सीपीडब्ल्यूडी के दो इंजीनियर और ठेकेदार बाप-बेटा गिरफ्तार

Two CPWD engineers and a contractor father-son duo arrested

इंद्र वशिष्ठ

नई दिल्ली : सीबीआई ने सीपीडब्ल्यूडी की आर के पुरम सब-डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (सिविल) जय प्रकाश, चाणक्य पुरी सब-डिवीजन के असिस्टेंट इंजीनियर (सिविल) प्रभात चौरसिया, ठेकेदार शुभम गोयल और उसके पिता राजेश गोयल को रिश्वत के 6 लाख रुपये का लेन देन करते हुए गिरफ्तार किया। सीबीआई ने 8 इंजीनियरों समेत 12 आरोपियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। आरोपियों के यहां से तलाशी के दौरान लगभग 55 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।

सीबीआई को पता चला कि सीपीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ,असिस्टेंट इंजीनियर आदि सहित आरोपी अधिकारी निजी कंपनियों के निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर फर्म द्वारा प्रस्तुत बढ़े हुए बिलों के भुगतान के मामले में भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त हैं। आरोपी इंजीनियरों और ठेकेदारो की सांठगांठ से सरकारी खजाने को चूना लगाया गया। इंजीनियरों की मिलीभगत से ठेके हासिल करने वाले ठेकेदारों ने निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया और वास्तविक लागत से ज्यादा के बिल क्लीयर कराए। सीबीआई को यह भी पता चला कि आरोपी निजी ठेकेदार 11.8.2025 को आरोपी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जय प्रकाश को 6 लाख रुपये की रिश्वत देने वाला है, इसलिए जाल बिछाया गया और रिश्वत की रकम का लेन-देन करते समय दोनों को अवैध धन के साथ पकड़ लिया गया। मामले में आरोपी असिस्टेंट इंजीनियर प्रभात चौरसिया के साथ एक अन्य निजी व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया।

एफआईआर में नामजद आरोपियों के नाम : एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जय प्रकाश, बाबू लाल मीणा ( जय प्रकाश से पहले एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का अतिरिक्त प्रभार उसके पास था), सीपीडब्ल्यूडी के इंद्रप्रस्थ दफ़्तर में तैनात एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कृष्ण गोपाल बंसल, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मेहर सिंह, असिस्टेंट इंजीनियर प्रभात चौरसिया, असिस्टेंट इंजीनियर दीपेंद्र चंद्र जयसवाल, जूनियर इंजीनियर अमित उपाध्याय, जूनियर इंजीनियर हर्ष अग्रवाल, विजय कांत शुक्ला (निजी व्यक्ति), शुभम गोयल और उसके पिता राजेश गोयल और उनकी कंपनी शुभम इलैक्ट्रिकल्स के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।