने के क्रम में आलराउंडर शार्दूल ठाकुर को उतारने की सोच सकता है। एक स्पिनर को उतारने की स्थिति में तो रवींद्र जडेजा ही भारत की एकादश में रहेंगे।
टेस्ट का समय: दोपहर बाद 3 बजे से