नरिंदर बत्रा ने एफआईएच अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

  • एफआईएच के कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द
  • आईओसी की सदस्यता भी छोड़ी, आईओए से भी इस्तीफा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : नरिंदर बत्रा ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ (एफआईएच) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। बत्रा ने इसके साथ ही आधिकारिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की सदस्यता भी छोड़ दी है। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) से भी इस्तीफा दे दिया। बत्रा ने तीन अलग अलग पत्र लिख कर आईओए, आईओसी और एफआईएच से आधिकारिक रूप से इस्तीफा देने की घोषणा की। बत्रा ने हाथ से लिखे इन तीनों अलग अलग पत्रों में यही कहा कि वह निजी कारणों से अपने इन पदों को छोड़ रहे हैं।

उधर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ(एफआईएच) ने बताया कि बत्रा ने एफआईएच के कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को बताया कि उन्होंने एफआईएच के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही एफआईएच का कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्त किया जाएगा। एफआईएच के लुसाने स्थित मुख्यालय ने बताया, ‘ जैसा कि एफआईएच कानून (अनुच्छेद 7.4 ए ) में निर्धारित है कार्यकारी बोर्ड जब तब एफआईएच कांग्रेस द्वारा नया एफआईएच नियुक्त नहीं करती तब तक के लिए एक कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त करेगा। इसके लिए एफआईएच कार्यकारी बोर्ड की बैठक जल्द से जल्द होगी। इसी अनुच्छेद के मुताबिक एफआईएच का अगला अध्यक्ष चुनने के लिए चुनाव के लिए इस साल 4 और 5 नवंबर को होने वाले वर्चुअल एफआईएच कांग्रेस में किया जाएगा। एफआईएच अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया की जानकारी की पुष्टिï जल्द ही की जाएगी।

बत्रा ने एफआईएच के कार्यकारी बोर्ड को लिखे पत्र में कहा, ‘मैं निजी कारणों से अंतर्राष्टï्रीय हॉकी संघ(एफआईएच) के अध्यक्ष पद को छोड़ रहा हूं।’  बत्रा की आईओसी के सदस्यता आईओए अध्यक्षता से जुड़ी थी लेकिन उनका एफआईएच के अध्यक्ष पद से इस्तीफा जरूर कुछ चौंकाने वाला है। मई में बत्रा ने कहा था कि वह एफआईएच की अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान लगाना चाहते हैं।

दिल्ली हाई कोर्ट के 25 मई के फैसले के बाद बत्रा भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नहीं रहे थे। दिल्ली हाई कोर्ट ने बत्रा के हॉकी इंडिया के आजीवन सदस्य के पद पर रहने को आयोग्य ठहराया था। बत्रा ने हॉकी इंडिया के आजीवन सदस्य के रूप मेंं 2017 में भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) का चुनाव लड़ा और जीता था। बत्रा की आईओसी के सदस्यता आईओए अध्यक्षता से जुड़ी थी लेकिन उनका एफआईएच के अध्यक्ष पद से इस्तीफा जरूर कुछ चौंकाने वाला है। मई में बत्रा ने कहा था कि वह एफआईएच की अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान लगाना चाहते हैं।

बत्रा की डबल बेंच के सामने की अपील पर दिल्ली हाई कोर्ट के स्टे देने से इनकार करने के बाद ही संभवत: उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया। इस मामले की 26 जुलाई को सुनवाई होनी है।