भारतीय महिला हॉकी टीम की न्यूजीलैंड से सांस रोक देने वाले मैच में 3-4 से हार के बावजूद उम्मीदें जिंदा

  • भारत अब क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाने के लिए क्रॉस ओवर में स्पेन से भिड़ेगा
  • आखिरी मिनट में गुरजीत के गोल भारत ने चीन को गोल अंतर में पीछे छोड़ा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया के गोल से भारत ने बढ़त लेने के बाद न्यूजीलैंड से एम्सतलवीन(नीदरलैंड) में बृहस्पतिवार देर रात सांसें रोक देने वाले मैच 3-4 से हारने के बावजूद पूल बी में तीसरे स्थान पर रह क्रॉसओवर में जगह बना एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप के क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखीं। भारत अब क्वॉर्टर फाइनल में स्थान पाने के लिए क्रॉसओवर में पूल सी में दूसरे स्थान पर रहने वाली संयुक्त मेजबान स्पेन से रविवार को उसके घर टेरेसा में भिड़ेगा। न्यूजीलैंड ने तीन मैचों में दो जीत एक ड्रॉ से सात अंकों के साथ पूल बी में शीर्ष पर रह कर सीधे क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाई जबकि इंग्लैंड ने चीन को अपने अंतिम पूल मैच में २—0 से हरा एक जीत, एक हार और एक ड्रॉ से कुल चार अंकों के साथ पूल में दूसरे स्थान पर रह क्रॉसओवर में जगह बनाई। इंग्लैंड का क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाने लिए क्रॉसओवर में मुकाबला पूल सी में तीसरे स्थान पर रहने वाली दक्षिण कोरिया से होगा।

न्यूजीलैड का पांच में तीन पेनल्टी कॉर्नर को को गोल बदलना उसकी जीत का सबब बना जबकि भारत को 15 में से मात्र एक को ही गोल में बदल पाने की कीमत हार के रूप में चुकानी पड़ी। अनुभवी वंदना कटारिया की अगुआई में लिंकवूमैन की बजाय ललरेमसियामी को शर्मिला देवी के साथ आगे बतौर स्ट्राइकर खिलाना की भारत की चीफ कोच यॉकी शॉपमैन की तुरुप चाल साबित हुआ। भारत के लिए वंदना कटारिया ने पहले क्वॉर्टर के शुरू और ललरेमसियामी ने तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में बेहतरीन तालमेल के साथ मैदानी किए। आक्रामक सेंटर हाफ के रूप में खेलने खेलने वाली नवजोत कौर , नेहा गोयल और अनुभवी सुशीला चानू ने अग्रिम पंक्ति में वंदना, ललरेमसियामी, शर्मिला के लिए बराबर आगे गेंद बढ़ा भारत को 15 पेनल्टी कॉर्नर दिलाने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने13वें पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत कौर द्वारा खेल खत्म होने से दो मिनट पहले गोल से गोल अंतर में चीन को पीछे छोड़ कर क्रॉसओवर में स्थान पक्का किया। भारत कुल 15 में से इसी इकलौते पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल पाया। वही न्यूजीलैंड के लिए ओलिविया मैरी ने पहले और अंतिम क्वॉर्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर बजाय ड्रैग फ्लिक की पुराने परंपरागत अंदाज में तेज जमीनी शॉट से तथा फ्रांसिस डेविस ने तीसरे क्वॉर्टर में ड्रैग फ्लिक से तथा टिसा जैप ने भारत की कप्तान गोलरक्षक सविता पूनिया को दूसरे क्वॉर्टर में छका एक मैदानी गोल किया।

भारत को बृहस्पतिवार को जो 15 पेनल्टी कॉर्नर मिले इनमें उसकी अकेली ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर केवल पांच पर ही मैदान पर मौजूद थी। भारत के लिए ऐसे में आधे दर्जन से ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर दीप ग्रेस एक्का ने लिए जो इस असमंजस में दिखी कि वह सीधे ड्रैग फ्लिक लगाए या साथी खिलाड़ी को डी के भीतर गेंद बढ़ाए। दीप ग्रेस के ड्रैग फ्लिक तो दिशाहीन रहे ही उनके जमीनी शॉट भी बेदम दिखे। ललरेमसियामी के दाएं से डी के भीतर दिए बढिय़ा क्रॉस पर मैच के तीसरे मिनट में वंदना कटारिया ने न्यूजीलैंड की गोलरक्षक ब्रुक रॉबटर्स के सामने से गेंद को गोल में डाल भारत का खाता खोला। ओलिविरा मैरी ने आठ मिनट बाद पहले पेनल्टी कॉर्नर पर तेज शॉट जमा गोल न्यूजीलैड को एक-एक की बराबरी दिला दी। टिसा जैप ने दूसरा क्वार्टर खत्म होने से दो मिनट पहले अकेले डी में पहुंच मैदानी गोल कर न्यूजीलैंड को 2-1 से आगे कर दिया। फ्रांसिस डेविस ने तीसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में दूसरे पेनल्टी कॉर्नर गोल कर न्यूजीलैंड को 3-1 से आगे कर दिया। ललरेमसियामी ने इस क्वॉर्टर के खत्म होने से दो मिनट पहले सुशीला चानू के स्लैप शॉट पर गेंद को डी संभाल में दाएं से तेज फ्लिक कर न्यूजीलैंड की गोलरक्षक रॉबटर्स को छका गोल कर स्कोर 2-3 कर भारत की मैच में वापसी की उम्मीदें जिंदा रखी। मैरी ने चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के अधबीच अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर अपना मैच का दूसरा गोल कर तेज जमीनी शॉट से न्यूजीलैंड को 4-2 से आगे कर दिया। भारत ने हिम्मत नहीं हारी और 13वें पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत कौर द्वारा डै्र्रग फ्लिक से दागे गोल से स्कोर 3-4 कर हार के बावजूद क्रॉस ओवर में स्थान पक्का कर लिया। न्यूजीलैंड की रक्षापंक्ति ने आखिर मिनट में भारत द्वारा अर्जित लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर को रोक कर भारत की मैच ड्रॉ कराने की हसरत पर पानी फेर अपनी दूसरी जीत दर्ज की।