संदीप ठाकुर
आगामी 18 जुलाई,2022 काे हाेने वाले राष्ट्रपति चुनाव में वोट कैसे डालें
का प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सभी
सांसदों काे दिल्ली पहुंचने का फरमान जारी किया है। सभी सांसदाें काे
चुनाव से दाे दिन पहले यानी 16 जुलाई काे दिल्ली में माैजूद रहने का
फरमान जारी किया गया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्राें ने बताया कि 16
जुलाई को सांसदों के दिल्ली पहुंच जाने पर उनके लिए एक प्रशिक्षण और
प्रस्तुतिकरण सत्र आयोजित किया जाएगा ताकि उन्हें राष्ट्रपति के मतदान की
प्रक्रिया से जुड़ी बारीकियों से अवगत कराया जा सके। पता चला है कि भाजपा
अध्यक्ष जे पी नड्डा ने 16 जुलाई को सभी सांसदों के लिए रात्रि भोज का भी
आयोजन किया है। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय
जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया
गया है। उन्हें वाईएसआर कांग्रेस, बीजू जनता दल सहित कई अन्य दलों ने
समर्थन देने का फैसले का किया है। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो उनका
राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है। लेकिन फिर भी पार्टी वाेट बर्बाद न
हाे जाए काे लेकर काेई रिस्क लेना नहीं चाहती है।
पार्टी का मानना है कि एक एक वाेट कीमती है। वाेट बर्बाद न चला जाए इसलिए
सांसदाें काे इसका डेमाे देना जरूरी है। सूत्राें ने बताया कि सांसदाें
काे राष्ट्रपति चुनाव की पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। इसके लिए
जानकाराें के साथ साथ ऑडियाे वीडियाे का भी सहारा लिया जाएगा। विदित है
कि आगामी 18 जुलाई काे संसद का मानसून सत्र शुरू हाे रहा है और इसी दिन
नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वाेटिंग भी हाेनी है। ऐसा देखने में आया
है कि हर राष्ट्रपति चुनाव में कई सांसदाें द्वारा गलत वाेटिंग कर दिए
जाने से वाेट इनवेलिड हाे जाते हैं यानी बेकार चले जाते हैं। वैसे ताे
भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार
द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है लेकिन फिर भी भाजपा काेई काेर
कसर नहीं छाेड़ना चाहती है। जीत जितनी शानदार हाे उतनी अच्छी।
इस बार राष्ट्रपति चुनाव के लिए 98 लोगों ने पर्चा भरा था जिनमें से केवल
2 की उम्मीदवारी ही सही पाई गई। शेष लोगों के पर्चे ख़ारिज़ कर दिए गए ।
चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक
नामांकन पत्र की जांच के उपरांत केवल एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और
यूपीए उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का नामांकन ही सही पाया गया। रिटर्निंग
ऑफिसर पीसी मोदी राज्यसभा के महासचिव भी हैं। इस बार दिल्ली समेत कुल 17
राज्यों से नामांकन पत्र भरे गए थे। इनमें सबसे ज़्यादा 19 लोगों ने
दिल्ली से नामांकन भरा जबकि दूसरे नम्बर पर रहे उत्तर प्रदेश से 16 लोगों
ने पर्चा भरा था। इसी तरह महाराष्ट्र से 11 और तमिलनाडु से 10 लोगों ने
पर्चा भरा था। ख़ारिज़ किए गए ज़्यादातर नामांकन पत्रों में प्रस्तावक और
अनुमोदकों की पर्याप्त संख्या नहीं होना और चुनाव लड़ने के लिए 15000 रुपए
की जमा राशि का नहीं होना जैसे कारण शामिल है। जमा राशि के रूप में 62
लोगों से 9,30,000 रुपए प्राप्त हुए हैं। जमा राशि को एक आवेदन के ज़रिए
वापस लिया जा सकता है।
राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के चुने हुए सांसदों के
अलावा राज्यों के चुने हुए विधायक वोट दे सकते हैं। 28 राज्यों के अलावा
दिल्ली और पुड्डुचेरी के विधानसभा सदस्य भी इस चुनाव में वोट डाल सकेंगे।
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के 776 सांसद वोट देने के योग्य होंगे
और हर सांसद के वोट का मूल्य 700 रखा गया है। इसका मतलब सांसदों के कुल
वोटों का मूल्य 543200 होगा। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों के कुल 4033
विधायक भी वोट दे सकेंगे। हर राज्य के विधायक के वोट का मूल्य अलग-अलग
होता है। उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मुख्य 208 है जो देशभर
में सबसे अधिक है। दूसरे नम्बर पर झारखंड और तमिलनाडु आता है जहां एक
विधायक के वोट का मूल्य 176 तय किया गया है। इसी तरह महाराष्ट्र में एक
विधायक के वोट की क़ीमत 175 रखी गई है। सिक्किम के विधायकों के वोट का
मूल्य सबसे कम होता है जो 6 है। दिल्ली के एक विधायक के वोट का मूल्य 58
जबकि पुड्डुचेरी के एक विधायक के वोट का मूल्य 16 तय किया गया है।