विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा

Virat Kohli said goodbye to test cricket

सत्येन्द्र पाल सिंह

  • विराट बोले, अब मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहा हूं, यह आसान फैसला नहीं,यही सही लगता है
  • भारत के सबसे कामयाब और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के चौथे सबसे कामयाब हैं कप्तान हैं विराट

नई दिल्ली : भारत और दुनिया के तीनों फॉर्मेट के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही उनके शानदार टेस्ट करियर का अंत हो गया। विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की जानकारी सोशल मीडिया पर सोमवार को दी। विराट ने भारत कुल 123 टेस्ट खेले और 46.85 की औसत से 30 शतकों और 31 अर्द्धशतकों की मदद से 9230 रन बनाए हैं।विराट कोहली दस हजार टेस्ट बनाने से 770 रन दूर थे और उनके लिए इस बड़े मुकाम तक पहुंचने से पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला बेशक बेहद फैसला रहा होगा।

विराट भारत के उन खुशकिस्मत गिने चुने क्रिकेटरों में से एक हैं जिन्हें भारत को 2011 में मुंबई में आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप और 2024 में आईसीसी टी 20 क्रिकेट विश्व कप जिताने का गौरव हासिल है। विराट की भारत को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैपियनशिप जिताने की कसक तब अधूरी रह गई जब टीम इंडिया लगातार दो बार फाइनल में पहुंच कर हार इससे जीतने से चूक गई। विराट ने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की और इसमें 40 जीते और मात्र 17 हारे व 11 ड्रॉ रहे ।विराट ने अपनी कप्तानी में घर से भारत को 16 और घर में 24 टेस्ट में जिताया। विराट भारत के सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान होने के साथ दुनिया के चौथे सबसे कामयाब कप्तान हैं। विराट भारत को बीते बरस वेस्ट इंडीज में आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप जिताने के बाद रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा के साथ टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहले ही अलविदा कर चुके हैं। रोहित शर्मा के भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के एक भीतर विराट कोहली की भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा भारत के लिए उसके जून में इंग्लैंड में उसके खिलाफ पांच टेस्ट क्रिकेट खेलने जाने से दूसरा बड़ा झटका है। कप्तान रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने और जसप्रीत बुमराह की इंग्लैंड दौरे पर कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने की अनिच्छा से भले ही कप्तानी भले ही शुभमन गिल अथवा जांबाज ऋषभ पंत में भले ही किसी को भी दी जाए लेकिन अब विराट के भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा से उसे अपनी सही एकादश चुनने के लिए बहुत माथापच्ची करनी होगी। भारत के पूर्व टेस्ट ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू की माने तो खासतौर पर पहले रोहित शर्मा और उसके एक हफ्ते बाद विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने से भारत के लिए इंग्लैंड में उसके खिलाफ जून -जुलाई के नम मौसम में टीम और सही एकादश चुनना बेहद मुश्किल चुनौती होगा।

विराट कोहली 9230 रन के साथ भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने में चौथे नंबर है। विराट साथ ही 30 टेस्ट शतकों के साथ भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक जड़ने में चौथे नंबर पर हैं। विराट कोहली को भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा सात दोहरे शतक जमाने का गौरव हासिल है। कोहली टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के इतिहास में लगातार दो कैलंडर बरस में 75 या इससे ज्यादा की औसत एक हजार से ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं। विराट का पहला बड़ा इम्तिहान 2014-15 का ऑस्ट्रेलिया दौरा था जहां उन्होंने एडिलेड टेस्ट में दो शतक और फिर मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में भी शतक सहित दौरे पर कुल चार शतकों सहित 86.50 की औसत से कुल 692 रन बनाए थे।

ravivardelhi.com ने 10 मई को यह खबर दी थी कि विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में अगले महीने 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की अहम क्रिकेट सीरीज से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को बता दिया है कि वह टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कहना चाहते हैं। तब सूत्र यह बता रहे थे कि विराट की टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने को लेकर बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से करीब डेढ़ महीने से चर्चा चल रही थी। ऐसी भी चर्चाएं थी बीसीसीआई ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी और अपने जमाने के शीर्ष क्रिकेटर को उन्हें कम से कम इंग्लैड में पांच टेस्ट की सीरीज तक के लिए रक जाने को मनाने का जिम्मा सौंपा है। विराट अपने फैसले पर काबिज रहे और अंतत: सोमवार को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की औपचारिक घोषणा कर दी।

विराट ने सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा करते हुए कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। सच कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि टेस्ट क्रिकेट मुझे किस सफर पर ले जाएगा। टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली। मुझे टेस्ट क्रिकेट ने बतौर क्रिकेटर संवारा और ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर संजोए रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना बहुत ही निजी अनुभव होता है। शांत, परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल, जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन ये पल हमेशा आपके साथ रहते हैं। अब जब मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहा हूं, तो मेरे लिए यह कतई आसान फैसला नहीं है , लेकिन मुझे यही सही लगता है। मैंने टेस्ट क्रिकेट को अपना सब कुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज़्यादा दिया है। मैं दिल से आभार के साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहा – खेल के लिए, उन लोगों के लिए जिनके साथ मैंने मैदान साझा किया, और हर एक व्यक्ति के लिए जिसने मुझे इस दौरान महसूस कराया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।’

5 नवंबर, 1988 को दिल्ली में जन्मे विराट कोहली ने अपने उस्ताद राज कुमार शर्मा से क्रिकेट का ककहरा सीखा और 36 बरस 188 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा। विराट अंतर्राष्टीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले दुनिया के चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं। विराट अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट को मिला कर में कुल 82 शतक जड़ चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में कुल सबसे सबसे ज्यादा सौ शतक भारत के सचिन तेंडुलकर के नाम हैं। टी-20अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट व टेस्ट क्रिकेट का अलविदा कहने के बावजूद विराट के पास क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को मिला सचिन के 100 अंतर्राष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड तक पहुंचने का मौका है क्योंकि वह अभी भी भारत के लिए वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। एक दिलचस्प बात यह है कि विराट ने अपने करियर में 302 एक दिवसीय वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल 51 शतकों और 74 अर्द्बशतकों सहित 14181 रन बनाए हैं।

विराट कोहली ने भारत के लिए अब तक 123टेस्ट खेल कर 30 शतकों, 31 अर्द्धशतकों सहित 45.85 के औसत से 9230 रन बनाए हैं और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में रन बनाने में 19 वें स्थान पर हैं। वहीं भारत के सचिन तेंडुलकर सबसे ज्यादा 200 टेस्ट खेल 51 शतकों और 68 अर्द्धशतकों सहित 15921 रन बना कर दुनिया में शीर्ष पर हैं। विराट भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सचिन तेंडुलकर, राहुल द्रविड़ (164 टेस्ट, 36 शतक,63 अर्द्बशतक, 13288 रन), सुनील गावसकर ( 125 टेस्ट, 34 शतक, 45 अर्द्धशतक, 10122 रन) के बाद चौथे नंबर पर हैं। विराट के कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित ने उनसे भारत की कप्तानी संभाली थी। विराट कोहली भारत के सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान रहे हैं। भारत के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने बतौर टेस्ट कप्तान 60 में से 27 टेस्ट और सौरभ गांगुली ने 49 टेस्ट में 21 में भारत को जिताया है। विराट टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले कप्तानों की फेहरिस्त में बस दक्षिण अफ्रीका के ग्रेम स्मिथ (109टेस्ट, 53 जीत), ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग (77 टेस्ट, 48 जीत) व स्टीव वॉ (57 टेस्ट 41 जीत) के बाद चौथे नंबर पर है। एक दिलचस्प बात यह है कि विराट कोहली ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर ही उसके घर में उसके खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज में दो शतकों सहित 59.30 की औसत से दोनों टीमों में सबसे अधिक 583 रन बनए थे। विराट इससे चार बरस पहले 2014 में इंग्लैड दौरे पर टेस्ट में दस पारियों में मात्र 134 रन ही बना पाए थे। 2018 में विराट ने एक बरस में सबसे अधिक 1322 रन बनाए थे। विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 2016 से 2018 तक के अपने सुनहरे दौर में 35 टेस्ट में 58 पारियों में 14 शतकों औार आठ अर्द्बशतकों सहित 3596 रन बनाए।

विराट कोहली(550 अंतर्राष्टीय मैच, 82 शतक,143 अर्द्धशतक, 27599 रन) दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में अपने आदर्श भारत के लिए सचिन तेंडुलकर (664 अंतर्राष्ट्रीय मैच 34 357 रन, 100 शतक, 164 अर्द्बशतक) और श्रीलंका के कुमार संगकारा (594 अंतर्राष्ट्रीय मैच, 63 शतक, 153 अर्द्बशतक 28016 रन) के बाद तीसरे नंबर पर है। फिलहाल विराट कोहली ही अकेले ऐसे बल्लेबाज हैं जो कि सचिन तेंडुलकर के तीनों फॉर्मेट में कुल मिला कर 100 शतक को तोड़ सकते हैं क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बावजूद वह भारत के लिए अभी वन डे दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। विराट कोहली ने अपना 123 वां पिछला टेस्ट मैच इसी साल जनवरी में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें व अंतिम टेस्ट के रूप में सिडनी में खेला था और इसमें पहली पारी में उन्होंने 17 और दूसरी में छह रन बनाए और इसमें भारत को छह विकेट से हार के साथ सीरीज 1-3 से गंवानी पड़ी थी।

विराट ने शुक्रवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सरहद पर चल रही गोलाबारी के बीच स्थगित 2025 आईपीएल में आरसीबी के लिए 11 मैचों में सात अर्द्बशतकों सहित 505 रन बना कर चौथे और शुभमन गिल गुजरात टाइटंस के लिए इतने ही मैचों में 508 रन बनाकर तीसरे स्थान पर रहे और पूरे रंग में दिखे। विराट कोहली का हाल ही का टेस्ट रिकॉर्ड जरूर अच्छा नहीं रहा है और इसमें ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ नवंबर, 2024 में पर्थ में जडा अविजित शतक 2023में वेस्ट इंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में जड़े शतक के बाद पहला टेस्ट शतक था। विराट कोहली ने अपना अविजित 254 रन का सर्वोच्च स्कोर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुणे में बनाया था और तब उनका टेस्ट में औसत 55.10 रन कर था। विराट को इसके बाद टेस्ट में खासा जुझना पड़ा और बीते दो बरस में उनका टेस्ट औसत 32.56 रन का रहा। विराट ने भारत के लिए अपने टेस्ट करियर का आगाज 2011 में किंग्सटन में वेस्ट इंडीज के खिलाफ किया और इसमें 4 और 15 रन बनाने सहित पांच पारियों में कुल 76 रन बनाए। कोहली ने अपना पहला टेस्ट शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में बनाया। विराट ने अपने करियर का आखिरी व 123 वां टेस्ट इसी साल सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें व आखिरी टेस्ट के रूप में खेला और इसमें उन्होंने 17 व छह रन बनाए और भारत इसमें छह विकेट से हार के साथ सीरीज 1-3 से हारा। बीसीसीआई ने हाल ही में अपने नए सालाना करार में विराट और हाल ही मे टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके रोहित को सबसे उंचे ए+ ग्रेड में रखा है। बीसीसीआई ए+ ग्रेड में अमूमन तीनों फॉर्मेट में खेलने वाले भारतीय क्रिकेटरों को रखता है।