अगर हमारी टीम मेरे योगदान से टेस्ट सीरीज जीतती है तो मुझे खुशी होगी: शुभमन गिल

I will be happy if our team wins the Test series with my contribution: Shubman Gill

  • हमारी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण वाकई शानदार थी
  • आकाश दीप और सिराज का दोनों पारियों में इंग्लैंड को आउट करना वाकई शानदार था

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान शुभमन गिल के पहली पारी में दोहरे शतक और दूसरी पारी में शतक सहित कुल 430 रन बना और आकाश दीप के मेजबान इंग्लैड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में दोनों पारियों में चटकाए कुल दस विकेट की बदौलत भारत ने एजबेस्टन, बर्मिंघम मे रविवार रात 336 रन की बड़ी जीत के साथ एंडरसन तेंडुलकर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच टेस्ट की क्रिकेट सीरीज में एक एक की बराबरी पा लिए। चीफ कोच गौतम गंभीर व कप्तान शुभमन गिल की जसप्रीत बुमराह को आराम देकर दूसरे टेस्ट की एकादश में शामिल तेज गेंदबाज आकाश दीप, वाशिंगटन सुंदर व नीतिश रेड्डी सहित दसरे टेस्ट जिन तीन बदलावों के लिए कड़ी आलोचना की जा रही उनमें से आकाश दीप व सुंदर कसौटी पर खरे उतरे और भारत की जीत में अहम योगदान किया।

पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बना मैन ऑफ द’ मैच रहे शुभमन गिल ने भारत की बड़ी जीत के बाद कहा, ‘गेंदबाजों के लिए एजबेस्टन टेस्ट में गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल था। पिच पर गेंद ज्यादा जल्दी ढीली हो बहुत जल्दी अपना आकार खो रही थी। मुझे नहीं मालूम यह क्या था, मौसम या पिच कुछ भी लेकिन गेंदबाजों के लिए इस पिच पर विकेट चटकाना बहुत मुश्किल हो रहा था। बतौर टीम जब आप यह जानते हैं कि विकेट लेना मुश्किल है और रन आसानी से बन रहे हैं तो बहुत सी चीजे आपके काबू से बाहर हो जाती हैं। जहां तक मेरे खेल की बात है तो मैं कहूंगा कि मैं अपने खेल को लेकर सहज महसूस कर रहा हूं। अगर हमारी टीम मेरे योगदान से टेस्ट सीरीज जीतती है तो मुझे खुशी होगी। मैं एक बल्लेबाज के तौर पर खेलना चाहता हूं। बल्लेबाज के तौर पर सोचना चाहता हूं।पहले टेस्ट के बाद हमने जो कुछ भी किया सही किया। हमारी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण वाकई शानदार थी। जब आप कप्तान होते हैं तो तब आपको अनुकरणीय खेल दिखाने की जरूरत होती है जिससे कि जब कोई अन्य खिलाड़ी इस स्थिति में हो आप उसका मार्गदर्शन कर सकें। आपको अपने मन की करने की बजाय खुद से पहले टीम को रखना होता है। किसी समय आप कुछ प्रयोग करने की कोशिश करते हैं लेकिन मेरा मानना है जब बतौर कप्तान टीम को खुद से ज्यादा तवज्जो देते हैं तो तब आप सही दिशा में आगे बढ़ते है और मैं दूसरे टेस्ट में मैं यही करना चाहता था। मैं अच्छी गेंद पर आउट हो जाउ तो भले हो जाउ लेकिन मैं लंबे से लंबा खेलना चाहता हं। बेशक दूसरा टेस्ट भी पांच दिन तक चला लेकिन हमारी भारतीय टीम इतने लंबे टेस्ट मैच खेलने की आदी नहीं है।बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट में अच्छी बात यह रही कि हम इसमें ज्यादा समय तक बल्लेबाजी कर रहे थे न कि गेंदबाजी।

शुभमन ने कहा,‘ यहां तक पहली पारी में हमने लंगभग एक दिन यानी 90 ओवर फील्डिंग की और हमारे लिए यह अच्छा ही रहा। अब मौजूदा टेस्ट सीरीज के बाकी आगामी टेस्ट मैचों में हम यदि निरतर 300 अथवा 400 के करीब रन बनाते हैं तो हम हमेशा टेस्ट में बने रहेंगे। हमारे तेज गेंदबाज आकाशदीप और मोहम्मद सिराज ने धारदार गेंदबाजी दूसरे टेस्ट में दोनों पारियों में कुल मिलाकर आपस में 17 विकेट बांटे जो अपने आपमें तब एक बड़ी उपलब्धि है और उन्होंने यह कामयाबी जसप्रीत बुमराह भाई के बिना हासिल की। दूसरे टेस्ट से पहले बहुत सवाल थे कि क्या हम इसमें इंग्लैंड के 20 विकेट चटका पाएंगे? जिस तरह आकाश दीप और सिराज ने मिलकर दोनों पारियों में इंग्लैंड को आउट किया वह वाकई शानदार था और मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं।’