रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ। किडनी के मरीजों को अब उनके जिले में ही डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। प्रदेश सरकार सभी जिलों में डायलिसिस की सुविधा शुरू कर रही है। अभी 66 जिलों में डायलिसिस यूनिट का संचालन हो रहा है। मार्च 2022 तक प्रदेश के 56 जिलों में डायलिसिस की सुविधा थी। जो अब बढ़ गई है। बाकी नौ जिलों में एक माह के भीतर डायलिसिस की सुविधा बढ़ेगी।
मुफ्त हो रही डायलिसिस
किडनी के मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मुहैया कराने की मुहीम तेजी से आगे बढ़ रही है। सरकारी जिला स्तरीय अस्पतालों में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर डायलिसिस यूनिट विकसित की जा रही है। अभी प्रदेश के 66 जिलों में 67 डायलिसिस यूनिट का संचालन हो रहा है। प्रत्येक यूनिट में छह डायलिसिस की मशीने लगी हैं। स्वास्थ्य महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक मेडिकल केयर डॉ. वीके सिंह ने बताया कि मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
भागदौड़ होगी कम
मरीजों को दुश्वारियों से बचाने के लिए प्रत्येक जिले में डायलिसिस यूनिट का संचालन किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में डायलिसिस यूनिट खुलने से मरीजों की भागदौड़ कम होगी। समय पर डायलिसिस हो सकेगी। इसका फर्क मरीजों की सेहत पर पड़ेगा। मरीजों का तनाव कम होगा। मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में डायलिसिस कराने की झंझट से भी छुटकारा मिलेगा।
यहां जल्द शुरू होगी डायलिसिस की सुविधा
बाराबंकी, चित्रकूट, बहराइच, चंदौसी में जल्द ही डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मिलेगी। इसके अलावा हाथरस, चंदौली, महौबा, औरेय्या और बदांयू में डायलिसिस यूनिट एक से दो माह में शुरू होने की उम्मीद है।
मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। किडनी की बीमारी का इलाज काफी महंगा है। मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कोशिश की जा रही है। जल्द ही के बाकी नौ जिलों में डायलिसिस की मुफ्त सुविधा मिलेगी।
ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री, उप्र सरकार