
बोले, जू. हॉकी विश्व कप के लिए भारत की बेखौफ टीम तैयार करने को प्रतिबद्ध
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : बेहतरीन आक्रामक फुलबैक रहे पूर्व ओलंपियन बीरेन्द्र लाकरा भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के साथ बतौर सहायक कोच जुड़ गए हैं। 35 बरस के बीरेंद्र लाकरा अपने पूर्व साथी ओलंपियन गोलरक्षक रहे जूनियर पुरुष टीम के चीफ कोच पीआर श्रीजेश के साथ भारतीय जूनियर टीम की रक्षापंक्ति को मजबूती देने में अपना योगदान करेंगे। भारतीय जूनियर पुरुष टीम अपनशश घर में 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नै और मदुरै में होने वाले एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की तैयारी में जुटी है भारत के 2010 में अपने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी करियर कर आगाज करने वाले 2012 और 2020 के ओलंपिक में खेलने वाले बीरेन्द्र लाकरा ने भारत को 2020 में टोक्यो ओलंपिक में कांसा जिताने में अहम भूमिका निभाई। बीरशन्द्र लाकरा भारत के लिए विश्व कप एशियन गेम्स, राष्ट्रमंडल खेलों सहित अहम टूर्नामेंट में भारत के लिए खेले।
बीरेन्द्र लाकरा 2014 में सरदार सिंह की अगुआई में एशियाई खेलों का स्वर्ण, 2013 के एशिया कप में रजत, 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 की एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी में रजत पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के अहम सदस्य रहे। साथ ही भारत की 2015 में वर्ल्ड लीग फाइनल में रायपुर में कांसा जीतने वाली लथा 2016 में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण तथा 2012 में रजत पदक जीतने वाली टीम के सदस्य रहे।
भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के सहायक कोच की जिम्मेदारी संभालने पर कहा, ‘भारतीय जूनियर टीम का सहायक कोच नियुक्त किया जान बड़े सम्मान के साथ एक अहम पर अहम जिम्मेदारी है। मैं जानता भारतीय जर्सी पहन कर हॉकी खेलने की अहमियत क्या है। अब मेरी निगाह भारतीय हॉकी की अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को बड़े मंच के लिए तैयार करने पर हैं। जूनियर टीम के चीफ कोच पीआर श्रीश के साथ बतौर सहायक कोच काम करना एक रोचक चुनौती है। हम आने वाले टूर्नामेटों खासतौर पर जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए भारत की बेखौफ जूनियर हॉकी टीम तैयार करने को प्रतिबद्ब हैं।’
भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच पूर्व ओलंपियन पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘ बीरेंद्र लाकरा का भारतीय जूनियर टीम के साथ सहायक कोच के रूप में जुड़ना हमारे लिए बहुत अचछा है।बीरेन्द्र का अनुभवी, तकनीकी समझ और नेतृत्व क्षमता भारतीय जूनियर हॉकी टीम के खिलाड़ियों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। हम दोनों मिलकर भारत की एक ऐसी जूनियर टीम तैयार करना चाहते हैं जो देश का गौरव बढ़ाए।‘