आसमान से लोगों के लिए राहत और खेती के लिए गिरी अमृत बूंदें

Amrit drops fell from the sky for relief for people and agriculture

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान में रविवार को भीषण गर्मी के बीच प्री-मानसून बारिश आम अवाम को राहत देने वाली और खेती के लिए प्री मानसून वर्षा की अमृत बूंदें गिरी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में शनिवार को आए आंधी तूफान और वर्षा का असर रविवार को जयपुर में भी दिखा तथा दोपहर तक तेज लू चलने के बाद शाम होते होते झमाझम बारिश हुई।

इस प्रकार राज्य में प्री-मानसून का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान और इसके आसपास के क्षेत्रों में मानसून का एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है और पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार राजस्थान के दक्षिणी जिलों में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों के आसपास के क्षेत्र में रविवार को भी कहीं-कहीं भारी बारिश तो कही सामान्य वर्षा हुई।

राजस्थान में परिसंचरण तंत्र और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर देखने को मिला है तथा उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, कोटा, जयपुर एवं भरतपुर संभाग आदि में भी मेघगर्जन, आकाशीय बिजली चमक एवं आंधी के साथ हल्की बारिश की खबरें आई रही है।

इसके अलावा बताया जा रहा है कि राज्य में आगामी दिनों में भी आंधी बारिश जारी रहेंगी। मौसम विभाग ने 20 जून से राज्य में मानसून के सक्रिय होने तथा कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है।इधर, आंधी बारिश के असर से प्रदेश में अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री गिरावट होने और हीटवेव से राहत मिलने की संभावना है। इधर, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने और बादल छाए जाने के बाद शनिवार को दिन के तापमान में सात डिग्री तक गिरावट हुई है। पाली में सबसे अधिक 7 डिग्री पार गिरा है।

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते घंटों में सर्वाधिक दिन का पारा श्रीगंगानगर और चूरू में 49 डिग्री दर्ज किया। इधर, फलोदी और बीकानेर में रात का न्यूनतम तापमान अपेक्षा से अधिक दर्ज किया गया। उधर, शनिवार एवं रविवार शाम आई बारिश से भीषण गर्मी और लू से परेशान आमजन को राहत मिली है। वहीं झुलस रही फसलों के लिए भी बारिश वरदान साबित हुई है। दोपहर बाद अंधड़ के साथ आसमान पर छाए बादल शाम को बरसे तो मौसम सुहाना हो गया। सीमावर्ती गांव दौलतपुरा में तेज बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे।

राजस्थान के विभिन्न अंचलों में शनिवार और रविवार को मौसम ने अचानक करवट ली। एक ओर आंधी और हल्की बारिश ने गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत दी। कई स्थानों पर रविवार को शाम को तेज गर्जना के साथ बारिश हुई। कई स्थानों पर अच्छी बारिश के चलते नदी नालो में जलस्तर बढ़ने की उम्मीद बनी है। हालांकि, तेज बारिश और हवा के कारण कई लोगों को रास्ते में ही रुकना पड़ा। तेज हवा-बारिश के साथ बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। इधर प्रदेश के बारां जिले के केलवाड़ा क्षेत्र में रामस्वरूप सहरिया (50 वर्ष) की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई, जबकि ग्रामीण सुदर्शन झुलस गया, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद बारां रेफर किया गया।

मौसम विभाग ने इस वर्ष मानसुन की सामान्य वर्षा होने की भविष्य वाणी की है। उम्मीद है कि इस वर्ष के मानसून से रेगिस्तान प्रधान राजस्थान के खाली हो गए तालाब और बांध लबाबब होकर लोगों पशुओं और खेतों की प्यास बुझाएंगे।