
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की सेंट्रल लाइब्रेरी की ओर से भारतीय पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एसआर रंगनाथन का जन्मदिवस राष्ट्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर डॉ. रंगनाथन के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम में ज्ञान-विज्ञान क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में श्री विकास सैनी विजेता रहे। श्री अंकित चौधरी ने द्वितीय और श्री कमल कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी की चीफ लाइब्रेरियन डॉ. विनीता जैन ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा, इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न केवल ज्ञानवर्धक होती हैं, बल्कि शोध प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने और पुस्तकालय उपयोग की आदत विकसित करने में भी सहायक होती हैं।
डॉ. विनीता ने कहा, आज के डिजिटल युग में पुस्तकालयाध्यक्ष की भूमिका पारंपरिक लाइब्रेरियन की तुलना में कहीं अधिक व्यापक हो गई है। साथ ही बोलीं, प्रत्येक लाइब्रेरियन को समय की माँग के अनुसार अपने कौशल को निरंतर विकसित करना चाहिए। टीएमयू के उप-पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि पुस्तकालय केवल पुस्तकों का भंडार मात्र नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, शोध, नवाचार और आजीवन अधिगम का जीवंत केंद्र है। उन्होंने डिजिटल युग में पुस्तकालयाध्यक्ष की बदलती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब पुस्तकालयाध्यक्ष सूचना का संरक्षक ही नहीं, बल्कि मार्गदर्शक, नवप्रवर्तक और शोध सहयोगी की भूमिका निभा रहा है। डॉ. आलोक कुमार गुप्ता ने वोट ऑफ थैंक्स दिया। इस अवसर पर लाइब्रेरी स्टाफ और फैकल्टी उपस्थित रहे। संचालन श्री हर्षित सिंह ने किया।