
संविधान की मूल भावना और इसमें दिए गए चित्रों के गूढ़ महत्व को जन साधारण तक पहुँचाने की जरूरत -विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी
नीति गोपेन्द्र भट्ट
नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि संविधान की मूल भावना और इसमें दिए गए चित्रों के गूढ़ महत्व को जन साधारण तक पहुँचाने की जरूरत है। इसके लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना चाहिए।इससे नागरिकों विशेष कर देश की युवा पीढ़ी को संविधानिक दायित्वों और कर्तव्यों के साथ ही देश की संस्कृति, सभ्यता, आचार और विचार को जानने और समझने में मदद मिलेगी।
देवनानी ने विश्वरूप एजुकेशन, नई दिल्ली के प्रतिनिधि मंडल से हाल ही जयपुर में उनके कार्यालय में हुई भेंट के दौरान यह विचार प्रकट किए। प्रतिनिधि मंडल में संजीव गर्ग और मुकेश भारद्वाज आदि शामिल थे।उन्होंने विधानसभाध्यक्ष देवनानी को संस्था के प्रकाशनों की प्रतियाँ भेंट की ।
विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने कहा कि संविधान के प्रति श्रद्धा और जन जागरूकता पैदा के लिए राजस्थान विधानसभा में एक संविधान गैलरी स्थापित की गई है ।साथ ही सदन में युवा संसद जैसी गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही है।निकट भविष्य में विधानसभा भवन परिसर में संसद की तर्ज पर एक प्रेरणा स्थल विकसित करने और विधानसभा परिषद हाल का सुदृढ़ीकरण करने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों संजीव गर्ग और मुकेश भारद्वाज ने विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी सें विश्वरूप एजुकेशन द्वारा संविधान पर आधारित ओलंपियाड और मॉडल यूनाइटेड नेशन तथा युवा संसद जैसी प्रतियोगिताओं और संविधान पर प्रश्नोत्तरी आदि का राजस्थान में भी आयोजन कराने में सहयोग और मार्ग दर्शन का आग्रह किया।इससे देश के युवाओं को संविधान के प्रति जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद मिलेगी।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने राजस्थान विधानसभा में देवनानी द्वारा करवाए गए संविधान के प्रति संकल्प और उद्देश्य पूर्ण कार्यों जैसे संविधान गैलेरी और म्यूजियम तथा प्रकाशन आदि को देखा और उसकी भूरी-भूरी सराहना की। उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में भारतीय संविधान की मूल प्रति पर छपे हुए चित्रों के साथ यहाँ बनाए गए म्यूजियम में प्रदेश के वर्तमान और पूर्ववर्ती राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्षों और नेता प्रतिपक्ष के चित्रों को जिस प्रकार से सुसज्जित और उद्धृत किया गया है, वह न केवल प्रशंसनीय है वरन् देश की अन्य विधानसभाओं के अनुकरणीय भी है ।
विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने विश्वरूप एजुकेशन,नई दिल्ली के कार्यों की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि उनके प्रयासों से देश के युवाओं को संविधान के प्रति जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने के कार्य को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा एवं यह संस्था देश के भविष्य को सुरक्षा प्रदान करने के कार्य में अपनी जिम्मेदारीपूर्ण और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।