इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के साइबर थाने के एसएचओ और एएसआई को निलंबित किया गया है। एक व्यक्ति को धमकी देकर दो लाख रुपए मांगने वाले इन दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ जबरन वसूली और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला भी दर्ज किया गया है।
पूर्वी जिला के साइबर थाने के एसएचओ सतीश कुमार और एएसआई विजेंद्र के खिलाफ पुलिस के वरिष्ठ अफसरों को शिकायत मिली थी।
पूर्वी जिला के एडिशनल डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि एक महिला ने साइबर थाने में एक शिकायत की थी, कि उसके पति ने उसके ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक पोस्ट डाल दी। पति-पत्नी के बीच मुकदमे बाजी चल रही है।
आरोप है कि साइबर थाने का एसएचओ सतीश और एएसआई विजेंद्र महिला के पति के घर गए, उसे धमकाया और मामला निपटा देने के लिए दो लाख रुपए मांगे।
आरोप है कि शिकायकर्ता जब बाद में साइबर थाने गया, तब भी उससे रकम की मांग की गई।
बीस हजार रुपए पुलिसकर्मियों को शिकायतकर्ता ने दे भी दिए।
शिकायकर्ता ने वरिष्ठ पुलिस अफसर को इस मामले की शिकायत की। शिकायत के साथ उसने ऑडियो रिकार्डिंग आदि भी दी।
पीजी सेल के एसीपी ने मामले की जांच की, जिसमें आरोप सही पाए गए।
इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और दोनों को निलंबित कर दिया गया।
साढ़े आठ करोड़ वसूलने वाला एसएचओ-
6 जुलाई 2022 को दक्षिण पश्चिम जिला के साइबर थाने के एसएचओ संजय गाड़े को निलंबित किया गया था। उस पर साढ़े आठ करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप है। मुंबई के एक व्यक्ति पर साइबर ठगी के आरोप लगने पर उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया था। खातों में करोड़ों रुपए हैं। खातों से रोक हटवाने और मुकदमे में बचाने के लिए यह रकम ली गई।
दो करोड़ डकारने वाला एसएचओ-
7 जून 2022 को पटेल नगर थाना के एसएचओ भरत सिंह समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सरकारी संपति के गबन/ अमानत में ख्यानत का मामला धारा 409 के तहत दर्ज किया गया। भरत सिंह को दो महीने पहले ही पहली बार एस एच ओ बनाया गया था।
5.50 करोड़ बरामद –
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोप है कि पीसीआर पर तैनात पटेल नगर थाने के एएसआई दानवीर और सिपाही कुलदीप ने दो लोगों से हवाला के साढे 5 करोड़ रुपए पकड़े थे। पुलिसकर्मियों ने एस एच ओ को सूचना दी।
2.10 करोड़ डकारें –
एसएचओ मौके पर गया और रकम से भरा एक बैग अपनी इनोवा कार में रखवा दिया। शेष दो बैग थाने में जमा कर दिए। एसएचओ भरत सिंह ने जब्ती/ बरामदगी तीन करोड़ चालीस लाख रुपए की ही दिखाई। आयकर विभाग को भी इतनी ही रकम के बारे में सूचना दी। दो करोड़ दस लाख रुपए एसएचओ खुद डकार गया।
वरिष्ठ पुलिस अफसरों की जानकारी में यह चौंकाने वाली जानकारी आई तो हडकंप मच गया। एसएचओ समेत तीन पुलिसकर्मियों को तुरंत लाइन हाजिर कर जांच शुरु कर दी गई। हडपी गई रकम बरामद कर ली गई।
इन मामलों से पता चलता है कि भ्रष्ट पुलिस कर्मी कितने निरंकुश और बेखौफ हो गए हैं।