
इंद्र वशिष्ठ
नई दिल्ली, एनआईए ने कुख्यात डंकी रूट से लोगों को अमेरिका ले जाने वाले हरियाणा के दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है।
एनआईए के अनुसार आरोपी रवि कुमार और गोपाल सिंह को हरियाणा और पंजाब में चार स्थानों पर व्यापक तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया। हरियाणा के करनाल जिले में दो स्थानों पर, यमुनानगर (हरियाणा) और गुरदासपुर (पंजाब) में एक-एक स्थान पर तलाशी ली गई।
एनआईए की जांच से पता चला है कि करनाल ज़िले के रहने वाले रवि और गोपाल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा हैं। जो भारतीय नागरिकों को अमेरिका की वैध यात्रा का झूठा वादा करके उन्हें लुभाते/फंसाते थे। गोपाल ने एक अन्य प्रमुख अभियुक्त जय कुमार और रवि के साथ मिलकर कई पीड़ितों के अवैध इमिग्रेशन की साज़िश रची थी। उसने न केवल पीड़ितों की होटल बुकिंग और यात्रा कार्यक्रम का प्रबंधन किया, बल्कि अन्य सह-पीड़ितों के लिए एजेंट के रूप में भी काम किया। एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, उसने पीड़ितों और उनके परिवारों से पैसे वसूलने में अन्य अभियुक्तों की मदद की।
यह मामला हरियाणा के नारायणगढ़ निवासी शुभम सैनी के अमेरिका में अवैध इमिग्रेशन से संबंधित है। इस साल जनवरी में, उसे अमेरिकी अधिकारियों ने सीमा पर पकड़ लिया और भारत वापस भेज दिया। नारायणगढ़ पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में, सैनी ने खुलासा किया था कि उसे दक्षिण और मध्य अमेरिकी देशों के रास्ते अमेरिका ले जाया गया था। उसे विदेश में बंदी बनाकर रखा गया। उसके साथ दुर्व्यवहार और जबरन वसूली की गई। उन्होंने और उनके परिवार ने सिंडिकेट को किश्तों में कुल 42 लाख रुपये दिए।
एनआईए द्वारा तलाशी के दौरान जब्त किए गए डिजिटल उपकरणों और अन्य सामग्रियों की जांच इमिग्रेशन रैकेट से जुड़ी आपराधिक साजिश के बारे में और सबूत जुटाने के लिए की जा रही है। ताकि साज़िश में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके और उन्हें गिरफ़्तार किया जा सके।
एनआईए ने इसके पहले 5 जुलाई को भी डंकी रूट से लोगों को अमेरिका ले जाने वाले दो मानव तस्करों धर्मशाला, जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) के सनी उर्फ सनी डोनकर और रोपड़ (पंजाब) के शुभम संधाल उर्फ दीप हुंडी को गिरफ्तार किया था। हवाला कारोबारी शुभम वर्तमान में पीरागढ़ी, दिल्ली में रह रहा था। ये दोनों इस साल मार्च में गिरफ्तार किए गए मानव तस्कर गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी के सहयोगी हैं।
डंकी रूट – अवैध तरीके से विदेश जाने के लिए जो रास्ता अपनाया जाता है उसे डंकी रूट कहते हैं।